सरकार ने जारी की स्वच्छ भारत सर्वेक्षण की लिस्ट मैसूर है पांचवे स्थान पर, जानें कौन है पहला
मध्यप्रदेश के दो बड़े शहर पहले और दूसरे नंबर पर
प्रधानमंत्री की स्वच्छ भारत योजना के बाद से पूरे देश में सफाई को लेकर लोगों का नजरिया बदल गया है। अपने-अपने राज्य को स्वच्छ बनाने के लिए राज्य सरकार तरह-तरह के कदम उठाती है।
देश की सफाई के मद्देनजर आज केंद्रीय शहरी और विकास मंत्री वैंकेया नायडू ने स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार का ऐलान किया।
इंदौर पहले स्थान पर
पिछले साल के मुकाबले इस साल बहुत बड़ा उल्ट फेर हुआ है। इस साल मध्यप्रदेश के इंदौर को पहला स्थान हासिल हुआ है। वहीं दूसरा स्थान पर भी मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल है। जबकि तीसरे नंबर पर विशाखापट्टनम है। देश की राजधानी सातवें स्थान पर है। वहीं पिछले साल पहले स्थान पर रहने वाले मैसूर इस बार पांचवे नंबर पर खिसक गया है।
शहरी एवं विकास मंत्री वैंकेया नायडू
टॉप 50 में सबसे ज्यादा गुजरात के 12 शहर हैं। इसके साथ ही मध्यप्रदेश के 11, तमिलनाडू के 4 और महाराष्ट्र के 3 शहर शामिल है। दिल्ली की एक ही नगर निगम इस लिस्ट में शामिल है। बाकी की तीन तो टॉप 100 में भी शामिल नहीं हो पाई। गुजरात और छत्तीसगढ़ दोनों राज्यों में स्वच्छता में काफी सुधार हुआ है।
यूपी का गोंडा सबसे पीछे
साथ ही बिहार, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान के तो लगता किसी भी शहर में सफाई नही है। यहां कोई भी शहर टॉप 50 में भी शामिल नहीं हो पाया।
यह सर्वेक्षण देश के 434 शहरों में किया गया था। जिसमें सबसे पीछे यूपी का गोंडा शहर है। 433 नंबर पर महाराष्ट्र का भुसावल शहर है। उसके बाद बिहार का बगहा, उत्तरप्रदेश का हरदोई, बिहार का कटिहार, यूपी का बहराइच, पंजाब का मुक्तसर, अबोहर, यूपी का शाहजहांपुर और खुर्जा है।
इन मापदंडों हुआ सर्वेक्षण
सर्वे वेस्ट मैनेजमेंट,गली मोहल्लों की सफाई, सार्वजनिक शौचायलों में सफाई, अस्पतालों में सफाई, शहर के अंदर सफाई के जागरुकता अभियान, ओडीएफ, कचरा निष्पादन, डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन, स्वच्छ पेयजल।