Happy Baisakhi 2024 Wishes: तुस्सी हंसदे ओ सानू हंसान वास्ते, तुस्सी रोन्ने ओ सानू रुआण वास्ते… अपनों को ये संदेश भेजकर बैसाखी की दें शुभकामनाएं
Happy Baisakhi 2024 Wishes: बैसाखी के त्योहार के दौरान फसलों की कटाई शुरू हो जाती है। देश के अलग-अलग हिस्सों में इस पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। बैसाखी को बंगाल में 'नबा वर्षा', असम में 'बिहू', केरल में 'पूरम विशु' कहते हैं।
Happy Baisakhi 2024 Wishes: बैसाखी पर अपनों को ये खास संदेश भेजकर दें शुभकामनाएं
बैसाखी के त्योहार के दौरान फसलों की कटाई शुरू हो जाती है। देश के अलग-अलग हिस्सों में इस पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। बैसाखी को बंगाल में ‘नबा वर्षा’, असम में ‘बिहू’, केरल में ‘पूरम विशु’ कहते हैं। 13 अप्रैल 2024 को देशभर में बैसाखी मनाई जाएगी। पंजाब और हरियाणा में ये त्योहार खास माना जाता है। सिख धर्म के लोग नव वर्ष के रूप में बैसाखी का जश्न मनाते हैं। इस शुभ अवसर पर लोग एक दूसरे को घर आमंत्रित कर सेलिब्रेशन करते हैं। घर घर में तरह तरह के मिष्ठान और पकवान बनाने की परंपरा है।
ये दिन 1699 में दसवें सिख गुरु, श्री गुरु गोबिंद सिंह जी द्वारा खालसा पंथ के गठन की याद दिलाता है। बैसाखी पर अपनों को मैसेज, शायरी और खास शुभकामनाएं संदेश भेजकर आप भी इस पर्व की लख-लख बधाईयां दें। इस शुभ अवसर पर लोग एक दूसरे का मुंह मीठा कर उन्हें इस पर्व की शुभकामनाएं देते हैं। यहां हम आपके लिए बैसाखी के शानदार बधाई संदेश लेकर आए हैं। इनके जरिए आप भी अपनों को इस पावन पर्व की शुभकामनाएं दे सकते हैं।
यहां पढ़ें बधाई संदेश
- ओह खेतां दी महक
ओह झूमरां दा नचना
बड़ा याद आउंदा है
तेरे नाल मनाया होया हर साल याद औंदा है
दोस्त तू मेरे दिल विच रैहंदा हैं
खुशियां और आपका जनम-जनम का साथ हो
हर किसी की जुबान पर आपकी ही बात हो
जीवन में कभी कोई मुसीबत आए भी,
तो आपके सिर पर वाहे गुरु का हाथ हो
- नच ले गाले सबके साथ,
आई है बैसाखी लेकर खुशियों की सौगात,
मस्ती में झूम और खीर पूड़े खा,
सिर पर सदा बना रहे वाहे गुरु का हाथ
बैसाखी आई, साथ में ढेर सारी खुशियां लाई
तो भंगड़ा पाओ, खुशी मनाओ
मिलकर सब बंधु भाई
- तुस्सी हंसदे ओ सानू हंसान वास्ते,
तुस्सी रोन्ने ओ सानू रुआण वास्ते,
इक वार रुस के ते विखाओ सोणेयो,
मर जावांगे तुहाणूं मनान वास्ते,
बैसाखी दा दिण है खुशियां मणान वास्ते
चारों तरफ नई फसल की बहार है,
देखो आया बैसाखी का त्योहार है,
भंगड़ा, गिद्दा पाओ,
खुश होकर इस दिन का जश्न मनाओ
- आज है दिन खुशी मनाने का,
हो जाओ सब तैयार,
काट के फसल भोग गुरूद्वारे लगाने को,
सब को मुबारक हो किसान का त्यौहार!
न कभी हो किसी से गिला-शिकवा,
एक पल न गुजरे खुशियों बिन।
बैसाखी की बधाई!
