भारत
Nipah Virus: निपाह वायरस ने बढ़ाई चिंता, केरल में 24 सितंबर तक बंद रहेंगे स्कूल – कॉलेज
स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने शुक्रवार को कहा कि वर्तमान में निपाह वायरस से संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने वाले लोगों की लिस्ट 1080 हो गई है।
Nipah Virus: केरल में बढ़ते जा रहे निपाह के केस, हाई रिस्क कैटेगरी में 213 लोग हैं शामिल
केरल के कोझिकोड में निपाह वायरस के मामले सामने आने के बाद से ही डर का माहौल है। निपाह वायरस को देखते हुए कोझिकोड में सभी एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स को अगले रविवार यानी 24 सितंबर तक के लिए बंद कर दिया गया है। इसमें स्कूल, प्रोफेशनल कॉलेज और ट्यूशन सेंटर्स शामिल हैं। जिला प्रशासन का कहना है कि पूरे हफ्ते सभी एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स में ऑनलाइन क्लास करवाई जा सकती है।
Nipah Virus: स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने शुक्रवार को कहा कि वर्तमान में निपाह वायरस से संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने वाले लोगों की लिस्ट 1080 हो गई है। इसमें से 130 लोग ऐसे हैं, जिन्हें शुक्रवार को ही लिस्ट में शामिल किया गया है। सभी 1080 लोगों में से 327 लोग हेल्थ वर्कर्स हैं। स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि अन्य जिलों में कुल 29 लोग निपाह संक्रमित लोगों की कॉन्टैक्ट लिस्ट में हैं। इनमें 22 मलप्पुरम से, एक वायनाड से और तीन-तीन कन्नूर और त्रिशूर से हैं।
केरल में बढ़ते जा रहें निपाह के केस
हाई-रिस्क कैटेगरी में 175 लोग सामान्य नागरिक हैं, जबकि 122 हेल्थकेयर वर्कर्स हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने ये भी बताया है कि कॉन्टैक्ट लिस्ट में शामिल लोगों की संख्या बढ़ सकती है। उनका कहना है कि 30 अगस्त को जान गंवाने वाले व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसकी वजह से राज्य में निपाह के केस बढ़ गए हैं। केरल में सामने आए इस वायरस की वजह से डर का माहौल बना हुआ है।
हाई रिस्क कैटेगरी में 213 लोग
मरने वाले व्यक्तियों के संपर्क में आए हाई रिस्क वाले 15 लोगों के सैम्पल ले लिए गए हैं। स्वास्थ्य अधिकारी के अनुसार संक्रमित लोगों की कॉन्टैक्ट लिस्ट में 950 लोग शामिल हैं। इनमें से 213 लोग हाई रिस्क कैटेगरी के हैं। कॉन्टैक्ट लिस्ट में 287 स्वास्थ्य अधिकारी भी शामिल हैं।
संक्रमित मरीजों में लक्षण
WHO की मानें तो निपाह वायरस से संक्रमित होने वाले मरीजों में वायरल फीवर होने के साथ सिरदर्द, उल्टी, सांस लेने में तकलीफ और चक्कर आने के लक्षण दिखते हैं। निपाह वायरस से मरने वालों की दर बहुत ज्यादा है। अब तक इसका कोई ट्रीटमेंट या टीका उपलब्ध नहीं है। 1-2 हफ्ते तक लक्षण रहने पर डॉक्टर से संपर्क की सलाह दी जाती है।
अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com