जब दिल्ली शांत होती है तो यहां होती है हलचल…
भूत-प्रेत इस दुनिया में होते हैं या नहीं इस बात का तो नहीं पता लेकिन फिर भी भूत का नाम सुनते ही अच्छे से अच्छे लोगों के मन में डर की लहर दौड़ जाती है। बचपन में तो आप सभी ने दादी- नानी से भूत-प्रेत की कहानी सुनी ही होगी और हमारे देश के कई हिस्सों में भूतों की यूं तो कई कहानियां सुने मिलती ही हैं, लेकिन राजधानी दिल्ली जो शहर में भी भूत हो सकते है, ये सोचकर जरा हैरानी तो होती हैं।
कुछ लोग कहते है दिल्ली में कुछ ऐसी जगह हैं, जब दिल्ली शांत होती है तो वहां हलचल होती है। आइए, आज आपको हम बताते है ऐसी जगहों के बारे में…
संजय वन : संजय वन साउथ दिल्ली के बीचों-बीच बसा है और लोग कहते है कि यहां उन्होंने भूतों और चुड़ैलों को देखने के अलावा कई बार बच्चों के रोने की आवाजें सुनी हैं। यह वन करीब 10 किलोमीटर के इलाके में फैला है। यहां कई सूफी संतों की दरगाह हैं।
खूनी दरवाजा : लोगों को डराने के लिए इस जगह का नाम ही काफी है। दिल्ली में स्थित इस जगह का नाम खूनी दरवाजा तब पड़ा जब यहां मुगल सल्तनत के बादशाह बहादुर शाह जफर के तीन बेटों को ब्रिटिश जनरल विलियम हॉडसन ने गोली मार कर हत्या कर दी थी और लोग कहते हैं तभी से इन तीनों की आत्मा यहां भटक रही है।
भूली भटियारी : सेंट्रल दिल्ली में झंडेवाला के पास स्थित भूली भटियारी है। सुने में आता है कि इस महल की देखभाल एक महिला करती थी, उसके नाम पर ही इसका नाम भूली भटियारी पड़ा। शाम ढलने के बाद लोग यहां कम ही जाते हैं क्योंकि यहां अक्सर अजीबो-गरीब आवाजें सुनाई देती हैं।
हाउस नंबर डब्ल्यू-3 : दिल्ली के सबसे पॉर्श इलाकों में से एक ग्रेटर कैलाश-1 के हाउस नंबर डब्ल्यू-3 के आस-पास जाने से हर कोई कतराता है। लोगों का कहना है कि इस घर में एक बुजुर्ग दंपत्ति की हत्या कर दी गई थी और उनके शव को करीब एक महीन के बाद घर की टंकी से निकाला गया था। जिसके बाद से उस घर से रोने और चीखने-चिल्लाने की आवाजें कई बार सुनाई देती हैं।