Weather Update: दिल्ली में हल्की बारिश का अनुमान, गर्मी से मिलेगी राहत
उत्तर भारत के पहाड़ों में कमजोर पड़े मानसून के एक बार फिर सक्रिय होने के संकेत मिल रहे हैं। मौसम विभाग ने पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ जिलों में दो दिन भारी वर्षा की चेतावनी दी है।
Weather Update: उत्तराखंड में आज तीव्र वर्षा का अलर्ट, अगस्त में हुई हिमाचल में सर्वाधिक बारिश
Weather Update: आपको बता दें कि दिल्ली में पिछले दो दिन से सूरज की ताप लोगों को महसूस हो रही है। वहीं, देश के बाकी हिस्सों से मॉनसून की वापसी शुरू हो चुकी है। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी पर कई इलाकों में बारिश हो सकती है। मौसम कार्यालय ने मंगलवार को पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी पर कम दबाव का क्षेत्र बनने का अनुमान जताया है जिससे पूर्वी तट पर कुछ राज्यों में बारिश हो सकती है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने आगामी सप्ताह के दौरान तटीय और उत्तर कर्नाटक के अंदरुनी इलाकों, महाराष्ट्र, गोवा, मध्य, पूर्व और उत्तरपूर्व भारत में बहुत भारी से अत्यधिक भारी बारिश का अनुमान जताया है।
दिल्ली में आज बारिश होने की उम्मीद
दिल्ली में पिछले दो दिन से गर्मी का सामना कर रहे लोगों को राहत मिल सकती है। क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान एजेंसी के अनुसार दिल्ली में आज आसमान में बादल छाए रहेंगे। वहीं, कुछ स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी भी हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में आज अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। साथ ही मुख्य सतही हवा पूर्व/दक्षिण-पूर्व दिशा से आठ से 12 किमी प्रति घंटे की गति से चलने की संभावना है।
उत्तराखंड में आज तीव्र वर्षा का अलर्ट
उत्तराखंड में एक सप्ताह से मौसम शुष्क है और पारा लगातार चढ़ता जा रहा है। हालांकि आज मंगलवार से मौसम ने करवट ली है। देहरादून समेत पर्वतीय जिलों में दोपहर बाद वर्षा हुई। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सह के अनुसार, बुधवार को प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में आंशिक बादल मंडराने के आसार हैं। कुमाऊं मंडल के पर्वतीय जिलों में गरज-चमक के साथ तेज वर्षा हो सकती है। इसे लेकर कुमाऊं मंडल में यलो अलर्ट जारी किया गया है। देहरादून में हल्की वर्षा के आसार हैं।
बिहार के इन 4 जिलों में भारी बारिश के आसार
अगले 24 घंटों के दौरान चार जिलों के सीतामढ़ी, मधुबनी ,किशनगंज और पश्चिमी चंपारण के एक या दो स्थानों पर भारी वर्षा जबकि किशनगंज, अररिया, पूर्णिया और कटिहार में मेघ गर्जन व वज्रपात को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। 27 सितंबर तक प्रदेश के अलग-अलग भागों हल्की वर्षा होने से मौसम सामान्य होने के साथ तापमान में गिरावट की संभावना है।
अगस्त में हुई हिमाचल में सर्वाधिक वर्षा
हिमाचल में इस बार मानसून सक्रिय होने के बाद बीच में कमजोर पड़ गया था। हालांकि, अगस्त में सर्वाधिक वर्षा हुई। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक कुलदीप श्रीवास्तव का कहना है कि प्रदेश से मानसून सामान्य तौर पर 24 सितंबर तक लौट जाता था, लेकिन अभी ऐसा नहीं लग रहा है। अब भी राजस्थान के कुछ भागों से मानसून के तहत वर्षा होने की स्थिति बनी है, जिसके फलस्वरूप प्रदेश में मानसून जाने में कुछ समय लग सकता है।
मानसून की अवधि इस वर्ष लंबी हुई
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 27 सितंबर के बाद मौसम फिर साफ होगा। इससे पहले 2019 में 11 अक्टूबर को मानसून की वर्षा पूरी तरह से बंद हुई थी। फिलहाल अभी छह अक्टूबर तक मानसून जाने के संकेत नहीं हैं। भले ही मानसून की अवधि इस वर्ष लंबी जा रही है, लेकिन प्रदेश में वर्षा सामान्य से 20 प्रतिशत कम हुई है।
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