मोकोमोकोई- (mokomokai)माऔरी आदिवासी सर काट के करते हें संग्रहित
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माऔरी आदिवासी की ये अजीब प्रथा, जानकर हो जायेंगें हैरान
प्राचीन काल मे मानव उत्पत्ति के बाद से ही अलग-अलग मान्यताओं, प्रथाओं और रीति रिवाज़ों का भी जन्म हो गया था. हर अलग धर्म, प्रजातियों , समुदायों और स्थनों के लोगों के अलग तौर तरीके होते हैं , इन्ही में से एक है माऔरी आदीवासी ,जो मानोनित लोगो के सर को संग्रहित करके रखते थे. ये है एक ऐसी कहानी जिसे सुनकर आप हो जाएंगें हैरान.
जानिये कौन है ‘माऔरी’
माऔदी न्यूजीलैंड की एक आदिवासी प्रजाति है जिसने मोकोंमोकाई की शुरुवात की थी .मोकोंमोकाई एक तरह की प्रथा है जिसमें मानोनित लोगो के सिरों को एक खास तरीके से बनाकर सुरक्षित करके हमेशा के लिये संग्रहित किया जाता है.
सिर को उबाल कर बनता है ‘मोकोमोकई’
मृतक व्यक्तियों के शव को आजकल दफनाया या जलाया जाता है लेकिन माओरी प्रजाति के लोग मोकोमोकई बनाने के लिए मृतकों के शव से सिर को धड़ से अलग कर दिया जाता है.जिसके बाद खोपड़ी से दिमाग हटा कर इस ढांचे को गरम पानी में उबलने के लिए डाल दिया जाता है. उबलने के पश्चात इसे कड़ी धुप में कई रखा जाता है.ये सुनने में ही काफी खौफनाक सा लगता है. अब आँखों और खोपड़ी के हर खुले भाग को लाख की सहायता से भर दिया जाता है. नक्काशी या रंग करके एक कवच में रखा जाता है.
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