दिल्ली

Delhi Pollution: दिल्ली बना सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर, अगले कुछ दिनों तक जहरीली रहेगी हवा

केंद्रीय प्रदूषण नियत्रंण बोर्ड के मुताबिक दिल्ली में देर शाम आनंद विहार सहित कई क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर खतरनाक हो गया। शाम सात बजे आनंद विहार में एक्यूआई 414 दर्ज किया गया।

Delhi Pollution: स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हवा में प्रदूषण कण, अधिकारियों ने बैठक में दिए सख्त निर्देश


Delhi Pollution: दिल्ली की हवा बुधवार को और भी जहरीली हो गई एक्यूआई 364 तक पहुंच गया। आनंद विहार जहांगीरपुरी और विवेक विहार जैसे इलाकों में एक्यूआई 400 से ऊपर दर्ज किया गया। अगले दो दिनों तक प्रदूषण से राहत मिलने की संभावना नहीं है। मौसम विभाग ने बताया है कि सुबह के समय धुंध रहेगी और तापमान में भी गिरावट आएगी।

दिल्ली बना सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर

बीते दिनों दिल्ली का एक्यूआई सोनीपत के बाद देश में सबसे अधिक दर्ज किया गया। देश के 252 केंद्रों में बुधवार को सोनीपत, दिल्ली, जींद और श्री गंगानगर में एक्यूआई बेहद खराब रहा। समस्या को देखते हुए दिल्ली सरकार ने पानी का छिड़काव सहित दूसरे उपाये तेज करने का निर्देश दिया है। साथ ही सड़कों पर वाहन कम करने के लिए पर्यावरण मंत्री ने डीटीसी और मैट्रो को फ्रीक्वेंसी और फेरे बढ़ाने के निर्देश दिया है। आदेश के बाद डीटीसी ने फ्रीक्वेंसी बढ़ाई है। वहीं सड़कों से निजी परिवहन को कम करने के लिए वाहन पार्किंग शुल्क में वृद्धि को लेकर संबंधित विभाग को जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया गया है।

कई इलाकों में खतरनाक हुआ प्रदूषण स्तर

केंद्रीय प्रदूषण नियत्रंण बोर्ड के मुताबिक दिल्ली में देर शाम आनंद विहार सहित कई क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर खतरनाक हो गया। शाम सात बजे आनंद विहार में एक्यूआई 414 दर्ज किया गया। वहीं जहांगीरपुरी में एक्यूआई 384, नरेला में एक्यूआई 333, मुंडका का एक्यूआई 383 दर्ज किया गया। राष्ट्रीय राजधानी की हवा बुधवार को और भी दमघोटू हो गई। एक्यूआई में तो वृद्धि हुई ही, तीन इलाकों की हवा 400 के पार यानी ”गंभीर” श्रेणी में पहुंच गई। एनसीआर की हवा में भी इस समय मानकों से लगभग तीन गुना ज्यादा प्रदूषक कण मौजूद हैं। अगले दो दिनों के बीच लोगों को प्रदूषित हवा से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है।

स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हवा में प्रदूषण कण

मानकों के मुताबिक, हवा में प्रदूषक कण पीएम 10 का स्तर 100 से और पीएम 2.5 का स्तर 60 से कम होने पर ही उसे स्वास्थ्य के लिए बेहतर माना जाता है। बुधवार शाम पांच बजे एनसीआर की हवा में पीएम 10 का स्तर 296 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर एवं पीएम 2.5 का स्तर 161 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर पर रहा।

अगले कुछ दिनों तक जहरीली रहेगी हवा

वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली के मुताबिक अगले दो दिनों के बीच हवा की गति ज्यादातर समय में 10 किमी प्रति घंटे से कम रहेगी। हवा की दिशा भी उत्तर पश्चिमी हो सकती है। इसके चलते प्रदूषक कण ज्यादा देर तक वायु मंडल में बने रहेंगे। लिहाजा, अगले दो दिनों के बीच दिल्ली का एक्यूआई ”बहुत खराब” से ”गंभीर” श्रेणी में बने रहने का अनुमान है।

बैठक में दिए सख्त निर्देश

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने मंगलवार को अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में प्रदूषण से निपटने के लिए सभी जरूरी उपाय करने का निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सीएक्यूएम के आदेश पर दिल्ली में ग्रेप-2 लागू कर दिया गया है। बैठक के बाद मंत्री ने हॉटस्पॉट पर सघन निगरानी, डस्ट सप्रेसेंट मिलाकर हॉट स्पॉट पर पानी के छिड़काव करने का निर्देश दिया गया है।

कंस्ट्रक्शन साइट को निर्देश

दिल्ली में सड़कों की सफाई के लिए एमसीडी के 6200 सफाई कर्मचारी को लगाया जाएगा। साथ ही यातायात के सुचारू प्रवाह और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर 1800 ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की गई है। सभी सरकारी विभागों, प्राइवेट एजेंसी, कंस्ट्रक्शन साइट को निर्देश दिया गया है। रात की ड्यूटी पर तैनात सिक्योरिटी गार्ड को हीटर उपलब्ध करवाएं। दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन मेट्रो और सीएनजी, इलेक्ट्रिक बस सेवा की फ्रीक्वेंसी बढाई जाएंगी। पीडब्ल्यूडी को आदेश दिया है कि वे मोबाइल एंटी स्मॉग गन की तैनाती निर्माण कार्य स्थलों तथा धूल वाले स्थलों पर भी करें। हॉट स्पॉट पर कोऑर्डिनेशन टीम को प्रतिदिन दौरा करने का निर्देश दिया गया है। एंटी डस्ट टीम को प्रतिदिन कम से कम दो सी एंड डी साइट का निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है।

Read More: Weather Update: अक्टूबर के अंत तक सुबह ओर शाम गुलाबी ठंडक का होगा अहसास, दिल्ली में 400 के करीब पहुंचा AQI

दिल्ली से बाहर की बसों को नया आदेश

गोपाल राय ने कहा कि सरकारी विभागों, प्राइवेट एजेंसी, कंस्ट्रक्शन साइट और रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों को सुरक्षा कर्मचारियों को आवश्यक रूप से इलेक्ट्रिक हीटर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है जिससे कि वो सर्दियों के दौरान खुले में बायोमास नहीं जलाएं। इसके लिए राजस्व विभाग और डीपीसीसी को जरूरी निर्देश जारी करने का आदेश दिया गया है। मंत्री ने कहा कि दिल्ली से सटे राज्यों की सरकारों को पत्र लिखकर यह अनुरोध किया है कि जबतक दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ा हुआ है, वे अपनी डीजल बसों के स्थान पर सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों को ही भेजें।

We’re now on WhatsApp. Click to join.

अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com

 

Back to top button