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Cancer Survivors Day: भारत में हर 13 मिनट में ब्रेस्ट कैंसर से होती है 1 महिला की मौत, जानें कैंसर के शुरूआती लक्षण

Cancer Survivors Day: इन आम लक्षणों को न करें नजरअंदाज, हो सकते हैं कैंसर के कारण


Highlights:

  • कैंसर दुनिया की सबसे घातक और जानलेवा बीमारियों में से एक है, इसलिए इसके प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से नेशनल कैंसर सर्वाइवर्स डे मनाया जाता है।
  • इस वर्ष कैंसर सर्वाइवर्स डा 5 जून को मनाया जाएगा।

Cancer Survivors Day: कैंसर सर्वाइवर्स डे  हर साल जून महीने के पहले रविवार को मनाया जाता है। दरअसल, कैंसर दुनिया की सबसे घातक और जानलेवा बीमारियों में से एक है, इसलिए इसके प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से नेशनल कैंसर सर्वाइवर्स डे मनाया जाता है। इस वर्ष कैंसर सर्वाइवर्स डा 5 जून को मनाया जाएगा।

दरअसल कैंसर बीमारी से निपटना न सिर्फ पीड़ित बल्कि उसके पूरे परिवार के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं होती है।  ऐसे में नेशनल कैंसर सर्वाइवर्स डे पर कैंसर सर्वाइवर्स  और उनकी प्रेरक कहानियों से लोगों रूबरू कराया जाता है।

कैंसर सर्वाइवर्स डे सभी कैंसर से बचे लोगों और उनके दोस्तों और परिवारों के लिए उत्सव का दिन है और कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने का दिन है।

कैंसर एक लंबी और जटिलतम बीमारियों में से एक है। इंटरनेशनल स्टडीज के अनुसार हर साल कैंसर से 10 मिलियन लोग कैंसर से मौत के मुँह में जाते हैं।

इस आर्टिकल में हम आपको कैंसर के शुरूआती लक्षण, महिलाओं में कौन – कौन से  कैंसर अधिक होते हैं साथ ही भारत में कैंसर के कौन – कौन से एनजीओ हैं उनके बारे में बताएंगे।

कैंसर के शुरुआती लक्षण 

सभी कैंसर के लक्षण एक – दूसरे से अलग होते हैं। ऐसे में इसके संकेतों और शुरुआती लक्षणों के बारे में हर किसी को जानकारी होनी चाहिए, ताकि समय रहते लक्षणों को पहचानकर इलाज शुरू की जा सके।

1. वजन कम होना – बिना कोई कारण अगर आपका वजन तेजी से कम होने लगे, तो यह कैंसर के संकेतों में से एक हो सकता है। लंग कैंसर, पेट कैंसर या पैंक्रियाज कैंसर के ये लक्षण हो सकते हैं।

2. अधिक थकान – सारा दिन थकान महसूस होना कैंसर के महत्वपूर्ण लक्षणों में शामिल हैं। यह ल्यूकेमिया या कोलन कैंसर के लक्षण हो सकते हैं।

3. त्वचा में गांठ या लम्प नज़र आना त्वचा में किसी तरह के गांठ या लम्प नज़र आयें तो ये कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। त्वचा में गांठ होना स्तन कैंसर, लिम्फ नोड्स के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं।

4. त्वचा में बदलाव – यदि आप अपनी त्वचा के रंगों में बदलाव देख रहे हैं जैसे कि त्वचा का काला, पीला या लाल हो जाना तो ये कैंसर के शुरूआती संकेत हो सकते हैं। इसके अलावा कोई घाव अगर ठीक होने में अधिक समय ले रहा है तो उसे नजरअंदाज बिल्कुल न करें।

5. तेज दर्द – तेज दर्द बोन कैंसर या टेस्टिक्युलर कैंसर का शुरुआती लक्षण हो सकता है।

महिलाओं में ये 6 प्रकार के कैंसर सबसे आम होते हैं 

स्तन कैंसर सबसे आम और टॉप लिस्ट पर है। यह किसी भी उम्र में हो सकता है लेकिन उम्र के साथ – साथ इसका जोखिम बढ़ता जाता है।

WHO  के अनुसार, हर साल स्तन कैंसर से लगभग 1.38 मिलियन नए मामले और 458000 मौतें होती हैं। आंकड़े बताते हैं कि भारत में हर 4 मिनट में एक महिला ब्रेस्ट कैंसर की जांच कराती है, जबकि हर 13 मिनट में 1 महिला की मौत ब्रेस्ट कैंसर के कारण मौत होती है।

इसके अलावा कोलोरेक्टल कैंसर जो कोलन का कैंसर है, फेफड़ों का कैंसर, थायराइड कैंसर, ओवेरियन कैंसर और सर्वाइकल कैंसर ये मुख्य 6 प्रकार के कैंसर हैं जो महिलाओं में आम हैं।

कौन – कौन से एनजीओ कैंसर सर्वाइवर्स के लिए काम करते हैं

इंडियन कैंसर सोसायटी: इंडियन कैंसर सोसायटी को पहला कैंसर सीएई माना जाता है जिसने भारत में कैंसर रोगियों के लिए सहायता प्रदान करना शुरू किया। इस एनजीओ की स्थापना 1951 में हुई।

संजीवनी लाइफ बियॉन्ड कैंसर: इस संगठन का मिशन भारत में कैंसर का रोकथाम करना है। यह एक समुदाय – निर्माण के माध्यम से भारत में कैंसर के मरीजों की मदद करना है। संजीवनी समाज के कमजोर वर्गों के मरीजों के साथ काम करती है और उन्हें मुफ्त इलाज मुहैया कराती है। यह एनजीओ न ही सिर्फ मरीजों का उपचार करती है बल्कि उन्हें जीवन के प्रति एक सकारात्मक रवैया भी प्रदान करती है।

विमेन्स केयर इन्सेंटिव: विमेन्स केयर इन्सेंटिव महिलाओं के स्तन, गर्भाशय कैंसर जैसी महिलाओं में बीमारी से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर ध्यान देता है। हर साल यहाँ 25 हज़ार से भी ज्यादा मरीज इलाज के लिए आते हैं।

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