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Kuber Puja: शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी के साथ-साथ करें भगवान कुबेर की भी पूजा, धन की नहीं होगी कमी, मिलेगा बहुत लाभ
धार्मिक

Kuber Puja: शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी के साथ-साथ करें भगवान कुबेर की भी पूजा, धन की नहीं होगी कमी, मिलेगा बहुत लाभ

Kuber Puja: भगवान कुबेर को शुक्रवार का दिन बेहद प्रिय है। कहा जाता है कि इस दिन अगर भगवान कुबेर की विधि विधान से पूजा की जाए तो आपका घर धन संपत्ति से भरा रहता है।

Kuber Puja: ये हैं कुबेर देव के 108 नाम, रोजाना करें जाप

हिंदू धर्म में कुबेर देव को धन के देवता के रूप में पूजा जाता है। इसके साथ ही कुबेर देव को ‘लोकपाल’ या ‘धनाधिपति’ के नाम से भी जाना जाता है। इसको धन की वृद्धि, समृद्धि, व्यापार सफलता का प्रतीक माना जाता है। बता दें कि वे हिंदू धर्म में 8 लोकपाल में से एक हैं। धन के संबंध में कुबेर देव की पूजा करने से लोग धन, संपत्ति और समृद्धि की प्राप्ति की कामना करते हैं। वे संपत्ति के रखवाले माने जाते हैं। उनकी पूजा करने से लोग अधिक धन की प्राप्ति के साथ-साथ धन का संरक्षण भी कर पाते हैं।

आपको बता दें कि भगवान कुबेर को शुक्रवार का दिन बेहद प्रिय है। कहा जाता है कि इस दिन अगर भगवान कुबेर की विधि विधान से पूजा की जाए तो आपका घर धन संपत्ति से भरा रहता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो जातक कुबेर जी की पूजा-अर्चना करते हैं उनके घर में कभी दरिद्रता नहीं आती है। इसके अलावा उन्हें आर्थिक संकट का सामना भी नहीं करना पड़ता है। इसके अलावा नियमित रूप से उनके 108 नामों का जाप भी भाव के साथ करना चाहिए।

ये हैं कुबेर देव के 108 नाम

ऊं कुबेराय नमः।
ऊं धनदाय नमः।
ऊं श्रीमाते नमः।
ऊं यक्षेशाय नमः।
ऊं गुह्य​केश्वराय नमः।
ऊं निधीशाय नमः।
ऊं शङ्करसखाय नमः।
ऊं महालक्ष्मीनिवासभुवये नमः।
ऊं महापद्मनिधीशाय नमः।
ऊं पूर्णाय नमः।
ऊं पद्मनिधीश्वराय नमः।
ऊं शङ्ख्यनिधिनाथाय नमः।
ऊं मकराख्यनिधिप्रियाय नमः।
ऊं सुखसम्पतिनिधीशाय नमः।
ऊं मुकुन्दनिधिनायकाय नमः।
ऊं कुन्दाक्यनिधिनाथाय नमः।
ऊं नीलनित्याधिपाय नमः।
ऊं महते नमः।
ऊं वरन्नित्याधिपाय नमः।
ऊं पूज्याय नमः।
ऊं लक्ष्मिसाम्राज्यदायकाय नमः।
ऊं इलपिलापतये नमः।
ऊं कोशाधीशाय नमः।
ऊं कुलोचिताय नमः।
ऊं अश्वारूढाय नमः।
ऊं विश्ववन्द्याय नमः।
ऊं विशेषज्ञानाय नमः।
ऊं विशारदाय नमः।

