Israel Hamas War: हमास को ईरान से आर्थिक मदद, जानिए क्या है हमास की बढ़ती ताकत?
आतंकवादी संगठन हमास को ताकत बढ़ाने में ईरान और अरब देशों का समर्थन मिल रहा है। 36 साल पहले इजरायली कब्जे के विरोध में पर्चा जारी किया था। हमास ने गाजा में अपनी ताकत बढ़ाते हुए ईरान और लेबनान के हिजबुल्ला जैसे संगठनों से धन और प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
Israel Hamas War: हमास की मिनी आर्मी, जिसे हिजबुल्ला जैसे संगठनों से धन और प्रशिक्षण प्राप्त
Israel Hamas War: हमास को खत्म करने के लिए इजरायली सेना ने गाजा में अपना अभियान शुरू कर दिया है। इस मिशन में उसे वर्षों से प्रशिक्षित एक सक्षम प्रतिद्वंद्वी का सामना करना पड़ेगा, जो चुपचाप अपनी ताकत बढ़ाता रहा। हमास को अपनी ताकत बढ़ाने में ईरान और सहयोगी अरब देशों का गुप्त समर्थन मिलता रहा है। छह दिन पहले दक्षिणी इजरायल पर हमास का घातक हमला 2007 में गाजा पर नियंत्रण हासिल करने के बाद से प्राप्त सैन्य विशेषज्ञता का एक विनाशकारी प्रदर्शन था।
हिजबुल्ला जैसे संगठनों से धन और प्रशिक्षण प्राप्त
हमास के एक सरगना अली बराका ने कहा, आवश्यकता आविष्कार की जननी है। उसने कहा कि समूह ने लंबे समय से गाजा में अपनी ताकत बढ़ाते हुए ईरान और लेबनान के हिजबुल्ला जैसे संगठनों से धन और प्रशिक्षण प्राप्त किया है। लेबनान में रहने वाले बराका ने कहा, हथियारों के आयात में कठिनाइयों का मतलब है कि पिछले नौ वर्षों में हमने अपनी क्षमताएं विकसित की हैं। अब हम स्थानीय स्तर पर हथियारों का निर्माण करने में सक्षम हैं।
गाजा के नीचे सुरंग नेटवर्क
वहीं Globalsecurity.org वेबसाइट के अनुसार, 1990 के दशक में हमास के पास 10 हजार से भी कम लड़ाके थे। एक क्षेत्रीय सुरक्षा स्रोत के अनुसार, समूह ने 2000 के दशक की शुरुआत से गाजा के नीचे एक सुरंग नेटवर्क का निर्माण किया है ताकि लड़ाकों को भगाने, हथियार कारखाने स्थापित करने और विदेशों से हथियार लाने में मदद मिल सके। हमास के कार्यकर्ताओं ने कहा है कि समूह ने कई प्रकार के बम, मोर्टार, रॉकेट, एंटी-टैंक और एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइलें हासिल कर ली हैं।
हमास की बढ़ती ताकत
उसने कहा कि 2008 के गाजा युद्ध के समय हमास के राकेटों की अधिकतम मारक क्षमता 40 किमी थी। लेकिन 2021 के संघर्ष तक यह बढ़कर 230 किमी हो गई थी। एक साक्षात्कार में हमास से परिचित लोगों ने बताया कि 36 साल पहले इजरायली कब्जे के विरोध में इसने अपना पहला पर्चा जारी किया था। आज उस छोटे फलस्तीन समूह की पहचान एक गुप्त और विशाल संगठन के रूप में है। हमास से परिचित एक व्यक्ति ने गाजा में बताया कि आज इसके पास अपनी एक सेना भी है।
इजरायल के विनाश का आह्वान
अमेरिका स्थित गैर-लाभकारी यहूदी संस्थान नेशनल सिक्योरिटी ऑफ अमेरिका के अनुसार, 2021 में सबसे हालिया गाजा युद्ध के बाद, हमास और फलस्तीनी इस्लामिक जिहाद नामक एक संबद्ध समूह अपनी मिसाइल सूची का 40% बरकरार रखने में कामयाब रहा, जो इजरायलियों का एक प्रमुख लक्ष्य था। हमास के 1988 के संस्थापक ने इजरायल के विनाश का आह्वान किया गया था। जिसके बाद इजरायल, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोपीय संघ, कनाडा, मिस्र और जापान ने इसे एक आतंकवादी संगठन के रूप में वर्गीकृत किया।
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