जेल के अंदर पोलिंग बूथ
जेल के भीतर मतदान केंद्र बनता है। पोलिंग पार्टी वहाँ पहुँचती है और फिर हत्या के दस आरोपी सलाखों से बाहर निकलकर मतदान करते है। हरियाणा में रविवार को हुए दूसरे चरण में मतदान के दौरान हरियाणा के भिवानी जिले का यह घटनाक्रम था। जहाँ अदालत के आदेशों को चुनाव कर्मचारियों ने इससे अमली रूप दिया। यह हरियाणा ही नहीं बल्कि देश में अलग तरह का पहला मामला है। सभी हत्यारोपी चार महीने से भिवानी की एक जेल में बंद है।
भिवानी जेल के गांव दुल्हेडी के 10 लोग करीब चार महीने से हत्या के एक आरोप में जेल में बंद है। इस समय इनका केस अभी अदालत में चल रहा है। आरोपियों ने मतदान में भाग लेने क लिए अदालत में एक याचिका दायर की थी। इस याचिका लोकतांत्रिक प्रणाली का हवाला देते हुए क्यों ठोस तर्क दिए गये। इसके आधार पर न्यायाधीश ने हरियाणा सरकार बनाम वीरेन्द्र सिंह केस में भिवानी के जिला तथा पुलिस अधीक्षक को दिशा-निर्देश जारी किये।
फिर उन 10 आरोपियों के शिनाख्ती कार्ड के आधार पर जेल के भीतर मतदान करवाया। करीब 10 बजे जेल के भीतर की मतदान प्रक्रिया समाप्त होने के बाद सभी हत्यारोपियो को फिर से सलाखों में बंद कर दिया गया।