किसानो के दर्द को उजागर करती ‘द रिवोल्यूशन’
साल-दर-साल किसानों की आत्महत्या के मामले बढ़ते जा रहे हैं। सरकार भले ही किसानों को सूखे से निपटने के लिए मुआवजा देकर राहत पंहुचा रही हो, लेकिन फिर भी किसानों का दर्द कम होने का नाम नही ले रहा।
यदि बात आंकड़ो कि की जाए तो साल 2016 के अनुसार भारत में 106 किसानों ने आत्महत्या की है। इसका कोई एक कारण नही बल्कि अनेक कारण है… सूखा, तो कभी अनाज की सही कीमत न मिलना, वहीं कभी कर्ज तो कभी बाढ़ से फसल का नष्ट हो जाना।
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार 31 मार्च 2013 तक के आंकड़े बताते हैं कि 1995 से अब तक 2,96 438 किसानों ने आत्महत्या की है।
पहले किसानों की आत्महत्या की खबरें महाराष्ट्र से ही आती थी, लेकिन अब इस सूची में कई राज्य के नाम शामिल हो गए हैं। तेलंगाना, पंजाब, बिहार, बंगाल और यूपी।
किसानों की इस भयंकर व दयनीय स्थिति को समझाने के लिए उभरती युवा निर्माता सोनिया माली ने किसानों के जीवन में आने वाले उतार-चढ़ाव पर ‘द रिवोल्यूशन’ नाम की एक शॉर्ट फिल्म बनाई है।
फिल्म के अंत में एक काफी अच्छा संदेश दिया गया है कि समाज में रह कर ही समाज समस्या से लड़ना होगा। युवाओं को आगे आकर समाज की ऐसी समस्याओं का समाधान निकालना होगा।