- आई है बैसाखी खुशियों के साथ
मस्ती में झूम और खीर-पूरी खा
और ना कर तू दुनिया की परवाह
बैसाखी की लख-लख बधाई।
सुबह-सुबह उठ के हो जाओ फ्रेश,
पहन लो आज सबसे अच्छा कोई ड्रेस,
दोस्तों के साथ अब चलो घूमने,
बोल दो बैसाखी की शुभकामनाएं
जो आए आपके सामने!
बैसाखी की लख-लख बधाई आपको जी!
- तुस्सी हंसदे ओ सानू हंसान वास्ते,
तुस्सी रोन्ने ओ सानू रुआण वास्ते,
इक वार रुस के ते विखाओ सोणेयो,
मर जावांगे तुहाणूं मनान वास्ते।
सुबह से शाम तक वाहे गुरु की कृपा,
ऐसे ही गुजरे हर एक दिन,
न कभी हो किसी से गिला-शिकवा,
एक पल न गुजरे खुशियों बिन।
- नए दौर, नए युग की शुरुआत,
सत्यता, कर्तव्यता हो सदा साथ,
बैसाखी का यह सुंदर पर्व,
सदैव याद दिलाता है मानवता का पाठ!
बैसाखी आई, साथ में ढेर सारी खुशियां लाई
तो भंगड़ा पाओ, खुशी मनाओ
मिलकर सब बंधु भाई।
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- सुबह से शाम तक वाहे गुरु की कृपा,
ऐसे ही गुजरे हर एक दिन
न कभी हो किसी से गिला-शिकवा
एक पल न गुजरे खुशियों बिन
बैसाखी की शुभकामनाएं।
नए दौर, नए युग की शुरुआत
सत्यता, कर्तव्यता हो सदा साथ
बैसाखी का यह सुंदर पर्व
सदैव याद दिलाता है मानवता का पाठ
बैसाखी की लख-लख बधाई।
- नच ले गाले सबके साथ,
आई है बैसाखी लेकर खुशियों की सौगात,
मस्ती में झूम और खीर पूड़े खा,
सिर पर सदा बना रहे वाहे गुरु का हाथ।
खुशियां और आपका जनम-जनम का साथ हो
हर किसी की जुबान पर आपकी ही बात हो
जीवन में कभी कोई मुसीबत आए भी,
तो आपके सिर पर वाहे गुरु का हाथ हो।
- बैसाखी की शुभकामना संदेश
बैसाखी का खुशहाल मौका है
ठंडी हवा का झोंका है
आज सब मिल कर माना लो ये जश्न
किसने किसको रोका है
बैसाखी की लख-लख बधाई।
चारों तरफ नई फसल की बहार है,
देखो आया बैसाखी का त्योहार है,
भंगड़ा, गिद्दा पाओ,
खुश होकर इस दिन का जश्न मनाओ।
- बैसाखी आई, अपने साथ नई खुशियां लाई,
नाचो, गाओ और जश्न मनाओ,
सभी को बैसाखी की लख-लख बधाई।
सुबह से लेकर शाम तक,
वाहे गुरु जी की कृपा बनी रहे,
ऐसे ही गुजरे सभी का हर एक दिन,
कभी ना हो किसी से कोई गिला-शिकवा,
एक पल भी ना गुजरे खुशियों के बिना।
- अन्नदाता की खुशहाली,
और समृद्धि के पर्व,
बैसाखी पर आप सभी को,
ढेर सारी शुभकामनाएं और बधाइयां।
इसलिए मनाई जाती है बैसाखी
गौरतलब है कि अप्रैल महीने में रबी यानी गेहूं की फसल कटती है, इसलिए पंजाब और हरियाणा में किसानों के पर्व बैसाखी को धूमधाम से मनाया जाता है। पंजाबी और सिख नव वर्ष के खास मौके पर पंजाब में मेले आयोजित किए जाते हैं। इस दिन गुरुद्वारों को सजाया जाता है, जहां लोग मत्था टेकने के लिए पहुंचते हैं। इसके साथ ही नगर कीर्तन का आयोजन किया जाता है। कहा जाता है कि बैसाखी के दिन ही यानी 13 अप्रैल 1699 को सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी, इसलिए सिख समुदाय के लोग इसे सिख नव वर्ष और खालसा दिवस के रूप में मनाते हैं।
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