Karnataka Anti-conversion Law: कर्नाटक में धर्मांतरण विरोधी कानून रद्द, सिद्धारमैया का फैसला
कर्नाटक मंत्रिमंडल की बैठक में बीजेपी शासन काल में लाए गए धर्मांतरण रोकथाम कानून को रद्द करने का फैसला किया।
Karnataka Anti-conversion Law: केबी हेडगेवार से जुड़े चैप्टर किताबों से होंगे बाहर
Karnataka Anti-conversion Law: कर्नाटक मंत्रिमंडल की बैठक में बीजेपी शासन काल में लाए गए धर्मांतरण रोकथाम कानून को रद्द करने का फैसला किया। कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने बीते 15 जून गुरुवार को कई बड़े फैसले लिए कर्नाटक मंत्रिमंडल की बैठक में बीजेपी के शासन काल में लाए गए धर्मांतरण रोकथाम कानून को रद्द करने का फैसला किया गया। साथ ही केबी हेडगेवार से जुड़ा चैप्टर कर्नाटक के किताबों से बाहर करने के फैसले पर भी मुहर लगी।
बीजेपी ने लागू किया था धर्मांतरण विरोधी कानून
कर्नाटक धर्मांतरण विरोधी कानून 2022 को कांग्रेस के विरोध के बावजूद बीजेपी सरकार ने लागू किया था। इस कानून के तहत एक धर्म से दूसरे धर्म में जबरन, किसी के प्रभाव में या बहका कर धर्म परिवर्तन कराना गैरकानूनी बताया गया है। इसके तहत तीन से पांच साल की कैद और 25000 रुपये जुर्माने का प्रावधान है।
इस कानून के तहत धर्म परिवर्तन कराने वाले शख्स पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाने का भी प्रावधान है। सामूहिक तौर पर धर्म परिवर्तन के लिए तीन से दस साल तक की कैद और एक लाख रुपये जुर्माने का प्रावधान है। यह भी कहा गया कि कोई भी शादी जो धर्म परिवर्तन के इरादे से ही की गई है, उसे फैमिली कोर्ट द्वारा अवैध माना जाएगा। इसे गैर जमानती अपराध बताया गया है।
3 जुलाई से कर्नाटक विधानसभा सत्र शुरू हो रहा है। कर्नाटक के मंत्री एच के पाटिल ने गुरुवार को कहा कि कर्नाटक धर्म की स्वतंत्रता के अधिकार का संरक्षण अधिनियम में किए गए बदलाव को हमने रद्द करने का फैसला किया है।
मधु बंगारप्पा बोले, केबी हेडगेवार से जुड़े चैप्टर हटेंगे
कर्नाटक के शिक्षा मंत्री मधु बंगारप्पा ने कहा कि कर्नाटक कैबिनेट ने स्कूली पाठ्यपुस्तकों में आरएसएस संस्थापक केबी हेडगेवार और अन्य से जुड़े अध्यायों को हटाने का फैसला किया है। पिछले साल उन्होंने जो भी बदलाव किए थे, हमने उसे बदल दिया है सावित्रीबाई फुले, इंदिरा गांधी को लिखे गए नेहरू के पत्रों और बीआर आंबेडकर पर कविता को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा।
बीजेपी ने किया पलटवार
सिद्धारमैया सरकार के धर्मांतरण पर लिए गए फैसले पर बीजेपी की ओर से तीखी टिप्पणी की गई है। कर्नाटक के पूर्व शिक्षा मंत्री और बीजेपी नेता बीसी नागेश ने कहा कि वे (कांग्रेस) मुसलमानों के वोट चाहते हैं, सिद्धारमैया की सरकार हिंदुओं के खिलाफ है। वे हिजाब को फिर से पेश कर सकते हैं। वे अल्पसंख्यकों के वोटों को आकर्षित करना चाहते हैं और हर चीज का राजनीतिकरण करना चाहते हैं।
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