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Ganesh Visarjan muhurat: धूमधाम से मनाया गया गणेश चतुर्दशी , इस दिन होगा विसर्जन

10 दिन तक चले गणेश उत्सव का समापन अनंत चतुर्दशी पर यानि 28 सितंबर 2023 को होगा। इस दिन बप्पा की प्रतिमा का विसर्जन कर उन्हें विदाई दी जाएगी।

Ganesh Visarjan muhurat: जानिए गणेश विसर्जन के क्या है शुभ मुहूर्त


10 दिन तक चले गणेश उत्सव का समापन अनंत चतुर्दशी पर यानि 28 सितंबर 2023 को होगा। इस दिन बप्पा की प्रतिमा का विसर्जन कर उन्हें विदाई दी जाएगी। कहते हैं अनंत चतुर्दशी पर गणेश भी अपने लोक लौट जाते हैं इसके साथ भक्तों की सारी पेरशानी, संकट अपने साथ ले जाते हैं। धार्मिक मान्यता है कि विधि पूर्वक गणपति का विसर्जन करने से साल भर भक्तों के घर धन, सुख, समृद्धि बनी रहती है।

Ganesh Visarjan muhurat: हिंदू धर्म में गणेश जी की पूजा विशेष महत्व रखती है। माना गया है कि गणेश उत्सव के 10 दिनों में गणेश जी की पूजा करने से व्यक्ति के सभी दुख-संताप समाप्त हो जाते हैं। गणेश चतुर्थी के दसवें दिन यानी अनंत चतुर्दशी के दिन गणपित विसर्जन किया जाता है। माना जाता है कि इस दिन बप्पा वापस अपने घर जाते हैं। ऐसे में उन्हें खुशी-खुशी विदा करना चाहिए।

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गणेश विसर्जन 2023 शुभ मुहूर्त

अनंत चतुर्दशी भाद्रपद माह शुक्ल पक्ष चतुर्दशी तिथि शुरू – 27 सितंबर 2023, रात 10.18, अनंत चतुर्दशी भाद्रपद माह शुक्ल पक्ष चतुर्दशी तिथि समापन  – 28 सितंबर 2023, शाम 06.49 बजे तक है।

गणेश विसर्जन सुबह मुहूर्त – 6.11 AM – 7.40 AM

गणेश विसर्जन दोपहर मुहूर्त – 10.42 AM – 1.42 PM

गणेश विसर्जन शाम मुहूर्त – शाम 04.41 PM – 9.10 PM

गणेश विसर्जन रात्रि मुहूर्त – 12.12 AM – 1.42 AM, 29 सितंबर तक है।

 

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गणपति का विसर्जन से पहले पूजा

गणपति का विसर्जन करने से पहले उनकी पूजा करनी चाहिए। लाल चन्दन, लाल पुष्प, दूर्वा, मोतीचूर के लड्डू या बेसन के लड्डू, पान, सुपारी, धूप-दीप आदि गणपति को अर्पित करें। सपरिवार गणपति की आरती करें। संभव हो तो हवन करें। इसके बाद एक पोटली में लड्डू और दक्षिणा बांधकर गणपति के हाथ में दें। मान्‍यता है कि गणपति इस दिन अपने घर को लौटते हैं, ऐसे में उन्‍हें खाली हाथ नहीं भेजा जाता।  इसके बाद उनसे क्षमा याचना करें और परिवार के संकट दूर करने की प्रार्थना करें। फिर जयकारों के साथ पाटे समेत गणपति की मूर्ति को उठाएं और धूमधाम से पुष्‍पों और लाल रंगों की बौछार करते हुए गणपति को विसर्जन के लिए लेकर जाएं।

विसर्जन के दौरान ध्‍यान रखें ये बातें

अगर मिट्टी की छोटी मूर्ति है तो अपने घर पर पानी के टब में विसर्जन करें।  मिट्टी घुलने के बाद पानी को गमलों में डाल दें। मूर्ति बड़ी है तो प्रशासन द्वारा नियत स्थान अथवा कुण्ड में विसर्जन करें। विसर्जन के दौरान गणपति से फिर से आने के लिए कहें। इस कार्य के दौरान स्‍वच्‍छता का पूरा खयाल रखें। स्‍वच्‍छता सिर्फ शरीर की ही नहीं, मन की भी रखें। किसी के लिए दूषित विचार मन में न लाएं। विसर्जन के समय तक व्रत रखें। विसर्जन के बाद भी शराब, मीट आदि न खाएं।

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