काम की बात

दिल्ली में लॉकडाउन लगते ही फिर शुरू हुआ प्रवासी मजदूरों का पलायन, आनंद विहार पर दिखा लोगों का जनसैलाब

एक बार फिर पलायन के लिए मजबूर हुए प्रवासी मजदूर


कल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में छह दिन के लॉकडाउन का ऐलान किया था जिसके बाद से दिल्ली में प्रवासी मजदूरों के पलायन का सिलसिला शुरू हो गया। इस साल भी दिल्ली के बॉर्डर यानि की यूपी और हरियाणा की सीमाओं पर पिछले साल जैसा नजारा देखने को मिल रहा है। जबकि सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने छह दिन के लॉकडाउन का ऐलान करते हुए दिल्ली में रह रहे प्रवासी मजदूरों से अपील की थी कि वे दिल्ली में ही रहें। अरविंद केजरीवाल ने लॉकडाउन का ऐलान करते हुए कहा था ‘मैं हूं ना सबका ख्याल रखा जाएगा’ लेकिन दिल्ली की सीमाओं को देखते हुए आप कह सकते है कि उनकी अपील का कोई असर नहीं हुआ। वही दूसरी तरफ लॉकडाउन के कारण प्रवासी मजदूरों के पलायन की तस्वीरें देख राहुल गांधी को एक बार फिर राजनीति करने का मौका मिल गया।

जाने ट्वीट कर क्या कहा राहुल गांधी ने

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लॉकडाउन के कारण प्रवासी मजदूरों के पलायन की तस्वीरें देख कर राहुल गांधी ने एक बार फिर राजनीति करते हुए ट्वीट किया और केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट कर कहा अभी एक बार फिर हमारे देश के प्रवासी मजदूर पलायन के लिए मजबूर हो गए हैं। ऐसे में केंद्र सरकार की ज़िम्मेदारी बनती है कि वो उन प्रवासी मजदूर के बैंक खातों में रुपए डाले। लेकिन कोरोना फैलाने के लिए जनता को दोष देने वाली केंद्र सरकार ऐसा जन सहायक क़दम उठाएगी?

एक बार फिर आया प्रवासी मजदूरों पर उनकी रोजी-रोटी का खतरा

कल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में छह दिन के लॉकडाउन का ऐलान करने के बाद से ही दिल्ली में प्रवासी मजदूरों के पलायन का सिलसिला शुरू हो गया है।  प्रवासी मजदूरों के लिए सबसे बड़ी चिंता उनकी रोजी रोटी की है। यही कारण है जिसकी वजह से प्रवासी मजदूर कोरोना संक्रमण और अपनी जान की परवाह किए बगैर भीड़ भरे वाहनों में सवार होकर अपने घरों के लिए रवाना होने को मजबूर हो गए। आपको बता दें कि दिल्ली में सोमवार रात 10 बजे से अगले सोमवार सुबह 5 बजे तक लॉकडाउन रहेगा। इस लॉकडाउन की घोषणा होते ही आनंद विहार बस टर्मिनल पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी। सभी प्रवासी मजदूर अपने घरों के लिए पलायन करने को बेचैन हो गए हैं।

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