मनोरंजन

Shabaash Mithu Review: फिल्म की दमदार कहानी में तापसी की एक्टिंग ने लगाए हैं चार – चाँद , इस वीकेंड जरूर देखें!

Shabaash Mithu Review: फिल्म जो सिखाती है सपने देखने की अहमियत


Highlights:

  • फिल्म आपको कहीं भी बोरिंग नहीं लगने वाली है खास करके जो बायोपिक या मोटिवेशनल फिल्मे देखना पसंद करते हैं उनके लिए यह फिल्म इस वीकेंड का सही तोहफा हो सकता है।
  • यह फिल्म रिलीज हो रही है 15 जुलाई 2022 को आपके नजदीकी सिनेमाघरों में।

Shabaash Mithu Review : विमेन इन ब्लू सुन के अलग लगता है न। भला क्यों न लगे, अब लड़कियों को नीले जर्सी में देखने की कहाँ आदत है हमें। हम आज के मेन मुद्दे पर आयें उससे पहले आपसे एक सवाल करना चाहेंगे। आप कितने महिला क्रिकेटर को जानते हैं ? शायद इसका जवाब नहीं होगा आपके पास।

गलियों का खेल मात्र Gentleman’s game कब बनकर रह गया इसकी जानकारी किसी को नहीं है और इसे तोड़ा भारत के लाखों महिलाओं की आवाज़ बनी उस महिला क्रिकेटर ने जिसने देश में महिला क्रिकेटर को नया आगाज दिया।

जी हाँ, हम बात कर रहे हैं महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कैप्टन मिताली राज की। मिताली के जीवन, उनके संघर्ष और भारतीय महिला क्रिकेट टीम में उनके योगदान को दिखाने के लिए डायरेक्टर श्रीजीत मुखर्जी लेकर आये हैं फिल्म शाबाश मिथु।

कहने के लिए तो फिल्म एक स्पोर्ट्स पर्सन की है जिसमें उसके जीवन की संघर्ष की कहानी से लेकर उसके चैंपियन बनने तक के सफर को दिखाया गया है। शायद अगर बस हम ये कहें तो फिल्म के साथ थोड़ी नाइंसाफी होगी। क्योंकि ये कहानी सिर्फ एक मिथु की नहीं है, ये कहानी है देश की उन हज़ारों, लाखों लड़कियों की जिसने अपने एक सपने को साकार करने के लिए अपनी पूरी ज़िंदगी दाँव पर लगा दी।

Read more: Katrina Kaif Birthday: हिंदी सीखने से लेकर हिंदुस्तानी बहू बनने तक कैटरीना ने तोड़े सारे Stereotypes

कहानी: कहानी की शुरुआत में हमारी कैप्टन यानी मिताली को खाली रास्ते पर दौड़ते दिखाया गया है कोई एक अधूरे सपने के साथ जिसे पूरा करने में वह नाकाम रही हैं। फिल्म की स्टोरी अब उनके बचपन को दिखाती है जहाँ क्रिकेट से उनकी पहली मुलाकात से लेकर क्रिकेट के लिए प्यार पनपने तक को दिखाया गया है। इस बीच उनको एक लड़की, एक महिला होने के चलते किन – किन संघर्षों से गुजरना पड़ता है यह दिखाया गया। मिताली की कहानी के साथ कहानी चलती है उनके जीवन से जुड़े उन मुख्य किरदारों की जो मिताली के लाइफ में बहुत बड़ा रोल प्ले करते हैं। मिताली के नेशनल टीम में सिलेक्शन से लेकर एक महिला टीम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किन – किन मुश्किलों से उस वक्त गुजरना पड़ा होगा इसे बहुत ही बेहतरीन ढंग से फिल्म में दिखाया गया है। फिल्म की कहानी मिताली के इर्द – गिर्द जरूर घूमती है लेकिन यह कहानी उस मुद्दे को उठाने में सफल रही है जो देश में महिला खिलाड़ियों के क्या हालात हैं।

एक्टिंग: मिताली राज का किरदार निभाया है तापसी पन्नू ने। इसमें कोई दो राय नहीं है कि तापसी बायोपिक रोल्स में बेहतरीन लगती हैं। पूरे फिल्म में कहीं एक मिनट के लिए भी नहीं लगता है कि यह कहानी उनकी नहीं मिताली की हैं। यहाँ तक की छोटी मिताली के किरदार को भी बखूबी निभाया गया है। तापसी ब्लू जर्सी में जबरदस्त लगी हैं। तापसी के अलावा उनकी वूमेन इन ब्लू टीम ने फिल्म में चार चाँद लगाने का पूरा काम किया है। इन सबमें सबसे अधिक दिल जीता है मिताली की टीम की खिलाड़ी नीलू का किरदार प्ले कर रही संपा मंडल ने। कुल मिलाकर फिल्म की स्टारकास्ट अच्छी और अपने किरदारों के साथ मैचिंग लगती है।

डायरेक्शन / सिनेमेटोग्राफी: पूरे फिल्म में अगर कोई चीज सबसे अधिक तारीफ की हकदार है तो वह है फिल्म की सिनेमेटोग्रफी। फिल्म में कई ऐसे शॉट्स हैं जो आपको गूसबम्प्स देते हैं। फिल्म के डायरेक्शन पार्ट पर थोड़ा और काम किया जा सकता था लेकिन सही कहानी और कलाकारों की एक्टिंग ने इस ज़रा सी गड़बड़ी को छुपा लिया।

म्यूजिक: फिल्म का संगीत कुछ ख़ास नहीं है। कुल मिलाकर तीन से चार गाने हैं जिन्हें आप थियेटर से निकलते ही भूल सकते हैं। लेकिन कई सीन्स में कैलाश खेर की आवाज़ आपको इमोशनल कर सकती है।

Read More- Relationship Tips: हो रहे है BAE से झगड़े? ये 4 चीज़े करेंगी आपकी मदद

मजबूत प्वाइंट – तापसी की एक्टिंग, स्टार कास्ट, सिनेमेटोग्राफी

कमजोर प्वाइंट – डायरेक्शन: कुल मिला के फिल्म आपको कहीं भी बोरिंग नहीं लगने वाली है खास करके जो बायोपिक या मोटिवेशनल फिल्मे देखना पसंद करते हैं उनके लिए यह फिल्म इस वीकेंड का सही तोहफा हो सकता है। यह फिल्म रिलीज हो रही है 15 जुलाई 2022 को आपके नजदीकी सिनेमाघरों में।

फिल्म को हम 5 में से 3.5 स्टार देना चाहेंगे।

अंत में हम यही कहना चाहेंगे की यह बहुत जरूरी है कि हिंदी सिनेमा महिला केंद्रित फिल्मों पर ध्यान दे और ऐसे ही किरदार जो हमारे ही बीच छुपे हैं उन्हें हम सबके सामने लाता रहे ताकि समय – समय पर कोई – न – कोई मिथु हमें मिलती रहे जिन्हें हम कह सकें शाबाश मिथु।

अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com

Back to top button