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वर्किंग मॉम्स के लिए आसान टिप्स जो उनको ‘Balance Strike’ करने मे करेगा मदद
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कैसे आप घर और काम कर सकती है एक साथ मैनेज?
वर्किंग मॉम्स की समस्याएं और उपाय
आज के समय में महिलाएं पुरुषों से कम नहीं है और वो उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलती हैं। वो एक साथ घर और ऑफिस दोनों एक साथ संभाल लेती हैं। उनके कन्धों पर घर, बच्चो, बड़ों, परिवार और ऑफिस की जिम्मवारियाँ होती हैं। आइये जानते है ऐसे कौन सी समस्याएं हैं जिनका वो सामना करती है और वो कैसे इसका समाधान कर सकती हैं। आइए जानते हैं कि इन वर्किंग महिलाओ की समस्याएं1. स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां – एक सर्वे के अनुसार 78 % कामकाजी महिलाएं स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से ग्रस्त होती हैं। 78 फीसदी में से 42 फीसदी महिलाओं को पीठदर्द,मोटापा, अवसाद,मधुमेह,उच्च रक्तचाप की शिकायत रहती है। इतना ही नहीं कामकाजी महिलाओं में दिल की बीमारी का खतरा भी तेजी से बढ़ रहा है। महिलाओ की सबसे बड़ी परेशानी होती हैं अवसाद।
2. बच्चों का स्वास्थ्य- वर्किंग मॉम्स अपने साथ-साथ अपने बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर भी परेशान रहती हैं। कामकाजी महिलाएं के बच्चों को स्वास्थ्य की समस्याएं होती हैं। एक सर्वे में यह पाया गया कि 56 फीसदी कामकाजी महिलाओं के बच्चों को मोटापे जैसी समस्या होती है,जिसके कारण बड़े होने पर उन्हें दिल की बीमारी होने की आशंका बढ़ जाती है। इसका कारण बच्चों का खान-पान जैसे पिज्जा, बर्गर,मैगी,पास्ता, सॉफ्ट ड्रिंक जैसे जंक फूड आदि होता हैं।
3. काम के घंटे – महिलाओं के ऊपर घर और बच्चों की जिम्मेदारी की वजह से वो काम के घण्टे ज्यादा नहीं दे सकती। साथ ही उन्हें नाइट शिफ्ट और देर शिफ्ट में काम नहीं कर सकते। कई महिलाएं इस वजह से अपने करियर में आगे बढ़ पाती।
4. दूसरे बच्चे का दवाब – आज के समाज में दो बच्चों को करने का प्रेशर सभी महिलाओं पर होता हैं। ऐसे में उनपर समाज और परिवार का दबाव होता हैं।
वर्किंग महिलाओ की समस्याओं के लिए उपाय
1. सेहत का ध्यान रखें – वर्किंग महिलाओं को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने की जरूरत होती हैं। उन्हें रेगुलर चेकअप करवाना चाहिए और समय- समय पर सभी जरूरी टेस्ट करवाने चाहिए।
2. समय-समय पर ब्रेक लें – हर महिला चाहे वो वर्किंग हो या ग्रहणी हों, उसके लिए समय-समय पर ब्रेक लेना जरूरी होता हैं। घर और बच्चों की जिम्मेदारी के अलावा अपने लिए “मी टाइम” निकालें।
3. बच्चों के साथ वक्त बिताएं – ऑफिस के काम-काज में उलझकर बच्चों को अनदेखा ना करें। उनके साथ समय बिताएं। छुट्टी वाले दिन उन्हें पूरा समय दें।
4. सकारात्मक सोच रखें – सकारात्मक सोच रखने के लिए अच्छा सोचें और अच्छा करें। ध्यान और योग सबसे अच्छा तरीका होता है। खुद को सकारात्मक रखें ताकि कितनी भी कठिन परिस्थिति हो आप उसका हल निकाल लें।
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