Janhvi Kapoor: ‘इंसानियत कहां है?’ बांग्लादेश में जिंदा जलाने की घटना पर Janhvi Kapoor का फूटा गुस्सा
Janhvi Kapoor, बांग्लादेश में हाल ही में सामने आई एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया है।
Janhvi Kapoor : सेलेब्स की आवाज़, बांग्लादेश की घटना पर Janhvi Kapoor का बेबाक बयान वायरल
Janhvi Kapoor, बांग्लादेश में हाल ही में सामने आई एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना में एक शख्स को भीड़ द्वारा जिंदा जला दिए जाने की खबर सामने आई, जिसने मानवता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस अमानवीय घटना पर बॉलीवुड अभिनेत्री जान्हवी कपूर (Janhvi Kapoor) ने कड़ा रुख अपनाते हुए सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने इसे पाखंड बताते हुए कहा कि यही दोहरा चरित्र समाज को अंदर से खोखला कर रहा है।
बांग्लादेश की घटना ने झकझोरा समाज
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बांग्लादेश में यह घटना कथित तौर पर भीड़ के गुस्से और कट्टर सोच का नतीजा थी। कानून को हाथ में लेते हुए एक व्यक्ति को बेरहमी से जिंदा जला दिया गया। यह कोई पहली घटना नहीं है जब भीड़ हिंसा ने इंसानियत को शर्मसार किया हो, लेकिन हर बार ऐसी घटनाएं समाज की संवेदनहीनता को उजागर करती हैं। इस घटना के वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं, जिन्हें देखकर लोग स्तब्ध रह गए।
जान्हवी कपूर की तीखी प्रतिक्रिया
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए जान्हवी कपूर ने सोशल मीडिया स्टोरी के जरिए अपना गुस्सा और दुख जाहिर किया। उन्होंने लिखा, “यही पाखंड हमें तबाह कर देगा। हम एक तरफ नैतिकता और धर्म की बातें करते हैं और दूसरी तरफ इंसानों को जिंदा जला देते हैं।” जान्हवी का यह बयान तेजी से वायरल हो गया और लोगों ने उनकी बेबाकी की सराहना की।
पाखंड पर उठाए सवाल
जान्हवी कपूर ने अपने बयान में सीधे तौर पर समाज के दोहरे मानदंडों पर सवाल उठाए। उन्होंने इशारों में कहा कि जब भीड़ खुद को सही ठहराने के लिए धर्म, परंपरा या नैतिकता का सहारा लेती है, तब असल में वही सोच सबसे ज्यादा खतरनाक साबित होती है। उनका मानना है कि जब इंसान इंसान की जान लेने को जायज ठहराने लगे, तब समझ लेना चाहिए कि समाज गंभीर संकट में है।
सेलेब्स की जिम्मेदारी और आवाज
जान्हवी कपूर उन कलाकारों में से हैं जो सामाजिक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखने से नहीं डरतीं। इससे पहले भी वह महिलाओं की सुरक्षा, मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक असमानता जैसे मुद्दों पर अपनी आवाज उठा चुकी हैं। इस मामले में भी उन्होंने साफ कहा कि चुप रहना सबसे बड़ी गलती है। उनके मुताबिक, मशहूर हस्तियों की यह जिम्मेदारी बनती है कि वे अन्याय के खिलाफ बोलें, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग जागरूक हो सकें।
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सोशल मीडिया पर लोगों का समर्थन
जान्हवी कपूर के बयान के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। कई यूजर्स ने उनके साहस की तारीफ की और कहा कि ऐसे मुद्दों पर खुलकर बोलना जरूरी है। वहीं कुछ लोगों ने इस घटना को पूरी मानवता के लिए शर्मनाक बताया। ट्विटर और इंस्टाग्राम पर #Humanity और #StopMobViolence जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।
भीड़ हिंसा: एक वैश्विक समस्या
बांग्लादेश की यह घटना केवल एक देश तक सीमित नहीं है। भीड़ हिंसा आज एक वैश्विक समस्या बन चुकी है, चाहे वह किसी भी देश या धर्म से जुड़ी हो। जान्हवी कपूर की प्रतिक्रिया इसी ओर इशारा करती है कि जब तक हम पाखंड और नफरत से ऊपर उठकर इंसानियत को प्राथमिकता नहीं देंगे, तब तक ऐसी घटनाएं होती रहेंगी।
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कानून और मानवता की जरूरत
इस तरह की घटनाएं यह भी सवाल उठाती हैं कि कानून व्यवस्था कहां चूक जाती है। जान्हवी कपूर के बयान में भले ही कानून का जिक्र सीधे तौर पर न हो, लेकिन उनका संदेश साफ है कि न्याय का अधिकार किसी भी भीड़ को नहीं दिया जा सकता। किसी भी सभ्य समाज में कानून ही आखिरी फैसला करता है, न कि गुस्से से भरी भीड़। बांग्लादेश में शख्स को जिंदा जलाने की घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि पाखंड और कट्टरता समाज के लिए कितना घातक हो सकते हैं। जान्हवी कपूर का बयान केवल एक प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि एक चेतावनी है। उनका यह कहना कि “यही पाखंड हमें तबाह कर देगा” आज के दौर की सबसे कड़वी सच्चाई को उजागर करता है। अगर समय रहते समाज ने आत्ममंथन नहीं किया, तो इंसानियत का भविष्य खतरे में पड़ सकता है।
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