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Rahul Gandhi Visit Manipur: मणिपुर का दौरा राहुल गांधी के लिए क्यों है अहम? होगा कांग्रेस का बड़ा फायदा

दक्षिण की तरह पूर्वोत्तर के राज्य भी ऐसे हैं, जहां लंबे समय तक कांग्रेस की पकड़ रही है। ऐसे में अभी भी यहां कांग्रेस को बड़ा फायदा हो सकता है। राहुल की भारत जोड़ो यात्रा का कुछ असर कर्नाटक चुनाव में देखने को मिल चुका है।

Rahul Gandhi Visit Manipur: इस राज्यों में लंबे समय तक कांग्रेस की रही पकड़, लेकिन अब भाजपा और भाजपा गठबंधन की सरकार है

Rahul Gandhi Visit Manipur: पूर्वोत्तर राज्यों के जानकार कहते हैं कि पिछले नौ साल के अंदर भाजपा ने पूर्वोत्तर राज्यों से कांग्रेस को पूरी तरह से साफ कर दिया है। 2014 में जब नरेंद्र मोदी पीएम बने थे, तब पूर्वोत्तर के ज्यादातर राज्यों में कांग्रेस की सरकार थी। अब लगभग सभी जगह भाजपा और भाजपा गठबंधन की सरकार है।

भारत जोड़ो यात्रा से हुआ फायदा

राहुल की भारत जोड़ो यात्रा का कुछ असर कर्नाटक चुनाव में देखने को मिल चुका है। संभव है कि वह मणिपुर हिंसा के जरिए पूर्वोत्तर के राज्यों में कांग्रेस की पकड़ को मजबूत करने में कामयाब हो सकें। चुनाव होने हैं। सिक्किम और अरुणाचल में भाजपा गठबंधन की सरकार है, जबकि मिजोरम में मिजो नेशनल फ्रंट की सत्ता है। ऐसे में कांग्रेस पूर्वोत्तर में फिर से अपना कब्जा चाहती है। यही कारण है कि राहुल गांधी ने मणिपुर के रास्ते पूर्वोत्तर में अपनी पहुंच बढ़ानी शुरू कर दी है।

लंबे समय तक कांग्रेस की रही पकड़

दक्षिण की तरह पूर्वोत्तर के राज्य भी ऐसे हैं, जहां लंबे समय तक कांग्रेस की पकड़ रही है। ऐसे में अभी भी यहां कांग्रेस को बड़ा फायदा हो सकता है। राहुल की भारत जोड़ो यात्रा का कुछ असर कर्नाटक चुनाव में देखने को मिल चुका है। संभव है कि वह मणिपुर हिंसा के जरिए पूर्वोत्तर के राज्यों में कांग्रेस की पकड़ को मजबूत करने में कामयाब हो सकें।

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भाजपा की सरकार हिंसा रोकने में नाकामयाब

इसके जरिए वह जनता के बीच जाकर ये बताने की कोशिश करेंगे कि भाजपा की सरकार पूर्वोत्तर राज्यों में हिंसा रोकने में नाकामयाब रही है और इसके चलते लाखों लोगों को परेशान होना पड़ा है। राहुल लगातार ये बातें सार्वजनिक मंच से भी बोलते आ रहे हैं।

कांग्रेस उनके मुद्दे को उठा रही है

राहुल के साथ-साथ सोनिया गांधी भी मणिपुर का मामला उठा चुकी हैं। इस तरह से अब पूरी कांग्रेस बार-बार मणिपुर हिंसा का मुद्दा उठाती रहेगी। इससे एक तरफ राष्ट्रीय स्तर पर ये मुद्दा हावी रहेगा तो दूसरी ओर पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों को कांग्रेस ये भी एहसास दिलाती रहेगी कि वह उनके मुद्दों को उठा रहे हैं।

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सीएम हिमंत विश्व शर्मा ने क्या कहा?

असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के मणिपुर दौरे पर कहा कि राज्य में स्थिति करुणा के जरिए मतभेदों को दूर करने की मांग करती है, न कि किसी नेता के दौरे से मतभेद बढ़ाने की। हिमंत बिस्व शर्मा ने कहा कि गांधी के मणिपुर दौरे को मीडिया ने बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया है और इस वक्त किसी को पूर्वोत्तर राज्य की दुखद स्थिति से राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।

कांग्रेस – भाजपा के बीच आरोप- प्रत्यारोप

राहुल गांधी के मणिपुर दौरे को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप- प्रत्यारोप का सिलसिला कायम हो जाने पर हैरानी नहीं। यदि राहुल गांधी हिंसा और तनावग्रस्त मणिपुर का दौरा करना ही चाहते थे और अपनी दो दिवसीय यात्रा के जरिये यह राजनीतिक संदेश देना चाहते थे कि वह केंद्र सरकार के मुकाबले इस राज्य के हालात से अधिक चिंतित हैं तो उन्हें ऐसा करने से रोका नहीं जा सकता था। इसके बाद भी उन्हें यह चाहिए था कि वह संवेदनशील स्थिति को देखते हुए सुरक्षा अधिकारियों के निर्देशों का पालन करते। पता नहीं क्यों उन्होंने ऐसा करने की आवश्यकता नहीं समझी।

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