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Vande Bharat Train: जानिए कैसे हुई ट्रेन का नाम वंदे भारत रखने की प्लानिंग, रेल मंत्री ने बताया सब कुछ
भारत

Vande Bharat Train: जानिए कैसे हुई ट्रेन का नाम वंदे भारत रखने की प्लानिंग, रेल मंत्री ने बताया सब कुछ

अश्विनी वैष्णव ने कहा सरकार ने ठान लिया कि देश के इंजीनियर ही ट्रेन को डिजाइन करेंगे और इसका यहीं निर्माण होगा और इसका परिणाम वंदे भारत के रूप में सामने आया। अब हर हफ्ते एक नई वंदे भारत ट्रेन हम बना रहे हैं

Vande Bharat Train:रेल मंत्री ने कहा, आत्मनिर्भर भारत का सबसे बेहतरीन उदाहरण वंदे भारत ट्रेन


Vande Bharat Train:अश्विनी वैष्णव ने बताया कि वंदे भारत ट्रेन की प्लानिंग की एक बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि इस ट्रेन का नाम कुछ ऐसा रखा जाए, जिससे प्रत्येक देशवासी को गर्व का एहसास हो। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही इस ट्रेन का नाम वंदे भारत रखने की बात कही और यह नाम सभी को पसंद आया और आज वंदे भारत ट्रेन पर पूरे देश को गर्व हो रहा है और हम सभी इसमें बेहद ही आराम से सफ़र कर रहे हैं।

जल्द ही वंदे भारत ट्रेनों बाहर एक्सपोर्ट भी होगें

रेल मंत्री ने जब 2014 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आई तब ही से यह प्लान बनाया जाने लगा कि कैसे देश को विश्वस्तर की ट्रेन लाई जाए। उस समय अगर भारत में विश्वस्तर की ट्रेनों का विचार भी आता था तब कहा जाता था कि ट्रेनों को बाहर से लाया जाएगा, लेकिन नरेंद्र मोदी ने इससे कुछ अलग करने की ठानी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के पास कई ऐसे प्रस्ताव भी आये लेकिन उन्होंने सभी प्रस्तावों को ख़ारिज कर दिया। उन्होंने कहा सरकार ने ठान लिया कि देश के इंजीनियर ही ट्रेन को डिजाइन करेंगे और इसका यहीं निर्माण होगा और इसका परिणाम वंदे भारत के रूप में सामने आया। अब हर हफ्ते एक नई वंदे भारत ट्रेन हम बना रहे हैं और जल्द ही वंदे भारत ट्रेनों को हम बाहर एक्सपोर्ट भी करेंगे।

क्यों आई ऑरेन्ज वंदे भारत ट्रेन

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बातचीत में इस बात को सिरे से खारिज कर दिया कि नारंगी रंग की वंदे भारत ट्रेनें शुरू करने के पीछे कोई राजनीतिक कारण है। उन्होंने कहा कि वंदे भारत ट्रेन के रंग को चुनने के पीछे पूरी तरह से साइंटिफिक सोच है।

आंखों के लिए आसान है ऑरेंज देखना

रेल मंत्री ने कहा कि साइंस कहती है कि मानव की आंख दो रंगों को सबसे अधिक आसानी से देख लेती है- पीला और नारंगी। यही कारण है कि यूरोप में लगभग 80 फीसदी ट्रेनों के रंग या तो नारंगी या पीले और नारंगी का मिश्रण होते हैं।

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किस रूट पर चलती है पहली नारंगी रंग की वंदे भारत ट्रेन

देश में पहली नारंगी रंग की वंदे भारत ट्रेन को पीएम नरेंद्र मोदी ने 24 सितंबर का कासरगोड और तिरुवनंतपुरम के लिए हरी झंडी दिखाई थी। इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक साथ 9 जोड़ी वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई थी। कासरगोड-तिरुवनंतपुरम 31वीं वंदे भारत ट्रेन थी, जो 19 अगस्त को तमिलनाडु के चेन्नई के पेरंबूर में रेल कोच निर्माता इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में ट्रायल रन के लिए ट्रैक पर उतरी थी।

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