Karnataka Bandh: कर्नाटक बंद का दिखा भारी असर, जानिए किस कारण बंद रहा शहर
तमिलनाडु को कावेरी नदी का पानी देने के विरोध में कर्नाटक में राज्यव्यापी बंद बुलाया गया है। इस बंद को कन्नड़ संगठनों के एक प्रमुख संगठन ‘कन्नड़ ओक्कूटा’ की ओर से बुलाया गया। राज्य में बंद का असर भी देखने को मिल रहा है। शुक्रवार (29 सितंबर) को बेंगलुरू इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाली कम से कम 44 फ्लाइट्स कैंसिल कर दी गईं।
Karnataka Bandh: प्रदर्शनकारी ने की एयरपोर्ट में घुसने की कोशिश, 44 फ्लाइटें हुई रद्द
कावेरी नदी का पानी तमिलनाडु में छोड़े जाने के विरोध में कर्नाटक में राज्यव्यापी बंद बुलाया गया है। कन्नड़ समर्थक संगठन विभिन्न स्थानों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। यह बंद शाम 6 बजे तक जारी रहेगा। राज्य में इसका भारी असर देखने को मिल रहा है। लोग अपने कामकाज नहीं कर पा रहे हैं। यातायात प्रभावित होने की वजह से लोग घरों में कैद होने को मजबूर हो गए हैं। राज्य के अलग-अलग हिस्सों से 50 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है। वहीं बेंगलुरु में सबसे व्यस्त मानी जाने वाली सड़कें भी सुनसान पड़ी हैं। कन्नड समर्थकों ने राजमार्गों और टोल नाकों को भी अवरूद्ध कर दिया है। प्रदर्शनकारी का एक गुट बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक पहुंच गया। इसके मद्देजनर 44 से ज्यादा उड़ानों को रद्द कर दिया गया है।
एयरपोर्ट में घुसने की कोशिश में प्रदर्शनकारी
तमिलनाडु को पानी छोड़े जाने के विरोध में कन्नड़ समर्थक संगठनों द्वारा शुक्रवार को बुलाए गए कर्नाटक बंद की पृष्ठभूमि में हवाईअड्डे से उड़ानें बंद हो गईं। बताया जा रहा है कि बेंगलुरु से नई दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और समेत अन्य शहरों के ले जाने वाली सभी फ्लाइट को रोक दिया गया है। इस बीच कुछ प्रदर्शनकारी इंडिगो 7731 उड़ान की टिकट खरीदकर एयरपोर्ट परिसर में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
इन इलाकों में धारा 144 लागू
कर्नाटक में बुलाए गए बंद को बेंगलुरू और राज्य के दक्षिणी इलाकों में जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। यही वजह है कि राज्य के इस हिस्से में जनजीवन ज्यादा प्रभावित हुआ है। बेंगलुरू शहर, मांड्या, मैसुरु, चामराजनगर, रामनगर और हसन जिलों में किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए धारा-144 लागू की गई है। इन शहरों में स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। कावेरी नदी जल विवाद की वजह से मंगलवार को बेंगलुरू बंद रहा था।
#WATCH | Bengaluru: Pro-Kannada organisations call for Karnataka Bandh over the Cauvery water issue.
(Visuals from BMTC and KSRTC bus terminal) pic.twitter.com/WyPYPey6ad
— ANI (@ANI) September 29, 2023
बंद में इन लोगों का मिला समर्थन
इस बंदी को ‘कर्नाटक फिल्म एक्जीबीटर्स एसोसिएशन’ का भी समर्थन मिला है। कर्नाटक में शाम तक के शो को कैंसिल कर दिया गया है। बेंगलुरू में बंद का असर कुछ यूं देखने को मिला है कि आईटी सेक्टर समेत कई सारे डोमेन की कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को कहा है कि वे वर्क फ्रॉम होम कर सकते हैं। इस बंद को ‘ऑटो रिक्शा ड्राइवर्स यूनियन’ और ‘ओला उबर ड्राइवर्स एंड ओनर्स एसोसिएशन’ का भी समर्थन मिला है।
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कावेरी जल पर स्टैंड ले सरकार
पूर्व मुख्यरमंत्री ने कहा कि कन्नड़ लोगों की भावनाओं को कुचला नहीं जाना चाहिए। हम जद (एस) की ओर से बंद को पूरा समर्थन देते हैं। वर्तमान परिस्थितियों में कावेरी के लिए आंदोलन अपरिहार्य हो गया है। कर्नाटक में सरकार तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है। कावेरी मुद्दे पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए। तमिलनाडु में अच्छी बारिश हो रही है और बारिश की भविष्यवाणी भी सकारात्मक है। फिर भी झगड़ा पानी के लिए हो रहा है। कुमारस्वामी ने कहा, कर्नाटक में राज्य सरकार लोगों के लिए कोई स्टैंड नहीं ले रही है। आंदोलनकारियों ने कावेरी मुद्दे पर राज्य के पक्ष में नहीं बोलने के लिए कर्नाटक के 28 सांसदों के पुतले जलाए।
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