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Canada News: भारतीय राजनयिक को कनाडा ने किया निष्कासित, पीएम ट्रूडो ने लगाया भारत पर गंभीर आरोप

स्टिन ट्रूडो के बयान के बाद कनाडाई विदेश मंत्री मेलानी जोली ने कहा कि कनाडा में भारतीय खुफिया प्रमुख को निष्कासित कर दिया गया है।

Canada News: इस मामले में जस्टिन ट्रूडो ने राष्ट्रपति बाइडेन से की बात…


कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया है कि भारत सरकार का खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से संबंध है। इसके बाद कनाडाई विदेश मंत्री मेलानी जोली ने सोमवार (18 सितंबर) को एक भारतीय राजनयिक को निष्कासित कर दिया।  AP की रिपोर्ट के मुताबिक इससे पहले कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो ने कहा था कि देश की सुरक्षा एजेंसियां भारत सरकार और खालिस्तानी आतंकवादी की हत्या के बीच संबंध की जांच कर रही है।

Canada News: जस्टिन ट्रूडो के बयान के बाद कनाडाई विदेश मंत्री मेलानी जोली ने कहा कि कनाडा में भारतीय खुफिया प्रमुख को निष्कासित कर दिया गया है। जोली ने कहा, “अगर यह संबंध सच साबित हुआ तो यह हमारी संप्रभुता और देशों के एक-दूसरे के साथ व्यवहार करने के सबसे बुनियादी नियम का बड़ा उल्लंघन होगा।”

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जस्टिन ट्रूडो ने राष्ट्रपति बाइडेन से की बात

AP के हवाले से जोली ने कहा, “हमने एक शीर्ष भारतीय राजनयिक को निष्कासित कर दिया है।” उन्होंने यह भी कहा कि जस्टिन ट्रूडो ने इस मामले को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के सामने उठाया था। आपको बता दें कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ओटावा में हाउस ऑफ कॉमन्स में बोलते हुए कहा कि उन्होंने जी20 शिखर सम्मेलन में भी इस मुद्दे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने उठाया था।

कड़े शब्दों में कनाडा के साथ सहयोग करने को कहा

कनाडाई विदेश मंत्री ने कहा कि कनाडाई सुरक्षा एजेंसियां भारत सरकार के एजेंट और कनाडाई नागरिक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बीच संभावित संबंध के आरोपों को सक्रिय रूप से जांच कर रही है। उन्होंने कहा, “मैं कड़े शब्दों में भारत सरकार से इस मामले की तह तक जाने के लिए कनाडा के साथ सहयोग करने का आग्रह करता हूं।”

ट्रूडो को नहीं मिला भाव

जी20 सम्‍मेलन के बाद ट्रूडो का यह फैसला कहीं न कहीं उनकी उस खीझ को बयां करता है जो उनकी बेइज्‍जती से जुड़ी हुई है। सम्‍मेलन के बाद जब जस्टिन ट्रूडो ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की तो पीएम मोदी ने उन्‍हें कई अहम मसलों से अवगत कराया। इन मसलों में खालिस्‍तानी संगठनों का हावी होना भी शामिल था। जानकारों के मुताबिक जिस तरह से ट्रूडो ने अपर्याप्त सबूतों के आधार पर भारत जैसे महत्वपूर्ण देश के खिलाफ इतना बड़ा आरोप लगाया है, वह दरअसल कुछ और नहीं अपनी बेइज्‍जती का बदला लेना है। ट्रूडो को पीएम मोदी ने ज्‍यादा तवज्‍जो नहीं दी।

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भारत ने नहीं ली जिम्‍मेदारी

दरअसल जी20 के बाद जब ट्रूडो अपने देश वापस जाने वाले थे तभी उनका प्‍लेन खराब हो गया। तकनीकी खराबी की वजह से ट्रूडो को लंबे समय तक यहीं पर रुकना पड़ा। सूत्रों की मानें तो भारत सरकार ने ट्रूडो के रुकने का कोई जिम्‍मा नहीं उठाया। उन्‍हें खुद अपने खर्च पर भारत में रुकना पड़ा। सिर्फ इतना ही नहीं जिस समय वह एयरपोर्ट पर अपने प्‍लेन की तरफ जा रहे थे तो भी उनके पास ज्‍यादा सुरक्षा नहीं थी। वह बिल्‍कुल किसी आम आदमी की तरह बैटरी कार पर सवार थे।

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