Gauri Gopal Ashram: ‘चुप रहो वरना…’ अनिरुद्धाचार्य के शब्दों ने बढ़ाया विवाद, अब क्या होगी कार्रवाई?
Gauri Gopal Ashram, हाल ही में गौरी गोपाल आश्रम को लेकर एक बड़ा विवाद सामने आया है, जिसने सोशल मीडिया और धार्मिक जगत में हलचल मचा दी है।
Gauri Gopal Ashram : ‘100 जूते…’ वाला वीडियो बना मुसीबत, अनिरुद्धाचार्य पर उठे सवाल
Gauri Gopal Ashram, हाल ही में गौरी गोपाल आश्रम को लेकर एक बड़ा विवाद सामने आया है, जिसने सोशल मीडिया और धार्मिक जगत में हलचल मचा दी है। मामला तब और तूल पकड़ गया जब कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के कथित पिता ने आश्रम और उसमें हो रहे गतिविधियों को लेकर गंभीर आरोप लगाए। उनका दावा है कि उन्हें खुद मानसिक और भावनात्मक रूप से प्रताड़ित किया गया है, साथ ही जमीन पर कब्जा करने की बात भी सामने आई है।
पुराना वीडियो फिर से वायरल, उठा विवाद
इस विवाद के बीच, अनिरुद्धाचार्य का एक पुराना प्रवचन वीडियो इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वह माता-पिता के सम्मान और उनके अधिकारों पर बात करते नजर आ रहे हैं। लोगों ने इस वीडियो को हालिया आरोपों से जोड़ते हुए सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है।
अनिरुद्धाचार्य का प्रवचन, ‘पिता कुछ भी कहे, जवाब मत दो’
वीडियो में अनिरुद्धाचार्य कहते हैं, “अगर पिता कुछ भी कहे, तो जवाब मत दो। समस्या तब शुरू होती है जब हम जवाब देना शुरू कर देते हैं। अगर आप एक सूत्र अपनाएं तो वह ये है कि चुप रहना सीखो। पिता डांटे तो डांटने दो, मारें तो मार खाने दो। बाप को अधिकार है कि वह अपने बेटे को मारे।” वह आगे कहते हैं, “मैंने आज भी अपने पिता को यह अधिकार दे रखा है कि वो मुझे 100 जूते भी मार सकते हैं, यह उनका हक है। मेरी मां भी आज मुझे थप्पड़ मार सकती हैं, डांट सकती हैं। मैंने उन्हें यह अधिकार दिया है और मैं कभी उन्हें चुप नहीं कराता। अगर आपके अंदर इतनी सहनशीलता है और आप अपने माता-पिता को सम्मान दे रहे हैं, तो आप हर रिश्ता निभा सकते हैं।”
Read More : Big Boss 19: जानें कौन है Karishma Kotak ? जो इस बार आएगी सलमान खान शो बिग बॉस में नज़र
सोशल मीडिया पर मिली मिली-जुली प्रतिक्रियाएं
इस वीडियो के सामने आने के बाद लोगों की प्रतिक्रियाएं बंटी हुई हैं। कुछ लोग अनिरुद्धाचार्य की बातों को संस्कार और सहनशीलता का उदाहरण मान रहे हैं, जबकि कुछ उन्हें दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगा रहे हैं। खासतौर पर तब जब उनके ही पिता ने आश्रम में उत्पीड़न और अन्य आरोप लगाए हैं।
Read More : National Waterpark Day: वॉटर स्लाइड्स और वेव पूल का जश्न, जानें क्यों खास है वॉटरपार्क डे 2025
विवाद में संतुलन या बचाव की कोशिश?
कुछ लोगों का मानना है कि यह वीडियो विवाद के बीच इमेज मेनेजमेंट का हिस्सा भी हो सकता है। हालांकि, यह प्रवचन पुराना है, लेकिन जिस समय पर यह दोबारा सामने आया है, वह इसे और ज्यादा संदिग्ध बना देता है। क्या यह माता-पिता के सम्मान की बात है या एक गंभीर आरोपों से ध्यान भटकाने की कोशिश इस पर बहस तेज हो गई है। अनिरुद्धाचार्य के इस वीडियो ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या धार्मिक प्रवचन और व्यक्तिगत व्यवहार में तालमेल जरूरी है? जब मंच पर आदर्शों की बात की जाती है, तो निजी जीवन में उसका पालन भी उतना ही जरूरी हो जाता है। फिलहाल, मामला सोशल मीडिया और जनचर्चा का विषय बना हुआ है। अब देखना ये है कि इस पूरे विवाद में अगला कदम किसका होता है अनिरुद्धाचार्य का, उनके पिता का या फिर कानून का।
We’re now on WhatsApp. Click to join.
अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com







