सेहत

कब खाना है, Intermittent Fasting के तरीके जो बदल सकते हैं आपकी लाइफस्टाइल

Intermittent Fasting : फिटनेस के नए ट्रेंड में फास्टिंग से ज़्यादा फर्क पड़ता है या टाइमिंग से।

 Intermittent fasting यह एक पैटर्न जिसमें आप एक निश्चित समय पर खाना खाते हैं और बाकी समय उपवास करते हैं। 

Intermittent fasting : इंटरमिटेंट फास्टिंग यानी भोजन कब करना है, इस पर ध्यान देना — न कि क्या खाना है। इसमें आप एक तय समय पर खाना खाते हैं और बाकी समय कुछ नहीं खाते सिर्फ पानी, ब्लैक कॉफी या ग्रीन टी चलती है। 

इंटरमिटेंट फास्टिंग क्या है?

Intermittent fasting यह एक पैटर्न है खाना खाने का इसलिए इसको हम डाइट प्लान  नहीं कह सकते है । Intermittent fasting के कई फायदें होते है जैसे  जब हम लंबे समय तक न खाएं, तो शरीर इंसुलिन हार्मोन को कम करता है और जमा फैट को ऊर्जा में बदलना शुरू करता है — जिससे वज़न घटता है, और मेटाबॉलिज्म सुधरता है।

Read More : Smartphone detox: क्या आप को भी है डिजिटल लाइफ से ब्रेक लेने कि जरूरत, तो अपनाएं ये आसान टिप्स

इंटरमिटेंट फास्टिंग के प्रकार

इंटरमिटेंट फास्टिंग के कई तरह के होते है जिनमें से कुछ लोकप्रिय हैं

16/8 विधि इंटरमिटेंट फ़ास्टिंग 

 इस विधि का पालन करने वाले व्यक्ति दिन के 16 घंटे उपवास करता है और खाना 8 घंटे के भीतर ही बस करता है यह एक लोकप्रिय विधि है । इस विधि के अंदर उपवास और भोजन का चक्र चलता है । 

5:2 विधि इंटरमिटेंट फ़ास्टिंग 

यह आंतरायिक उपवास का एक तरीका है जिसमें 5 दिन सामान्य रूप से खाना और 2 दिन उपवास करना शामिल है

इंरमिटेंट फास्टिंग के फायदे

इंटरमिटेंट फ़ास्टिंग के कई फायदे है 

  1. इंटरमिटेंट फ़ास्टिंग से वजन कम हो सकता है। 
  2. इंटरमिटेंट फास्टिंग इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार कर सकता है
  3. इंटरमिटेंट फास्टिंग मस्तिष्क स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है, जैसे कि फोकस और एकाग्रता में वृद्धि। 

We’re now on WhatsApp. Click to join.

अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com

Back to top button