Indian Railways: रेल सुरक्षा में क्रांति, 1000 किलोमीटर ट्रैक पर ऑटोमैटिक सिग्नलिंग सिस्टम होगा लागू
Indian Railways, दानापुर मंडल से पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल (डीडीयू) के बीच बन रही तीसरी और चौथी रेल लाइनों पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए ऑटोमैटिक सिग्नलिंग सिस्टम और सुरक्षा कवच प्रणाली स्थापित की जाएगी।
Indian Railways : 1000 किलोमीटर रेल मार्ग पर सुरक्षा कवच से होगी यात्रियों की सुरक्षा दोगुनी
Indian Railways, दानापुर मंडल से पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल (डीडीयू) के बीच बन रही तीसरी और चौथी रेल लाइनों पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए ऑटोमैटिक सिग्नलिंग सिस्टम और सुरक्षा कवच प्रणाली स्थापित की जाएगी। इस पहल का उद्देश्य रेल मार्गों पर यात्रियों और ट्रेनों की सुरक्षा को और अधिक सुदृढ़ बनाना है। यह कदम रेल दुर्घटनाओं को कम करने तथा रेल संचालन को सुरक्षित और प्रभावी बनाने के लिए उठाया जा रहा है।
विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) और पहले चरण की शुरुआत
रेलवे बोर्ड ने सुरक्षा कवच प्रणाली के लिए प्रस्ताव मांगा है और रेल प्रशासन ने इस दिशा में अंतिम विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस सुरक्षा कवच प्रणाली को सबसे पहले पटना से किउल तक के मार्ग पर लागू किया जाएगा। इससे पहले चरण में इस तकनीक की शुरूआत से रेल ऑपरेशन्स में सुधार और सुरक्षा बढ़ाने की उम्मीद है।
लोको पायलट के लिए स्मार्ट तकनीक
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, सुरक्षा कवच प्रणाली से लोको पायलट को डैशबोर्ड पर सभी जरूरी और तात्कालिक जानकारियां मिलेंगी। यह जानकारी उन्हें समय पर निर्णय लेने में मदद करेगी और संभावित दुर्घटनाओं को रोकने में सहायक साबित होगी। इस तकनीक से ट्रेन ड्राइवरों को बेहतर नियंत्रण मिलेगा और रेल संचालन में मानवीय त्रुटियों की संभावना कम हो जाएगी।
विशेष बजट और परियोजना का विस्तार
रेल मंत्रालय ने पूर्व मध्य रेलवे (ECR) और दानापुर मंडल में 1000 किलोमीटर से अधिक रेल मार्ग पर सुरक्षा कवच लगाने के लिए विशेष बजट को मंजूरी दे दी है। इस बजट के तहत पटना-डीडीयू की तीसरी और चौथी लाइनें भी शामिल हैं। तीसरी लाइन का निर्माण कार्य पहले ही शुरू हो चुका है और इसे जल्द पूरा करने की योजना है। इस पहल से रेल नेटवर्क की सुरक्षा में एक बड़ा बदलाव आएगा।
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टावर स्थापना कार्य प्रगति पर
पटना-डीडीयू खंड में टावर स्थापना का कार्य तेजी से चल रहा है। इसके अलावा, पटना जंक्शन से गया और झाझा के ग्रामीण क्षेत्रों में भी टावर लगाने के लिए टेंडर जारी किए जा चुके हैं। टावरों की स्थापना पूरी होने के बाद पूर्व मध्य रेलवे और दानापुर मंडल दोनों ऑटोमैटिक सिग्नलिंग सिस्टम से जुड़ जाएंगे। यह दोनों मंडलों के लिए सुरक्षा और संचालन की नई दिशा का प्रतीक होगा।
स्वच्छता अभियान: रेल मंडलों में जागरूकता और सफाई
स्वच्छता को लेकर भी पूर्व मध्य रेलवे (ECR) ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विशेष अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत दानापुर मंडल के राजेन्द्र नगर रेलवे स्टेशन पर लाउडस्पीकर के माध्यम से जन-जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रचार-प्रसार किया गया। बख्तियारपुर स्टेशन पर रेलवे ट्रैक की गहन सफाई की गई और किऊल स्टेशन पर कर्मचारियों ने श्रमदान किया।
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समस्तीपुर मंडल में नई पहलें
मंडल रेल प्रबंधक समस्तीपुर ने हस्ताक्षर अभियान और सेल्फी बूथ की शुरुआत की है, जिससे लोगों को सफाई और स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा सके। साथ ही समस्तीपुर और सोनपुर मंडल के कालोनियों में जागरूकता रैली भी निकाली गई। इस तरह के कार्यक्रम न केवल सफाई बढ़ाने में मदद करते हैं, बल्कि लोगों को रेलवे से जुड़ी जिम्मेदारियों के प्रति भी सजग बनाते हैं। दानापुर मंडल से पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल तक सुरक्षा कवच और ऑटोमैटिक सिग्नलिंग सिस्टम की स्थापना रेलवे सुरक्षा में एक बड़ा कदम है। यह पहल न केवल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी, बल्कि रेलवे संचालन को भी अधिक प्रभावी और सुरक्षित बनाएगी। साथ ही स्वच्छता अभियान जैसे कार्यक्रम रेलवे के प्रति जनता की जागरूकता और जिम्मेदारी को भी बढ़ावा देते हैं। आने वाले समय में यह सुधार भारतीय रेलवे को और भी आधुनिक, सुरक्षित और भरोसेमंद बनाएंगे।
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