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ऊं नलकूबरनाथाय नमः।
ऊं मणिग्रीवपित्रे नमः।
ऊं गूढमन्त्राय नमः।
ऊं वैश्रवणाय नमः।
ऊं चित्रलेखामनःप्रियाय नमः।
ऊं एकपिनाकाय नमः।
ऊं अलकाधीशाय नमः।
ऊं पौलस्त्याय नमः।
ऊं नरवाहनाय नमः।
ऊं कैलासशैलनिलयाय नमः।
ऊं राज्यदाय नमः।
ऊं रावणाग्रजाय नमः।
ऊं चित्रचैत्ररथाय नमः।
ऊं उद्यानविहाराय नमः।
ऊं विहरसुकुथूहलाय नमः।
ऊं महोत्सहाय नमः।
ऊं महाप्राज्ञाय नमः।
ऊं सदापुष्पक वाहनाय नमः।
ऊं सार्वभौमाय नमः।
ऊं अङ्गनाथाय नमः।
ऊं सोमाय नमः।
ऊं सौम्यादिकेश्वराय नमः।
ऊं पुण्यात्मने नमः।
ऊं पुरूहुतश्रियै नमः।
ऊं सर्वपुण्यजनेश्वराय नमः।
ऊं नित्यकीर्तये नमः।
ऊं निधिवेत्रे नमः।
ऊं लंकाप्राक्तन नायकाय नमः।
ऊं यक्षिनीवृताय नमः।
ऊं यक्षाय नमः।
ऊं परमशान्तात्मने नमः।
ऊं यक्षराजे नमः।
ऊं यक्षिणि हृदयाय नमः।
ऊं किन्नरेश्वराय नमः।
ऊं किंपुरुशनाथाय नमः।
ऊं नाथाय नमः।
ऊं खट्कायुधाय नमः।
ऊं वशिने नमः।
ऊं ईशानदक्ष पार्स्वस्थाय नमः।
ऊं वायुवाय समास्रयाय नमः।
ऊं धर्ममार्गैस्निरताय नमः।
ऊं धर्मसम्मुख संस्थिताय नमः।
ऊं नित्येश्वराय नमः।
ऊं धनाधयक्षाय नमः।
ऊं अष्टलक्ष्म्याश्रितलयाय नमः।
ऊं मनुष्य धर्मण्यै नमः।
ऊं सकृताय नमः।
ऊं कोष लक्ष्मी समाश्रिताय नमः।
ऊं धनलक्ष्मी नित्यवासाय नमः।
ऊं धान्यलक्ष्मीनिवास भुवये नमः।
ऊं अश्तलक्ष्मी सदवासाय नमः।
ऊं गजलक्ष्मी स्थिरालयाय नमः।
ऊं राज्यलक्ष्मीजन्मगेहाय नमः।
ऊं धैर्यलक्ष्मी-कृपाश्रयाय नमः।
ऊं अखण्डैश्वर्य संयुक्ताय नमः।
ऊं नित्यानन्दाय नमः।
ऊं सुखाश्रयाय नमः।
ऊं नित्यतृप्ताय नमः।
ऊं निधित्तरै नमः।
ऊं निराशाय नमः।
ऊं निरुपद्रवाय नमः।
ऊं नित्यकामाय नमः।
ऊं निराकाङ्क्षाय नमः।
ऊं निरूपाधिकवासभुवये नमः।
ऊं शान्ताय नमः।
ऊं सर्वगुणोपेताय नमः।
ऊं सर्वज्ञाय नमः।
ऊं सर्वसम्मताय नमः।
ऊं सर्वाणिकरुणापात्राय नमः।
ऊं सदानन्दक्रिपालयाय नमः।
ऊं गन्धर्वकुलसंसेव्याय नमः।
ऊं सौगन्धिककुसुमप्रियाय नमः।
ऊं स्वर्णनगरीवासाय नमः।
ऊं निधिपीठ समस्थायै नमः।
ऊं महामेरुत्तरस्थायै नमः।
ऊं महर्षिगणसंस्तुताय नमः।
ऊं तुष्टाय नमः।
ऊं शूर्पणकज्येष्ठाय नमः।
ऊं शिवपूजारताय नमः।
ऊं अनघाय नमः।

पूजा सामग्री

धन के अधिपति कुबेर देवता की पूजा के लिए आपको हल्‍दी, जल, लकड़ी, कुबेर यंत्र, पीत वस्‍त्र, कलश, आम का पल्‍लो, पुष्‍प, अक्षत, चंदन, कुमकुम, पीपल के पत्‍ते, सुपारी, दीप, घी, तेल, दूध, शहद, दही, धूप गेहूं की आवश्‍यकता होती है।

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इस प्रकार करें पूजा

शुक्ल पक्ष के किसी भी शुक्रवार को रात्रि में कुबेर देवता की पूजा का शुभारंभ करना चाहिए। प्रात: रोजाना काम पर जाने से पहले आपको कुबेर देवता का आशीर्वाद लेकर निकलना चाहिए। आप अपने जीवन में जल्‍द ही बदलाव महसूस करने लगेंगे और आपके काम में भी बरकत होगी।

इन बातों का रखें ध्यान

  • कुबेर देव की कृपा पाने के लिए शुक्रवार के दिन अपनी तिजोरी को घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखें। इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होकर आप पर कृपा बरसाती हैं। इससे परिवार के सदस्यों के तरक्की के योग बनते हैं। साथ ही हमेशा धन-संपत्ति में बढ़ोतरी होती है।
  • आप कुबेर मंत्र ऊं श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः॥ का जाप कर सकते हैं। शुक्रवार की रात इस मंत्र का जाप करना बेहद शुभ माना जाता है, जिससे घर में सुख-समृद्धि आती है और सौभाग्य प्राप्त होता है। ऐसा आप 3 महीने तक लगातार कर सकते हैं।
  • यदि आप अपने घर में कुबेर यंत्र रखना चाहते हैं, तो इसे हमेशा उत्तर-पूर्व दिशा में रखें। इससे घर में धन, वैभव, सुख और समृद्धि आती है। साथ ही जातकों को आर्थिक तंगी से छुटकारा मिल जाता है।
  • वास्तु शास्त्र के अनुसार, शुक्रवार के दिन क्रासुला पौधे को बालकनी में रखने से माता लक्ष्मी का घर में आगमन होता है। इसके अलावा, पौधे को अधिक धूप और प्राकृतिक रोशनी मिलती है, जिससे व्यक्ति को ऊर्जा मिलती है।
  • ध्यान रखें कि इस पौधे को भूलकर भी अंधेरे वाले स्थान पर ना रखें, इससे घर में नकारात्म प्रभाव देखने को मिल सकता है। साथ ही भक्तों पर सदैव कुबेर देव की कृपा बनी रहती है। जिस कारण उन्हें कभी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता।

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vrinda

मैं वृंदा श्रीवास्तव One World News में हिंदी कंटेंट राइटर के पद पर कार्य कर रही हूं। इससे पहले दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण और नवभारत टाइम्स न्यूज पेपर में काम कर चुकी हूं। मुझसे vrindaoneworldnews@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है।
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