सिंधु नदी के मसले को लेकर पाकिस्तान पहुंचा विश्व बैंक
सिंधु नदी के मसले को लेकर पाकिस्तान पहुंचा विश्व बैंक
पाकिस्तान पहुंचा विश्व बैंक
सिंधु नदी के मसले को लेकर पाकिस्तान पहुंचा विश्व बैंक :- भारत और पाकिस्तान के बीच 56 वर्ष पुरानी सिंधु जल संधि को भारत की ओर से रद्द किए जाने के कयासों के बीच पाकिस्तान ने मंगलवार यानि कल विश्व बैंक का रुख किया था। विश्व बैंक में वरिष्ठ पाकिस्तानी अधिकारियों ने इस मामले को उठाया था।
पाकिस्तान के एक समाचार चैनल जियो न्यूज के मुताबक, अटॉर्नी जनरल अश्तर औसाफ अली के नेतृत्व वाले पाकिस्तानी सरकार के शिष्टमंडल ने वाशिंगटन डीसी में स्थित विश्व बैंक मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की थी। साथ ही सिंधु जल संधि के जुड़े मामलों पर चर्चा की थी।
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अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत का भी रुख
पाकिस्तान के न्यूज चैनल की रिपोर्ट में यह कहा गया है, कि पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत का भी रुख किया है, मगर पाकिस्तान ने इस बारे में कोई ब्यौरा नहीं दिया है। बात दें, बीते इस साल 19 अगस्त को पाकिस्तान देश ने भारत से औपचारिक रूप से आग्रह किया था, कि वह नीलम और चेनाब नदियों पर पनबिजली संयंत्रों के निर्माण से जुड़े विवादों का समाधान करें।
सिंधु जल रोकना, युद्ध के लिए उकसाना
मगंलवार को पाकिस्तान ने भारत को चेतावनी देते हुए कहा है, कि 56 वर्ष पुराने सिंधु जल समझौता को एकतरफा तौर पर रद्द करने को युद्ध के लिए उकसाने के रूप में ही लिया जाएगा। साथ ही कहा है, कि उनका मुल्क संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का भी रुख कर सकता है।
पाकिस्तान के राजनयिक सरताज अजीज ने यह कहा है, कि दो देशों के बीच अब तक हुआ, सबसे सफल जल समझौता है और इस समझौते को रद्द किए जाने को पाकिस्तान के खिलाफ शत्रुतापूर्ण कार्रवाई के तौर पर लिया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर भारत समझौता निलंबित करता है, तो पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का भी रुख करेगा।