National Nutrition Week 2023 : क्यों मनाते हैं राष्ट्रीय पोषण सप्ताह,आइए जानें इसका इतिहास और महत्व
हर साल सितंबर महीने में 1 से 7 सितंबर तक पोषण सप्ताह के रूप में मनाया जाता है। चने प्रोटीन से भरपूर होते हैं, चने की दाल में बाकी सभी दालों से ज्यादा प्रोटीन पाया जाता है।
National Nutrition Week 2023 : राष्ट्रीय पोषण सप्ताह में जानिए सेहत के लिए, किस-किस तरह से अच्छी है चने की दाल
एक सितंबर से राष्ट्रीय पोषण सप्ताह की शुरुआत हो जाती है। सितंबर के पहले सप्ताह में भारत में पोषण सप्ताह मनाते हैं, जो 7 सितंबर तक मनाया जाता है।
राष्ट्रीय पोषण दिवस –
हर साल सितंबर के पहले हफ्ते में राष्ट्रीय पोषण दिवस मनाया जाता है, खानपान में पोषण का विशेष महत्व होता है। राष्ट्रीय पोषण दिवस मनाने की नींव मार्च 1975 में रखी गई थी। शुरुआत में इसे एक हफ्ते मनाते थे, लेकिन बाद में 1980 में राष्ट्रीय पोषण सप्ताह एक हफ्ते की बजाय एक महीने मनाया जाने लगा। भारत सरकार ने 1982 में राष्ट्रीय पोषण सप्ताह को मनाने में कुछ नये बदलाव किए और सितंबर महीने के पहले सप्ताह में राष्ट्रीय पोषण दिवस मनाने का फैसला लिया गया। इसके बाद से हर साल सितंबर महीने में 1 से 7 सितंबर तक पोषण सप्ताह के रूप में मनाया जाता है।
चना दाल में प्रोटीन –
हम अक्सर कोशिश करते है कि उन्हीं चीजों को खाया-पिया जाए जिससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में सभी पोषक तत्व मिल सकें। तो आप जानते है कि चना दाल खाना सेहत के लिए किस तरह से फायदेमंद होता है। चना दाल खाने पर शरीर को फाइबर और प्रोटीन की अच्छी मात्रा मिलती है,और यह दाल स्ट्रेस और पाचन को ठीक रखने में भी कारगर साबित होता है। तो यहां जानिए चना दाल खाने से सेहत को मिलने वाले पोषण और इसके फायदों के बारे में –
चना दाल खाने के फायदे –
चने की दाल में विटामिन और खनिजों की अच्छी स्त्रोत होती है। इस दाल में मैग्नीशियम, पोटेशियम, बी विटामिन, जिंक, सेलेनियम, मैग्नीज और कॉपर भी होता है जो शरीर को तनाव और एंजाइटी जैसी दिक्कतों से दूर रखता है।
ब्लड शुगर को कंट्रोल –
चने की दाल में डाइट्री फाइबर की भरपूर मात्रा होती है जो इसे ब्लड शुगर कम करने के लिए अच्छा ऑप्शन बनाती है, इस दाल को अलग-अलग तरह से खानपान का हिस्सा बनाया जा सकता है और डायबिटीज के मरीज इसका सेवन कर सकते हैं।
शरीर को मिलता है प्रोटीन –
चने प्रोटीन से भरपूर होते हैं, चने की दाल में बाकी सभी दालों से ज्यादा प्रोटीन पाया जाता है। प्रोटीन के अलावा, इसमें अमीनो एसिड्स भी अच्छी मात्रा में होते हैं, इस चलते चने की दाल को वीगन डाइट का हिस्सा भी बनाया जाता है।
मूड को बूस्ट करता है –
चने की दाल को खाने पर मूड बूस्ट होने में मदद मिलती है। इस दाल में एल-ट्रिप्टोफैन होते हैं जोकि मूड बेहतर करने में मददगार साबित होते हैं, इसके अलावा इस दाल से इमोशनल बैलेंस बेहतर होने में मदद मिलती है।
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चना दाल को डाइट में शामिल –
चने की दाल को साधारण दाल की तरह पकाकर भी खाया जा सकता है. इसके अलावा भी इसके सेवन के कई तरीके हैं, जैसे इस दाल से परांठे बनाकर खाए जा सकते हैं। चने की दाल का सूप भी स्वाद में अच्छा होता है, इसे पीने पर पेट लंबे समय तक भरा हुआ भी महसूस करता है। सोयाबीन के साथ चने की दाल को पकाकर खा सकते हैं, इसे रोटी या चावल के साथ भी खाया जा सकता है।
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