Azamgarh News: छात्रा ने तीसरी मंजिल से कूदकर की आत्महत्या, इस मामले में प्रिंसिपल और शिक्षक गिरफ्तार
आजमगढ़ के चिल्ड्रेन गर्ल्स स्कूल में 11वीं की छात्रा श्रेया तिवारी की तीसरी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली।
Azamgarh News: सड़कों पर उतरे अभिभावक महासंघ, सामाजिक संगठनों ने खोला मोर्चा
आजमगढ़ के चिल्ड्रेन गर्ल्स स्कूल में 11वीं की छात्रा श्रेया तिवारी ने तीसरी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। परिजनों की तहरीर के आधार पर पुलिस ने स्कूल की प्रिंसिपल और क्लास टीचर को गिरफ्तार कर लिया है।
Azamgarh News: आपको बता दें बीते 31 जुलाई को सिधारी थाना क्षेत्र के हरबंसपुर स्थित चिल्ड्रन गर्ल्स कॉलेज में श्रेया तिवारी ने स्कूल की तीसरी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में स्कूल की प्रिंसिपल सोनम मिश्रा और एक अन्य शिक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। इसमें दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। पुलिस की शुरुआती जांच के बाद यह पता चला कि छात्रा के पास से एक मोबाइल बरामद की गई थी। जिसके बाद स्कूल की प्रधानाचार्य व एक शिक्षक पर उसे घंटों प्रताड़ित करने का आरोप लगा था।
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छात्रा ने स्कूल की तीसरी मंजिल से कूदकर कर की आत्महत्या
इसके बाद छात्रा ने स्कूल की तीसरी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने इस पूरे मामले का जब खुलासा किया तो लोगों के होश उड़ गए। पुलिस ने बताया कि जिस जगह पर छात्रा ने सुसाइड किया था, वहां पर कुछ खून के निशान को स्कूल के कुछ लोगों द्वारा मिटाया गया था। इसके बाद पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। शिक्षकों की गिरफ्तारी के बाद अब प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के आवाह्न पर शिक्षकों की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदेश के सभी निजी विद्यालय एक दिन के लिए बंद रहे।
क्या बोले प्रिंसिपल व टीचर?
पूछताछ में प्रिंसिपल व टीचर ने बताया कि श्रेया के बैग से मोबाइल बरामद हुआ था। जिसके लिए उसे डांटा फटकारा गया था और परिजनों को फोन किया गया था। सजा के तौर पर प्रधानाचार्य के ऑफिस के बाहर खड़ा किया गया था और परिजनों के आने का इंतजार हो रहा था। जिसके कारण खुद अपमानित महसूस करते हुए उसने इस तरह की घटना को अंजाम दिया।
सड़कों पर उतरे अभिभावक महासंघ
दूसरी तरफ स्कूलों के बंद करने के फैसले के विरोध में अभिभावक महासंघ की सड़कों पर उतर गया है। प्राइवेट स्कूलों की मनमानी व शिक्षा माफियाओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अभिभावक महासंघ ने स्कूल बंद करने के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
सामाजिक संगठनों ने खोला मोर्चा
इस घटना के दूसरे दिन से ही कुछ सामाजिक संगठनों ने विद्यालय प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उनके द्वारा डीएम को ज्ञापन सौंपने के साथ ही कैंडिल मार्च निकालकर प्रधानाचार्य और कक्षाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जाने लगी।
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