Delhi Water Crisis: राजधानी दिल्ली भीषण जल संकट, सुबह से शाम तक लगानी पड़ती है लाइन
राजधानी दिल्ली इन दिनों भीषण जल संकट का सामना कर रही है। पिछले कई दिनों से कुछ इलाकों में पानी की सप्लाई ठप्प है, अगर पानी आ भी रहा है, तो केवल एक टाइम। लोग पानी के टैंकरों के आगे लाइन लगा रहे हैं। देखिए दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में का क्या हाल है।
Delhi Water Crisis: दिल्ली के ज्यादातर लोग प्राइवेट टैंकरों पर हैं निर्भर, पूरे इलाके में है टैंकर माफिया का राज
Delhi Water Crisis: राजधानी के कई इलाकों में लोगों को पानी के भीषण संकट का सामना करना पड़ रहा है। इस मुद्दे पर चल रहे राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप और दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों के तमाम दावों के इतर लोग परेशान हैं। कहीं टैंकरों से पानी सप्लाई किया जा रहा है, तो कहीं लोग पानी खरीदकर पीने को मजबूर हैं। कहीं एक दिन छोड़कर पानी आ रहा है, तो कहीं गंदा बदबूदार पानी सप्लाई हो रहा है।
सुबह से शाम तक लगानी पड़ती है लाइन
यहां ईस्ट पटेल नगर के पंजाबी बस्ती, नेहरू नगर, गायत्री कॉलोनी ऐसे इलाके हैं, जहां पानी की बेतहाशा किल्लत है। यहां के अशोक गौतम ने बताया कि लोगों को पानी भरने के लिए भी ड्यूटी करनी पड़ती है। पंजाबी बस्ती के रमन यादव ने कहा कि ईस्ट पटेल नगर में कई झुग्गी बस्तियां भी हैं, जहां पाइपलाइनें तो हैं, लेकिन सप्लाई चालू नहीं। लोगों ने बड़े-बड़े ड्रम खरीदकर रखे हैं। राजस्थानी बस्ती की लीलावती ने बताया कि टैंकर से पानी भरने के लिए सुबह से शाम तक लाइन में लगना पड़ता है। गर्मी में जितने टैंकरों की जरूरत है, उतने नहीं आ रहे हैं।
ज्यादातर लोग प्राइवेट टैंकरों पर हैं निर्भर
यहां आया नगर, घिटोरनी, जौनापुर गांव, मांडी गांव, भीम बस्ती, शांति कैंप, शंभू कैंप, जवाहर कॉलोनी, डेरा गांव, भाटी कलां, भाटी खुर्द, भाटी माइंस, असोला गांव, फतेहपुर बेरी गांव, चंदन होला और देवली समेत कई गांवों और कॉलोनियों में पीने के पानी का गंभीर संकट चल रहा है। देवली के पुनीत सिंघल के मुताबिक, गांव में पानी की समस्या का फायदा टैंकर माफिया उठा रहे हैं। गांव में 95 फीसदी लोग टैंकरों पर निर्भर हैं। घिटोरनी के रिषीपाल ने बताया कि प्राइवेट टैंकरों से 600 रुपये में 200 लीटर पानी खरीदकर लोग अपना गुजारा कर रहे हैं।
कभी प्रेशर कम, कभी गंदा होता है पानी
रमेश पार्क, कोंडली, मुल्ला कॉलोनी, राजबीर कॉलोनी, गीता कॉलोनी, त्रिलोकपुरी, चिल्ला गांव, खिचड़ीपुर और गाजीपुर के भी कई इलाके टैंकरों पर निर्भर हैं। मंडावली के सुनील मेहतो ने बताया कि पिछले एक महीने से दो-तीन दिन में एक बार पानी आता है। कभी कभी प्रेशर कम रहता है, तो कभी गंदा पानी आता है। ज्यादातर जगह रात के समय पानी आता है। रसोई और पीने के लिए पानी खरीदना पड़ता है। टैंकर चालक वसीम ने बताया कि पानी के लिए रोज सुबह से शाम तक 80 से 100 कॉल तक आ रही हैं, ऐसे में हर जगह सप्लाई देना मुश्किल होती है।
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पूरे इलाके में है टैंकर माफिया का राज
यहां कई इलाकों में पानी की किल्लत हो रही है, तो कई जगहों पर गंदा पानी आ रहा है। सागरपुर निवासी सूर्यकांत ने बताया कि लगभग एक महीने से पानी की दिक्कत बनी हुई है। मेन सागरपुर और ईस्ट सागरपुर में ज्यादा दिक्कत है। पूरे इलाके में टैंकर माफिया का राज है। जब भी टैंकर पानी लेकर पहुंचता है, तो लोग पानी भरने के लिए आपस में लड़ने झगड़ने लगते हैं। आस-पास के इलाके जैसे नसीरपुर गांव, मंगलापुरी फेज टू, शिवपुरी आदि में भी परेशानी है। लोगों की मांग है कि पाइपलाइन से पर्याप्त पानी सप्लाई किया जाए, ताकि उन्हें जूझना ना पड़े।
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