NDTV इंडिया ने खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा
NDTV इंडिया पर लगे बैन का राहुल गांधी ने विरोध जताया
NDTV इंडिया पहुंचा कोर्ट
भारत के हिन्दी समाचार चैनल एनडीटीवी इंडिया पर भारत सरकार के द्वारा एक दिन के लिए लगाए बैन के खिलाफ एनडीटीवी ने सोमवार यानि आज सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। भारत सरकार ने ये आदेश इस साल जनवरी में पठानकोट एयरफोर्स बेस पर हुए आंतकी हमले की कवरेज के दौरान संवेदनशील जानकारियां देने के आरोप में लगाया है। केन्द्र सरकार ने NDTV इंडिया को 9 नवंबर की आधी रात से 10 नवंबर की आधी रात तक प्रसारण बंद करने का आदेश दिया है।
राहुल गांधी ने जताया बैन का विरोध
NDTV इंडिया पर लगे बैन का विरोध जताते हुए, कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। राहुल गांधी ने कहा, कि मोदी सरकार को सत्ता का नशा है, मोदी सरकार असहमति रखने वाले सभी लोगों को चुप करा देना चाहती है। यह बात राहुल ने पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक में बोली है।
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इस मामले NDTV का बयान
अपने पर लगे आरोपों का खंडन करते हुए एनडीटीवी ने अपने बयान में कहा है, कि सरकार का आदेश बेहद ही चौंकाने वाला है। हर किसी समाचार चैनलों और अख़बारों की कवरेज समान थी।
दो और चैनल बंद
हिन्दी न्यूज चैनल एनडीटीवी इंडिया के बाद केन्द्र सरकार ने एक उच्चस्तरीय समिति की सिफारिशों के बाद ‘न्यूज टाइम असम’ चैनल को एक दिन के लिए और ‘केयर वर्ल्ड चैनल’ को सात दिनों के लिए बंद रखने का आदेश दिया है।
सुभाष चंद्रा ने बैन स्वागत किया
आप को बता दें, एनडीटीवी इंडिया पर लगे बैन की सोशल मीडिया पर कई तरह की प्रतिक्रिया दिखने को मिल रही है। भारत के कई पत्रकार इस बैन पर अपना विरोध जता रहे है तो वहीं दूसरी तरफ कुछ पत्रकार से बैन का स्वागत भी कर रहे है। राज्य सभा सांसद और जी मीडिया ग्रुप के प्रमुख सुभाष चंद्रा ने एनडीटीवी पर लगे बैन को सही ठहराते हुए, कहा है, कि NDTV पर एक दिन प्रतिबधं नाइंसाफी है, यह सजा बहुत कम है। देश की सुरक्षा से खिलवाड़ के लिए एनडीटीवी पर आजीवन प्रतिबन्ध लगाना चाहिए था।