Nainital Waterfall: खतरनाक हो सकते हैं बारिश के मौसम में उत्तराखंड के लिए पांच वॉटरफॉल , हो जाएं सावधान
Nainital Waterfall: प्री मानसून उत्तराखंड में दस्तक दे चुका है ऐसे में यदि आप भीषण गर्मी से बचने के लिए उत्तराखंड या आसपास वॉटरफॉल में नहाने जा रहे हैं। तो इन सावधानियां का जरूर पालन करें। नहीं तो भीषण हादसा कभी भी हो सकता है।
Nainital Waterfall: बारिश के मौसम में खतरनाक हो सकते हैं उत्तराखंड के 5 वाटरफॉल, संभल कर करें दीदार
Nainital Waterfall: उत्तराखंड में कई सुंदर झरने हैं जिन्हें देखने के लिए देश के कोने-कोने से टूरिस्ट आते हैं. अगर आपको भी झरने देखने हैं और ट्रैवल करना है तो आप आज शाम ही उत्तराखंड के लिए निकल सकते हैं और वीकएंड में इन झरनों की सुंदरता को करीब से निहार सकते हैं और यहां के शांत और मनमोहक वातावरण में परिवार और दोस्तों के साथ वक्त बिता सकते हैं. आप इन झरनों के नीचे नहा सकते हैं और ऊंची पहाड़ी से गिरते हुए पानी को देख सकते हैं. उत्तराखंड में प्री मानसून आते ही सैलानियों को कहीं दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अगर आप उत्तराखंड या उसके आसपास वॉटरफॉल में नहाने जा रहे हैं तो सावधानी बरतनी बहुत जरूरी है।
ढोकाने वाटरफॉल नैनीताल से लगभग 48 किमी की दूरी पर स्थित है. प्रकृति की गोद में स्थित ये झरना पर्यटकों को बेहद पसंद आता है. यही वजह है कि पर्यटक काफी संख्या में यहां पहुंचते हैं. यह झरना अत्यधिक ऊंचाई से गिरता है. यहां पहुंचकर कई पर्यटक नहाते हैं. ऐसे में बारिश के समय में यहां पानी ज्यादा रहता है. ऐसे समय में यहां नहाना नहीं चाहिए. साथ ही गर्मियों के दिनों में अगर आप अच्छे तैराक नहीं हैं तो लाइफ जैकेट पहनकर किनारे में नहा सकते हैं.
लगभग 9 किमी की दूरी पर नैनीताल-कालाढूंगी मोटर मार्ग पर वुडलैंड वाटरफॉल नैनीताल में स्थित है. स्थानीय लोग इसे दूधिया झरना भी कहते हैं. इस झरने का पानी एकदम दूध जैसा है यहां बरसात के दिनों में काफी फिसलन होती है और पानी का बहाव भी तेज हो जाता है। और ढाल में स्थित होने के कारण यहां आपको बेहद सावधानियां बरतनी होगी. फोटो लेने के लिए लोग नीचे उतरते हैं। लेकिन बरसात के समय ध्यान रहे कि झरने के नीचे बिल्कुल भी न जाएं.
लगभग 37 किमी की दूरी पर कालाढूंगी-रामनगर मोटर मार्ग पर जिम कॉर्बेट वाटरफॉल नैनीताल में स्थित है. यह झरना बेहद ही सुंदर है। लेकिन बीच में गहरा होने के कारण यहां नहाना प्रतिबंधित है. बरसात के समय यहां पानी को मात्रा बढ़ जाती है. ऐसे में अगर आप भी इस वाटरफॉल के पास जा रहे हैं तो यहां के नियम-कानूनों का अवश्य पालन करें और झरने में नहाने से बचें.
उत्तराखंड के नैनीताल से लगभग 40 किमी की दूरी पर भालूगाड़ वाटरफॉल स्थित है. यहां ऊंचाई से झरना गिरता है. जो बेहद सुंदर लगता है. हरे-भरे जंगलों के बीच।l खूबसूरत पहाड़ी रास्तों से ट्रैक करके इस वाटरफॉल तक पहुंचा जा सकता है. गर्मियों में यहां सैलानियों की काफी भीड़ रहती है. यह झरना जितना सुंदर है उतना खतरनाक भी. झरने के बीच में नहाना प्रतिबंधित है. बरसात के दिनों में इस वाटरफॉल का पानी काफी बढ़ जाता है. ऐसे में इस वाटरफॉल में नहाने से बचाना चाहिए.
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नैनीताल से लगभग 6 किमी की दूरी पर बिरला चुंगी के पास घने जंगलों के बीच हिडन वाटरफॉल स्थित है. यह जगह लोगों की नजरों से दूर है. यहां गर्मियों के समय स्थानीय लोगों की भीड़ लगी रहती है. लेकिन सोशल मीडिया पर फेमस होने के बाद अब यहां कुछ पर्यटक भी पहुंचने लगे हैं. बरसात के दिनों में यहां आना खतरे से खाली नहीं है. एक तो पानी की मात्रा भी बढ़ जाती है. साथ ही फिसलन बहुत होती है. और हिडन होने के कारण यहां आसपास न कोई घर है और न रोड.
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