गांधी जयंती: असहिष्णुता के बारे बहुत पहले ही बापू ने बता दिया था
गांधी जयंती: असहिष्णुता के बारे बहुत पहले ही बापू ने बता दिया था
गांधी जयंती: असहिष्णुता के बारे बहुत पहले ही बापू ने बता दिया था:- कल पूरे देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती मनाई जाएंगी। मोहनदास करमचंद गांधी का जन्म दो अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। इस साल उनकी 147वां जयंती है।
गैर-हिंसा दिवस के तौर मनाया जाता है गांधी जयंती
लेकिन पिछली साल गांधी ने बहुत सारी सुर्खियां बटोरी। लेकिन सारी खबरें अच्छी नहीं थी। सोशल साइट पर हैस टैग के साथ गांधी जी #GandhimustComeDown ट्रेंड कर रहा था।
गांधीजी ने समाज के लिए बहुत कुछ किया है। उन्होंने समाज को कई सारी अच्छी चीजे हैं जिसे हमें हमेशा याद रखना चाहिए।
पूरे विश्व में बापू की उनके कामों के कारण तारीफ की जाती है। उनके जयंती को विश्व भर में अंतर्राष्ट्रीय गैर- हिंसा दिवस को तौर पर मनाया जा रहा है।
करमचंद गांधी को गांधी की उपाधि महान सहित्यकार रवीद्रनाथ टैगोर ने दी थी।
गांधी का कुछ प्रोत्सहित करने वाली शिक्षाओं को देखते हैं
- वह हमेशा सत्य और अहिंसा के पथ पर चलते थे।
- उन्होंने ने ही हमें सिखाया कि सभी लोग बराबर है।
- उन्होंने यह साबित कर दिया कि किसी चीज के लिए हार मान लेना कोई विकल्प नहीं हैं।
- केवल हमारा दृढ़ संकल्प और कर्म निष्ठा ही हमें हमारे लक्ष्य तक पहुंचा सकता है।
असहिष्णुता के बारे में बापू ने बहुत पहले ही बता दिया था
इस बात में कोई दो तरफा राय नही है कि गांधी जी दूरदर्शी थे। उन्होंने आज के भारत के हो रही परेशानियों के बारे में पहले से ही लिख दिया था। उस समय ही उन्होंने आज के भारत के बारे में बता दिया था। जिसे आज हम देख रहे हैं। उनकी द्वारा दिए है विचारों से हम इन सब चीजों से निजात पा सकते हैं।
उन्होंने ही सबसे पहले असहिष्णुता के बारें में कहा था जो आज के भारत का सबसे पसंदीता शब्द बन चुका है। उनके अनुसार अगर हम सहिष्णु हो जाएंगे तो उसके बाद ही हम समाज के एक सामान्य हित के लिए काम कर सकते हैं।