Asaduddin Owaisi On Mohan Bhagwat: मोहन भागवत के बयान पर क्यों भड़के ओवैसी !
Asaduddin Owaisi On Mohan Bhagwat: ओवैसी ने कहा, मोहन भागवत हमें भारत में रहने की इजाजत देने वाले कौन होते हैं
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. असदुद्दीन औवैसी ने कहा कि मोहन भागवत कौन होते हैं , जो मुसलमानों को धर्म के पालन की अनुमति दे रहे हैं।
. असदुद्दीन ओवैसी ने कहा “आरएसएस की विचारधारा भारत के भविष्य के लिए खतरा है।
. ओवैसी ने पूछा, “मोहन भागवत को हिंदुओं का प्रतिनिधि किसने चुना
Asaduddin Owaisi On Mohan Bhagwat: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने ‘ऑर्गनाइजर’ और ‘पांचजन्य’को दिए गए एक इंटरव्यू में कहा, ‘हिन्दुस्तान, हिन्दुस्तान बना रहे, सीधी सी बात है। इससे आज भारत में जो मुसलमान हैं, उन्हें कोई नुकसान नहीं है। वें रहना चाहते हैं, रहें। पूर्वज के पास वापस जाना चाहते हैं, जाएं। उनके मन पर है। इस्लाम को कोई भय नहीं है, लेकिन साथ साथ मुसलमान अपनी श्रेष्ठता से जुड़े बड़बोले बयानों को छोड़ दें।”
Who is Mohan to give Muslims “permission” to live in India or follow our faith? We’re Indians because Allah willed it. How dare he put “conditions” on our citizenship? We’re not here to “adjust” our faith or please a bunch of alleged celibates in Nagpurhttps://t.co/6HNKAYa1Rj
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) January 11, 2023
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर पलटवार करते हुए एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन औवैसी ने तीखे सवाल पूछे हैं। उन्होंने कहा कि मोहन भागवत कौन होते हैं , जो मुसलमानों को धर्म के पालन की अनुमति दे रहे हैं। वहीं, राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने भी आरएसएस प्रमुख पर तंज कसते हुए कहा कि ‘हिंदुस्तान को हिंदुस्तान रहना चाहिए’ लेकिन ‘इंसान को भी इंसान रहना चाहिए.’
अब AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भागवत को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा, “मुसलमानों को भारत में रहने या हमारे धर्म का पालन करने की “अनुमति” देने वाले मोहन कौन होते हैं? हम भारतीय हैं क्योंकि अल्लाह ने चाहा. उन्होंने हमारी नागरिकता पर “शर्तें” लगाने की हिम्मत कैसे की? हम यहां अपने विश्वास को “समायोजित” करने या नागपुर में कथित ब्रह्मचारियों के समूह को खुश करने के लिए नहीं हैं।
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ओवैसी ने पूछा, “मोहन भागवत को हिंदुओं का प्रतिनिधि किसने चुना? क्या वह 2024 में चुनाव लड़ रहे हैं? तो उनका स्वागत है।” उन्होंने कहा, “ऐसे बहुत से हिंदू हैं, जो RSS की बयानबाजी को भड़काऊ मानते हैं। ऐसे में अल्पसंख्यक कैसा महसूस करते हैं, यह तो दूर की बात है।” उन्होंने कहा, “यदि आप अपने ही देश में विभाजन पैदा करने में व्यस्त हैं, तो आप दुनिया के लिए वसुधैव कुटुम्बकम् नहीं कह सकते।” ओवैसी ने पूछा, “प्रधानमंत्री दूसरे देशों के सभी मुस्लिम नेताओं को गले लगाते हैं, लेकिन अपने देश में एक भी मुस्लिम को गले लगाते नहीं देखा गया।”
No decent society can tolerate such hatred and radicalism in the name of religion.
Who elected Mohan as the representative for Hindus? Fighting elections in 2024? Welcome
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) January 11, 2023
असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा, “मोहन भागवत कहते हैं कि भारत को कोई बाहरी खतरा नहीं है। चीन के लिए यह ‘चोरी’ और साथी नागरिकों के लिए ‘सीनाजोरी’ क्यों? यदि हम वास्तव में युद्ध में हैं, तो क्या संघ सरकार 8 सालों से सो रही है? उन्होंने पूछा कि मोहन को हिन्दुओं का प्रतिनिधि किसने चुना? क्या वे 2024 में चुनाव लड़ रहे हैं? उनका स्वागत है. उन्होंने कहा कि ऐसे बहुत से हिंदू हैं। जो आरएसएस की बयानबाजी को भड़काऊ मानते हैं. ऐसे में अल्पसंख्यक कैसा महसूस करते हैं, यह दूर की बात है।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा “आरएसएस की विचारधारा भारत के भविष्य के लिए खतरा है। भारतीय असली आंतरिक शत्रुओं को जितनी जल्दी पहचान लें, उतना ही अच्छा होगा।” फिर उन्होंने कहा कि कोई भी सभ्य समाज धर्म के नाम पर इस तरह की नफरत और कट्टरता को बर्दाश्त नहीं कर सकता है।