सेहत

Stomach infection : स्‍टमक इंफेक्‍शन, जानिए कारण और बचाव के सरल उपाय

स्टमक इंफेक्शन एक आम स्वास्थ्य समस्या है, लेकिन उचित स्वच्छता और सही आहार के साथ इसका आसानी से बचाव किया जा सकता है। अगर लक्षण गंभीर हों या लंबे समय तक बने रहें, तो चिकित्सीय सलाह लेना जरूरी है। अपनी सेहत का ध्यान रखें और इंफेक्शन से बचाव के लिए सतर्क रहें।

Stomach infection : क्‍यों होता है स्‍टमक इंफेक्‍शन और इससे कैसे बचें?

Stomach infection, जिसे आमतौर पर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल इंफेक्शन या गैस्ट्राइटिस के नाम से जाना जाता है, एक ऐसी स्थिति है जिसमें पेट और आंत्र (इंटेस्टाइन) में संक्रमण हो जाता है। यह संक्रमण बैक्टीरिया, वायरस, या परजीवी के कारण हो सकता है और इससे पेट में दर्द, उल्टी, दस्त, और अन्य लक्षण हो सकते हैं।

Stomach infection
Stomach infection

स्टमक इंफेक्शन के कारण

1. वायरल इन्फेक्शन

नोरोवायरस और रोटावायरस जैसे वायरस पेट में संक्रमण पैदा कर सकते हैं। ये वायरस अक्सर दूषित खाद्य पदार्थ और पानी के माध्यम से फैलते हैं।

2. बैक्टीरियल इन्फेक्शन

हेलीकोबैक्टर पाइलोरी (H. pylori) और साल्मोनेला जैसे बैक्टीरिया पेट में संक्रमण का कारण बन सकते हैं। ये बैक्टीरिया भी अक्सर दूषित पानी और खाद्य पदार्थ के माध्यम से शरीर में प्रवेश करते हैं।

3. दूषित भोजन और पानी

अस्वच्छ या अधपका भोजन और दूषित पानी पेट में संक्रमण का प्रमुख कारण हो सकते हैं।

4. एंटीबायोटिक का अत्यधिक उपयोग

कभी-कभी, एंटीबायोटिक्स का अत्यधिक उपयोग पेट के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है और संक्रमण का कारण बन सकता है।

Stomach infection
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स्टमक इंफेक्शन के लक्षण

पेट के निचले हिस्से में दर्द और ऐंठन महसूस हो सकती है। बार-बार उल्टी और दस्त होना आम लक्षण हैं। कभी-कभी हल्का बुखार भी हो सकता है।संक्रमण के कारण शरीर में कमजोरी और थकावट हो सकती है। पेट की समस्याओं के कारण भूख कम हो जाती है।

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स्टमक इंफेक्शन से बचाव के तरीके

हाथ धोने की आदत डालें, खासकर खाने से पहले और शौचालय का उपयोग करने के बाद।सुनिश्चित करें कि आप केवल साफ और अच्छी तरह से पके हुए खाद्य पदार्थ और स्वच्छ पानी का सेवन करें।अत्यधिक मसालेदार और तला-भुना भोजन कम करें और संतुलित आहार लें।कुछ संक्रमणों से बचाव के लिए वैक्सीनेशन उपलब्ध है, जैसे रोटावायरस के लिए।अगर आप बार-बार पेट की समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।एंटीबायोटिक्स का उपयोग केवल डॉक्टर की सलाह पर ही करें और निर्धारित खुराक के अनुसार लें।

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