जाने क्या है सर्वाइकल कैंसर, क्यों हर दिन करीब 200 महिलाओं को गवानी पड़ती है इससे अपनी जान
जाने क्या है सर्वाइकल कैंसर
सर्वाइकल एरिया में होने की वजह से इसे सर्वाइकल कैंसर कहते है. सर्वाइकल कैंसर में गर्भाशय की कोशिकाएं अनियंत्रित तरीके से बढ़ना शुरू कर देती है ये धीरे धीरे बढ़ कर गांठ का रूप धारण कर लेती है. कई बार ये ह्यूमन पैपीलोमा वायरस यानी एचपीवी के कारण भी होता है. इसका मुख्य कारण है स्मोकिंग, बार-बार होने वाली प्रेग्नेंसी, या फिर एक से ज़्यादा पार्टनर के साथ फिजिकल रिलेशन आदि. सर्वाइकल कैंसर सर्विक्स की लाइनिंग को प्रभावित करता है. शहरों में रहने वाले लोगों की तुलना में यह बीमारी गांवों रहने वाले लोगो में ज्यादा होती है.
हर साल लाखों महिलाएं होती है सर्वाइकल कैंसर की शिकार
कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो न सिर्फ मरीज़ के लिए बल्कि उसके पूरे परिवार के लिए भी एक त्रासदी की तरह होती है. भारतीय महिलाओं में कैंसर से होने वाली मौत की सबसे आम वजह स्तन कैंसर है उसके बाद दूसरे नंबर पर सर्वाइकल कैंसर है. अगर हम आंकड़ों पर बात करें तो आज आंकड़ों के अनुसार समय पर इलाज ना मिलने के कारण 15 से 44 वर्ष की आयु की महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर उनकी मौत का दूसरा सबसे बड़ा कारण बन रहा है. 2018 में आई एक रिपोर्ट के अनुसार हर साल सर्वाइकल कैंसर के 1 लाख 32 हज़ार मामले सामने आते हैं. जिनमें से 74,000 लोगों की मौत हो जाती है. इस रिपोर्ट के अनुसार हर दिन कम से कम 200 महिलाएं सर्वाइकल कैंसर की वजह से अपनी जान गवां देती हैं.
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सर्वाइकल कैंसर का खतरा सबसे ज्यादा किसे होता है
- सर्वाइकल कैंसर का खतरा सबसे ज्यादा उन महिलाओं को होता है. जिनकी शादी कम उम्र में हो जाती है.
- महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर का खतरा 40 साल के बाद और अधिक बढ़ जाता है.
- जिन महिलाओं ने बहुत सारी बार गर्भधारण किया होता है उनको भी सर्वाइकल कैंसर का खतरा अधिक होता है.
- एक से अधिक लोगों से यौन संबंध रखने वाली महिलाओं को इसके चपेट में आने की आशंका अधिक होती है.
- जिन महिलाओं को पेट से जुड़ी समस्या होती है उनके लिए भी सर्वाइकल कैंसर का खतरा बढ़ जाता है.
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