हॉट टॉपिक्स

Assam Floods : जब नहीं मिली मीडिया में जगह तो असम ने ट्वीटर पर खुद किया अपना दर्द बयां

Assam Floods : असम से आईं दिल दहला देने वाली तस्वीरें, फोटो देख कर पसीज जाएगा आपका दिल


Highlights –

. असम में बाढ़ ने कहर मचा रखा है।

. असम में ब्रह्मपुत्र, बराक और उसकी सहायक नदियों में बाढ़ की स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है।

. करीब 45 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।

Assam Floods : असम में बाढ़ ने कहर मचा रखा है। असम में ब्रह्मपुत्र, बराक और उसकी सहायक नदियों में बाढ़ की स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार असम में पिछले सात दिनों में 45 लोग अपनी जान गँवा चुके हैं और करीब 45 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।

असम में स्थिति इतनी बदतर हो गई है कि लोग अपना घर छोड़ अपनी जान बचाने के मोहताज हो गए हैं।

इस दौरान असम के बाढ़ पीड़ित इलाकों से दिल को दहला देने वाली खबरें निकल कर सामने आ रही हैं। असम के कई इलाकों में बाढ़ में फंसे हजारों लोगों को बचाने के लिए भारतीय सेना के जवान कड़ी मेहनत से लगे हुए हैं। वह लगातार कोशिश कर रहें हैं कि लोगों को ऊँचे और सुरक्षित स्थान पर पहुँचाने के लिए।

असम के हालात का जायज़ा प्रधानमंत्री मोदी ले रहे हैं और इसी उपलक्ष्य में उन्होंने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से फोन पर बातचीत कर केंद्र सरकार की तरफ से राज्य की हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।

आपको बता दें कि असम में यह दूसरे चरण की बाढ़ है, जिसमें लाखों घर पानी में डूब गए हैं और वहाँ का जन – जीवन अस्त – व्यस्त हो गया है। जानकारी के अनुसार राज्य के 32 से 35 जिले बाढ़ की चपेट में हैं जिसमें 5424 गाँव भी शामिल हैं। असम सरकार ने बेघर हुए लोगों के लिए 1425 राहत शिविर खोले हैं जहाँ दो लाख 31 हज़ार 819 लोगों ने शरण ली है।

लेकिन यहाँ सबसे परेशान करने वाली बात यह है कि पिछले सप्ताह से हो रही भारी बारिश से पूरा असम डूब गया है, लोग बेघर हो गए हैं, एक – एक बूंद पीने के पानी और खाने के मोहताज़ हो गए हैं।

लेकिन असम फ्लड को मीडिया में कहीं जगह नहीं मिल रही है। जिस स्टोरी को हर चैनल पर ब्रेकिंग और बड़ी खबर में जगह मिलनी चाहिए थी जिससे असम के लिए और मदद के हाथ पहुँच पाते इसे साइडलाइन कर दिया गया है।

इस बीच असम से ऐसी – ऐसी तस्वीरें सामने आ रही हैं जो आपका दिल देहला सकती है। जब मुख्य मीडिया में असम फ्लड को तवज्जो नहीं मिली तो असम के आम नागरिक से लेकर वहाँ के पर्यावरण एक्टिविस्ट फ्लड को लाइमलाइट में लाने में लग गए। ट्वीटर पर असम की स्थिति बयां करती ये तस्वीरें चीख – चीख कर मदद माँग रही हैं।

असम से आई ये तस्वीरें आपकी आँखे नम कर सकती हैं। एक तस्वीर में मानवता की मिसाल देखने को मिल रही है। हम यहाँ देख सकते हैं कि एक महिला बाढ़ के पानी में डूबी हैं लेकिन अपने कुत्ते को अपने साथ सुरक्षित स्थान पर लेकर जा रही हैं।

असम की क्लाइमेट एक्टीविस्ट लिसिप्रिया कंगुजम असम फ्लड पर बार – बार लोगों का ध्यान अपने पोस्ट्स से खींच रही हैं।

असम से आया यह वीडियो आपको डरा सकता है। यहाँ देखा जा रहा है कि कुछ लोग एक लकड़ी का पुल पार करने की कोशिश कर रहे हैं और वह पुल बीच में ही टूट कर बह जाता है और साथ ही पुल पार कर रहे लोग अपने आप को नदी के तेज़ बहाव में बेहने से रोक नहीं पाते हैं।

इन तस्वीरों में हम यह देख सकते हैं कि कैसे बाढ़ में फँसे लोग शिवरों में रहने को मजबूर हैं। एक ओर जहाँ प्लास्टिक के टेंट में मासूम बच्चों को बेबस और लाचार देखा जा रहा है तो वहीं दूसरी तस्वीर दो नौजवानों को नाव पर सवार होकर अपनी ज़िंदगियाँ बचाते हुए दिखाई गई है।

इस तस्वीर में हम मानवता का एक बहुत बड़ा उदाहरण देख सकते हैं। एक बच्चे ने जिस तरह से हिरण के बच्चे को पानी के तेज बहाव से बचाया है यह काबिले तारीफ है।

इस एकमात्र तस्वीर से पूरे असम का दर्द छलक रहा है।

 

इसी बीच एथलीट हीमा दास ने राज्य में बाढ़ पीड़ितों के लिए अपनी आधी सैलरी डोनेट करने की घोषणा की है।

Read More- Agnipath: रवि किशन की लाडली अग्निपथ योजना के तहत सेना में होना चाहती हैं भर्ती! क्या कुछ हो रहा हैं देश मे?

केंद्र सरकार ने इस मामले में अपनी पहल ज़रूर दिखाई है, मदद का आश्वासन भी दिया है। सेना भी लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाने का काम कर रही है। लेकिन कई ऐसे इलाके हैं जहाँ तक शायद ये मदद सही तरीके से पहुँच नहीं पा रही है जिसे सामने लाने में मुख्यधारा की मीडिया का काम होना चाहिए।

अगर मीडिया का सही और प्रोपर कवरेज असम की इस गंभीर स्थिति को मिलती है तो अमूमन बहुत सारी निर्दोश जानें बच सकती हैं। खैर, हम असम के लोगों के लिए प्रार्थना करते हैं और आशा करते हैं कि जल्द – से – जल्द असम इस मुसीबत से बाहर निकल आए।

अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com

Back to top button