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Ramadan 2020: रमजान मानाने वाले लोगो को लॉकडाउन के कारण खजूर की हो सकती है किल्लत

कोरोना लॉकडाउन के चलते भारत में खजूर का आयात नहीं हो पा रहा है।


Ramadan 2020: अभी कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया में लॉकडाउन चल रहा है, लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखने को कहा गया है। ऐसे में गाड़ियों का आवागमन भी नहीं हो पा रहा है, जिसके चलते देश के अलग-अलग शहरों से सामान का लेन देन नहीं हो पा रहा है। इसी में रमजान का महीना पड़ रहा है। इसमें मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखते है उनको अपना रोजा खोलना के लिए खाना, पानी, और फल के अलावा भी कुछ और चीजें भी चाहिए होती है, उनमे से एक है, खजूर। मुस्लिम समुदाय में इसकी अहमियत काफी ज्यादा होती है। रोजेदारों के लिए खजूर से रोजा खोलना शुभ माना जाता है। परन्तु इस साल देश और दुनिया में कोरोना का संकट छाया हुआ है। जिसके बीच रमजान का महीना पड़ रहा है। ऐसे में मुस्लिम समुदाय को इस बार रोजा खोलने के लिए खजूर की किल्लत हो सकती है।

लॉकडाउन के चलते गाड़ियों का आवागमन नहीं हो पा रहा है, जिसके चलते देश के अलग-अलग शहरों में खजूर नहीं मिल पा रहा है। साथ ही दूसरे देश जैसे ईरान, इराक, सउदी अरब से भी आयात पूरी बंद है, जिसके चलते  पिछले 2 – 3 महीनो से खजूर भारत में नहीं आ पा रहा है। ऐसे में लगता है इस बार रमजान में ताजे खजूर के बजाय कोल्ड स्टोरेज में रखे खजूर से ही मुस्लिम समुदाय को इफ्तार करना होगा।

क्या हाल है खजूर की सबसे बड़ी मंडियों का।

दिल्ली, मुंबई, और गुजरात खजूर की सबसे बड़ी मंडियों में शामिल हैं। परन्तु इस बार शायद आपको इन मंडियों में भी ताजा खजूर न मिले। वैसे भी खजूर का कारोबार दो महीने का ही होता है। सोशल मीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक खजूर रमजान के महीने हर रोज 150 से 200 टन माल केवल आजादपुर मंडी से देश के दूसरे शहर में जाता था, परन्तु पिछले एक महीने में 20 टन माल भी अभी तक बिक नहीं पाया है। लॉकडाउन के कारण कारोबार पूरी तरह से ठप हो गया है न तो बाहर से खजूर आ रहा है और न ही बाहर के खरीदार दिल्ली आ रहे हैं।

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रोजा रखते वक़्त मुस्लिम समुदाय के लोग क्यों खजूर खाना पसंद करते है?

मुस्लिम समुदाय में रमजान के महीने को सबसे ज्यादा पवित्र महीना माना जाता है। इस महीने में मुसलमान के लोग रोजा रखते है और नमाज कर के अल्लाह की इबादत करते हैं। रोजा रखने के दौरान उनके शरीर में ताकत और ऊर्जा बनी रहे इसके लिए वो लोग खजूर का सेवन करते है। खजूर एक ऐसा ड्राईफ्रूट है जिसमें फाइबर, आयरन, सोडियम और पोटैशियम जैसे मिनरल्स पाए जाते है, जो काफी फायदेमंद होते है। इसीलिए रोजा रखने से पहले और रोजा खोलने के समय मुस्लिम समुदाय के लोग इसे खाना पसंद करते है।

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