Kashivishwanath corridor- काशीविश्वनाथ कॉरिडॉर के उद्घाटन से पहले रंगी कांग्रेस ऑफिस पर पार्टी ने जाहिर की नाराजगी
Kashivishwnath corridor- गुलाबी रंग से रंगी गई कांग्रेस कार्यालय की बिल्डिंग
यूपी चुनाव से पहले शहरों को संवारे सजाने के साथ विकास के कार्यो को भी पूरा किया जा रहा है। इसी क्रम में पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को भी पूरी तरह से सजाया जा रहा है। सजाने के पीछे का कारण है Kashivishwanath corridor का लोकार्पण होना। इसी सिलसिले में मस्जिद के बाद अब कांग्रेस दफ्तर भी हुआ गुलाबी रंग से रंग दिया गया। जिस पर नाराज कांग्रेसियों ने वाराणसी प्राधिकरण को अल्टीमेटम दे दिया है।
दरअसल वाराणसी में मस्जिद के बाद अब कांग्रेस कार्यालय को गुलाबी रंग में रंगे जाने को लेकर विवाद शुरु हो गया गए। इसका मुख्य कारण है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 13 दिसंबर वाराणसी के दो दिवसीय आगमन और विश्वनाथ धाम के लोकार्पण से पहले विश्वनाथ मंदिर जाने वाले मार्गों की पेंटिंग की जाना है। शहर को एक रूप में दिखाया जाए इसके लिए सभी दीवारों को गुलाबी रंग से पेंट कराया जा रहा है।
इसी क्रम में वाराणसी विकास प्राधिकरण ने वाराणसी के मैदागिन चौराहे पर स्थित कांग्रेस के महानगर कार्यालय को गुलाबी रंग से पेंट कर दिया। अब इस पेंटिंग के बाद से ही विवाद शुरू ही हो गया है। कांग्रेस पदाधिकारियों ने चिट्ठी लिखकर वाराणसी विकास प्राधिकरण को पेंट हटाने का 36 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। साथ ही कहा है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वह इसका विरोध करेंगे।
आपको बता दें कि वाराणसी शहर के बुलानाला इलाके पर स्थित कर्णघंटा मस्जिद को भी वाराणसी विकास प्राधिकरण ने गुलाबी रंग करा दिया था। जिस पर मुस्लिम समुदाय और मस्जिद से जुड़े लोगों की आपत्ति के बाद प्राधिकरण ने दुबारा दीवार को सफेद रंग से पेंटिंग करवाया।
कांग्रेस का आरोप मंदिर नहीं मॉल बना रही भाजपा
Kashivishwanath corridor के लोकार्पण को लेकर वाराणासी में जबरदस्त तैयारियां की जा रही हैं। गौरतलब है कि इन्हीं तैयारियां के बीच पिछले दिनों कांग्रेस ने Kashivishwanath corridor पर निशाना साधा था।कांग्रेस नेता अजय राय ने कहा था कि कॉरिडोर निर्माण के दौरान देवताओं के विग्रहों, वटवृक्ष को भी हटा दिया गया। इन चीजों को ध्वस्त करके आधुनिक तरह से मॉल बना रहे हैं।
इस तरह से भाजपा को लगता है कि राजनैतिक मार्केटिंग करके वह वाराणसी की जनता को भ्रमित कर लेंगे, लेकिन ऐसा होगा नहीं, काशी की जनता कण-कण में शंकर को पूजती है। यहां की जनता ने मॉल में पूजा करने के लिए मोदी जी को सांसद नहीं चुना था। अब काशीवासी बाबा के दर्शन करने के बजाए कह रहें हैं कि चलो मॉल चला जाए। भाजपा के नेता सोच रहें हैं कि 2022 चुनाव में इसकी मार्केटिंग कर लेंगे, लेकिन काशी के लोग अंदर से काफी दुखी और आहत हैं।
दो दिवसीय दौरे पर आएंगे पीएम मोदी
आपको बता दें कि 5 लाख 27 हजार 730 वर्ग फीट में बनकर तैयार हुआ Kashivishwanath corridor पीएम नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। पीएम मोदी अपने इस ड्रीम प्रोजेक्ट का लोकार्पण 13 दिसंबर को करने वाले हैं। इसके अलावा चुनावी माहौल के बीच अन्य कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए 13 और 14 दिसंबर दो दिवसीय दौरे पर वाराणासी आएंगे।
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