BBC Documentary: इस यूनिवर्सिटी में दिखाई मोदी की विवादित डॉक्यूमेंट्री, क्या ऐसा और यूनिवर्सिटी करेगी?
BBC Documentary: डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग पर JNU ने लगाई रोक, विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा
Highlight
. 23 जनवरी को हैदराबाद यूनिवर्सिटी में इस डॉक्यूमेंट्री को यूनिवर्सिटी कैम्पस में दिखाया गया है।
. वहीं जेएनयू में डॉक्युमेंट्री की स्क्रीनिंग को रद्द किया गया है।
. भारत सरकार ने इस डॉक्यूमेंट्री सीरीज के ट्वीट और यूट्यूब लिंक वीडियो को ब्लाक कर दिया था।
BBC Documentary: बीबीसी ने ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ शीर्षक से दो पार्ट में एक डॉक्यूमेंट्री सीरीज बनाई है। ये सीरीज गुजरात में 2002 में हुए दंगों पर आधारित है। शनिवार 21 जनवरी को भारत सरकार ने इस डॉक्यूमेंट्री सीरीज के ट्वीट और यूट्यूब लिंक वीडियो को ब्लाक कर दिया था। तो वहीं, 23 जनवरी को हैदराबाद यूनिवर्सिटी में इस डॉक्यूमेंट्री को यूनिवर्सिटी कैम्पस में दिखाया गया है। इस बात की शिकायत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने अधिकारियों से की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनी बीबीसी डॉक्यूमेंट्री पर भारत सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने इस डॉक्यूमेंट्री को ट्विटर और यूट्यूब लिंक वीडियो को ब्लॉक कर दिया गया हैं। ट्विटर और यूट्यूब से ये वीडियो और लिंक हटाए गए हैं। इसके बावजूद भी हैदराबाद यूनिवर्सिटी में छात्रों को डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई। यूनिवर्सिटी के छात्रों को डॉक्यूमेंट्री दिखाए जाने की शिकायत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने अधिकारियों से की है। शिकायत मिलने के बाद अधिकारियों ने जांच शुरु कर दी है।
हालांकि, डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग से पहले छात्रों के समूह द्वारा अधिकारियों से कोई अनुमति नहीं मांगी गई थी। एबीवीपी के सदस्यों द्वारा इस संबंध में विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार से शिकायत करने के बाद ही उन्हें इसके बारे में पता चला। यूओएच के आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार कहा कि विश्वविद्यालय ने इस मामले में अपनी सुरक्षा शाखा से रिपोर्ट मांगी है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्हें अभी तक इस मामले में कोई शिकायत नहीं मिली है।
वहीं जेएनयू में डॉक्युमेंट्री की स्क्रीनिंग को रद्द किया गया है। जेएनयू ने छात्रों के एक समूह द्वारा “इंडिया: द मोदी क्वेश्चन” की स्क्रीनिंग को रद्द करने के लिए कहा है। जेएनयू प्रशासन ने कहा है कि इस तरह की अनधिकृत गतिविधि विश्वविद्यालय में शांति और सद्भाव को भंग कर सकती है। वहीं रिपोर्ट के मुताबिक सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने वीडियो को ब्लॉक करने के लिए यूट्यूब और ट्विटर को आदेश दिया है।
इस वीडियो को लेकर करीब 50 ट्वीट किए गए हैं। इन ट्वीटो को भी ब्लॉक कर दिया गया है। यह आदेश IT Rules 2021 की आपात शक्तियों के तहत दिया गया है। यह डॉक्यूमेंट्री गुजरात दंगा 2002 पर आधारित है। इसे पीएम मोदी के खिलाफ प्रोपेगेंडा बताया गया है।
Neither illegal, nor wrong
On Sunday, the students of Hyderabad University screened BBC documentary on 2002 Gujarat riots
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Inquilab Zindabad pic.twitter.com/e3tJN9KkJ1— Cataleya🛡️ (@catale7a) January 24, 2023
ABVP कार्यकर्ताओं द्वारा अधिकारियों को बताया कि यूनिवर्सिटी परिसर में छात्रों ने बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री देखी। लिखित शिकायत का पुलिस ने संज्ञान लेते हुए जांच शुरू कर दी है। तो वहीं, इस संबंध में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे प्राप्त शिकायक के आधार पर रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। सुरक्षा विभाग की रिपोर्ट का इंतजार है। उसी के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं, गाछीबौली पुलिस के मुताबिक, अभी तक स्क्रीनिंग को लेकर कोई शिकायत नहीं मिली है।
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केरल में सत्तारूढ़ माकपा की युवा शाखा डीवाईएफआई ने मंगलवार को घोषणा की कि राज्य में बीबीसी की विवादास्पद डॉक्यूमेंट्री ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ दिखाई जाएगी। डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (DYFI) द्वारा अपने फेसबुक पेज पर घोषणा की। डॉक्यूमेंट्री के लिंक साझा करने वाले कई YouTube वीडियो और ट्विटर पोस्ट को ब्लॉक करने के केंद्र के निर्देशों दिए गए थे।
इस मामले में अमेरिका की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस से सोमवार को इस बारे में सवाल किया तो उन्होंने कहा कि मुझे (बीबीसी) डॉक्यूमेंट्री की जानकारी नहीं है। ऐसे कई तत्व हैं, जो वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को रेखांकित करते हैं, जो हमारे भारतीय भागीदारों के साथ है। अमेरिका और भारत के बीच घनिष्ठ राजनीतिक, आर्थिक और असाधारण रूप से गहरे लोगों के बीच संबंध हैं।