भारत

Independence Day 2023 : आज है हमारे देश का 77 वां स्वतंत्रता दिवस, जानिए आजादी का इतिहास और महत्व

15 अगस्त को लेकर देशभर में तैयारियां शुरू हो गई हैं।इस स्वतंत्रता दिवस पर अपनी आजादी का जश्न मनाते हुए जानते है आजादी के बारे में विस्तार से।

Independence Day 2023 : महात्मा गांधी  और आजादी से जुड़े  कई  सच्चे तथ्यों को, जानें भारत की आज़ादी से जुड़ी दस दिलचस्प बातें


स्वतंत्रता दिवस सिर्फ एक दिन नहीं हैं इस दिन से करोड़ों लोगों की भावनाएं जुड़ी हैं। इस दिन लोगों के मन में एक उमंग होती है। देश की सड़कों पर जोश और उत्साह गूंज रहा है।

महात्मा गांधी आजादी के दिन दिल्ली से हजारों किलोमीटर दूर बंगाल के नोआखली में थे, जहां वे हिंदुओं और मुसलमानों के बीच सांप्रदायिक हिंसा को रोकने के लिए अनशन पर थे।पहला स्वाधीनता दिवस शामिल नहीं थे।

Read More: Independence Day Speech in Hindi : 15 अगस्त 77 स्वतंत्रता दिवस पर दें ये छोटा और सरल दमदार भाषण

जब तय हो गया कि भारत 15 अगस्त को आजाद होगा तो जवाहर लाल नेहरू और सरदार वल्लभ भाई पटेल ने महात्मा गांधी को ख़त भेजा।  इस खत में लिखा था, “15 अगस्त हमारा पहला स्वाधीनता दिवस होगा। आप राष्ट्रपिता हैं, इसमें शामिल हो अपना आशीर्वाद दें।

गांधी ने इस खत का जवाब भिजवाया, “जब कोलकाता में हिंदू-मुस्लिम एक दूसरे की जान ले रहे हैं, ऐसे में मैं जश्न मनाने के लिए कैसे आ सकता हूं. मैं दंगा रोकने के लिए अपनी जान दे दूंगा.”

जवाहर लाल नेहरू ने ऐतिहासिक भाषण ‘ट्रिस्ट विद डेस्टिनी’ 14 अगस्त की मध्यरात्रि को वायसराय लॉज मौजूदा राष्ट्रपति भवन से दिया था। तब नेहरू प्रधानमंत्री नहीं बने थे। तब इस भाषण को पूरी दुनिया ने सुना, लेकिन गांधी उस दिन नौ बजे सोने चले गए थे।

15 अगस्त, 1947 को लॉर्ड माउंटबेटन ने अपने दफ्तर में काम किया। दोपहर में नेहरू ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल की सूची सौंपी और बाद में इंडिया गेट के पास प्रिंसेस गार्डन में एक सभा को संबोधित किया।

हर स्वतंत्रता दिवस पर भारतीय प्रधानमंत्री लाल किले से झंडा फहराते हैं. लेकिन 15 अगस्त, 1947 को ऐसा नहीं हुआ था। लोकसभा सचिवालय के एक शोध पत्र के मुताबिक नेहरू ने 16 अगस्त, 1947 को लाल किले से झंडा फहराया था।

भारत के तत्कालीन वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन के प्रेस सचिव कैंपबेल जॉनसन के मुताबिक़ मित्र देश की सेना के सामने जापान के समर्पण की दूसरी वर्षगांठ 15 अगस्त को पड़ रही थी, इसी दिन भारत को आजाद करने का फ़ैसला हुआ था।

Read More: Independence Day: जानिए 15 अगस्त को लाल किले पर क्यों होता है ध्वजारोहण?

15 अगस्त तक भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा रेखा का निर्धारण नहीं हुआ था। इसका फैसला 17 अगस्त को रेडक्लिफ लाइन की घोषणा से हुआ था।

रात 15 अगस्त को आज़ाद जरूर हो गया, लेकिन उसका अपना कोई राष्ट्रगान नहीं था।  रवींद्रनाथ टैगोर जन-गण-मन 1911 में ही लिख चुके थे, लेकिन यह राष्ट्रगान 1950 में ही बना था।

15 अगस्त को  भारत के अलावा तीन अन्य देशों का भी स्वतंत्रता दिवस है। ये देश है  दक्षिण कोरिया जापान से 15 अगस्त, 1945 को आजाद हुआ।  ब्रिटेन से बहरीन 15 अगस्त, 1971 को और फ्रांस से कांगो 15 अगस्त, 1960 को आज़ाद हुआ।

अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com 

Back to top button