दीदी तीसरी बार बनी बंगाल की मुख्यमंत्री, जानें देश की महिला मुख्यमंत्रियों के बारे में…
आज तीसरी बार ममता बनर्जी ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ
दीदी यानि की ममता बनर्जी ने बुधवार को तीसरी बार बंगाल के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। ऐसा ममता बनर्जी के साथ दूसरी बार हो रहा है जब वो विधानसभा की विधायक नहीं होने के बाद भी बंगाल की कमान संभाल रही हैं। शायद आपको याद हो, जब साल 2011 में ममता बनर्जी पहली बार बंगाल की मुख्यमंत्री बनी थीं तो उस समय वो लोकसभा में सांसद थीं। आपको बता दे कि इस बार ममता बनर्जी नंदीग्राम से अपने पुराने सहयोगी और भाजपा उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी से चुनाव हार गई हैं। लेकिन हार के बाद भी ममता बनर्जी बंगाल की मुख्यमंत्री बन सकती हैं। आपको बता दें कि छह महीने के भीतर ममता बनर्जी को राज्य के किसी भी विधानसभा सीट से चुनाव जीतना होगा। अगर ऐसा नहीं होता तो ममता बनर्जी को अपना मुख्यमंत्री का पद छोड़ना पड़ेगा।
जाने उन महिलाओं के बारे में जो संभाल चुकी है मुख्यमंत्री की कुर्सी
ममता बनर्जी: आपको बता दें कि बंगाल की तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने वाली ममता बनर्जी साल 2011 में पहली बार बंगाल की मुख्यमंत्री बनी थी। क्या आपको पता है ममता बनर्जी को अग्नी कन्या कहा जाता है। क्योंकि उन्होंने राजनीतिक जीवन में काफी संघर्ष किया है। शुरू में ममता बनर्जी कांग्रेस पार्टी में थी। लेकिन बाद में उन्होंने अपनी अलग पार्टी का गठन किया और उसका नाम AITMC रखा। इतना ही नहीं बंगाल में ममता दीदी ने 30 साल पुरानी वाम मोर्चा सरकार को हटा कर सत्ता प्राप्त की थी।
जे जयललिता: आपको बता दे कि जयललिता पहली बार 1991 में तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनी थी। उसके बाद वो कई बार मुख्यमंत्री बनी। उन्हें हमारे देश में एक मजबूत नेता के रूप मे माना जाता था। इतना ही नहीं, उन्हें एम जी रामचंद्रन का उत्तराधिकारी भी माना जाता था। जयललिता एक मजबूत नेता होने के साथ-साथ एक फिल्म अभिनेत्री भी रह चुकी है।
मायावती: ये बात तो हम सभी लोग जानते है कि मायावती हमारे देश की पहली दलित महिला है जो मुख्यमंत्री बनी। और मायावती बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख है। आपको बता दे कि मायावती कई बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रह चुकी है। और मायावती कांशीराम का उत्तराधिकारी माना जाता है।
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सुषमा स्वराज: आपको बता दे कि साल 1998 में पहली बार सुषमा स्वराज दिल्ली की मुख्यमंत्री बनी। इतना ही नहीं, सुषमा स्वाराज बीजेपी की तरफ से भी मुख्यमंत्री बनने वाली पहली महिला थी। लेकिन सुषमा स्वराज बतौर मुख्यमंत्री काफी कम दिनों तक ही रह सकी। क्योकि उस समय देश भर में चल रहे प्याज के संकट के कारण उनकी पार्टी दिल्ली में चुनाव हार गयी।
शीला दीक्षित: आपको बता दे कि शीला दीक्षित पहली बार 1998 में मुख्यमंत्री बनी। जिसके बाद वो लगातार तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं। आज भी सबसे लम्बे समय तक महिला मुख्यमंत्री बनने का रिकॉड शीला दीक्षित के नाम है वह कांग्रेस पार्टी की नेत्री थी।
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