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सफाईकर्मी की बेटी को मिली एक करोड़ की स्कॉलरशिप
लाइफस्टाइल

सफाईकर्मी की बेटी को मिली एक करोड़ की स्कॉलरशिप

माँ ने सोना गिरवी रख कर किया बेटी के सपने को साकार


बच्चो के सक्सेस होने के पीछे उनके माँ बाप की कड़ी मेहनत छुपी होती है. यह बात सच है की  माँ – बाप अपने बच्चो को सक्सेस देखना चाहते है जिसके लिए वो अपनी खुशिया भी भूल कर अपने बच्चो की खुशियों का ख़ास ध्यान रखते है.जी हाँ, इंदौर जो की भारत का सबसे स्वच्छ शहर माना जाता है वहाँ  एक सफाईकर्मी ने अपनी बेटी को  पढ़ाने और उसके सपने को साकार करने के लिए अपना सोना गिरवी रखवाया था.जिसके चालते आज उसकी बेटी को आगे की पढ़ाई पूरी करने के लिए एक करोड़ रूपए की स्कॉलरशिप दी गयी है.

आपको बता दे की इंदौर की रहने वाली सफाईकर्मी नूतन घावरी की बेटी रोहिणी को प्रदेश सरकार के अनुसूचित जनजाति विभाग ने एक करोड़ रुपए की स्कॉलरशिप दी है और अब मार्केटिंग में एमबीए कर चुकी रोहिणी अब पीएचडी के लिए स्कॉटलैंड जाएंगी.

सोना गिरवी रखवा कर इस तरह किया बेटी का सपना साकार

नूतन घावरी कर्मचारी राज्य बीमा निगम अस्पताल में एक सफाईकर्मी हैं जिसमे वो थोड़ा बहुत कमा कर अपने घर का खर्चा चलाती है. नूतन ने एक इंटरव्यू में  बताया की जब वो काम पर जाती थी तब  रोहिणी को भी अपने साथ लेकर जाती थी लेकिन रोहिणी को हमेशा से किताबे पढ़ने का शौक रहा है और वो अपनी पढ़ाई आगे पूरी करना चाहती थी जिसकी इच्छा उसने जताई और उसके बाद नूतन ने अपनी बेटी के सपने को साकार करने के लिए अपना सोना गिरवी रख कर उसे पढ़ाया और आज रोहिणी अपने अपने माँ बाप का नाम रोशन करते हुए विदेश पढ़ने जा रही है.

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वाकई कहते है किसी चीज को पाना चाहते हो तो उसके लिए कड़ी  मेहनत करो वो चीज जरूर मिलेगी और आज नूतन की तपस्या रंग लायी.आज उसकी  बेटी  पीएचडी के लिए स्कॉटलैंड जा रही है. इसके साथ ही रोहिणी वालीबाॅल की राष्ट्रीय खिलाड़ी भी हैं.

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