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Virender Sehwag Birthday: इस दिन है टीम इंडिया के पू्र्व कप्तान वीरेंद्र सहवाग का जन्मदिन

आज वीरेंद्र सहवाग 45 साल के हो गए हैं। वीरेन्द्र का जन्म 20 अक्टूबर 1978 में दिल्ली में एक संपन्न तथा सयुंक्त परिवार मे हुआ था। इनके पिता का अनाज का व्यापार था तथा माता ग्रहणी थी घर मे इनसे बड़ी इनकी दो बहने तथा एक छोटा भाई था व ये तीसरे नंबर के पुत्र थे।

Virender Sehwag Birthday: जानिए वीरेंद्र सहवाग के बारे में खास बातें


Virender Sehwag Birthday: टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज और कप्तान रहे वीरेंद्र सहवाग का 20 अक्टूबर को जन्मदिन है। आज ही के दिन साल 1978 में वीरेंद्र सहवाग का जन्म दिल्ली में हुआ था। आज वीरेंद्र सहवाग 45 साल के हो गए हैं। साल 1999 में टीम इंडिया के लिए इंटरनेशनल डेब्यू करने वाले वीरेंद्र सहवाग ने दुनियाभर में खेलकर खूब कीर्तिमान रचे, जिसके बारे में किसी ने सोचा भी नहीं था। इसके बाद वे लगातार भारत के लिए खेलते रहे। कुछ एक बार वे टीम से बाहर भी हुए, लेकिन इसके बाद फिर से उन्होंने दमदार वापसी की और साल 2013 में अपना आखिरी मैच उन्होंने भारत के लिए खेला।

जन्म और पारिवारिक जानकारी

वीरेन्द्र का जन्म 20 अक्टूबर 1978 में दिल्ली में एक संपन्न तथा सयुंक्त परिवार मे हुआ था। इनके पिता का अनाज का व्यापार था तथा माता ग्रहणी थी घर मे इनसे बड़ी इनकी दो बहने तथा एक छोटा भाई था व ये तीसरे नंबर के पुत्र थे। बचपन से ही खेल में दिलचस्पी होने की वजह से बहुत ज्यादा पढ़ाई इन्होंने नही की है। इनकी प्रारंभिक शिक्षा अरोरा विध्या स्कूल,दिल्ली तथा जामिया मिलिया इस्मलिया कालेज, न्यू दिल्ली से ग्रेजुएशन हुआ है। इनका विवाह सन् दो हजार चार में आरती अहलावत से हुई इनके दो बेटे है आर्यवीर तथा वेदांत। इनको शाकाहारी खाना बहुत पसंद है, अपनी इसी पसंद को ध्यान रखते हुए उन्होंने एक रेस्टोरेंट दिल्ली मे खोला है।

वीरेन्द्र सहवाग का करियर

इनको बचपन से क्रिकेट का शौक था सबसे मजेदार बात यह थी, की जब वह मात्र सात साल के थे, इनका सबसे पहले खिलौने के रूप मे उनके पिता ने उनको बल्ला लाकर दिया था। एक बार जब वह छोटे थे तब क्रिकेट खेलते हुए उनका दांत टूट गया था, जिसकी वजह से उनके पिता उनके क्रिकेट खेलने के खिलाफ हो गये थे पर उनकी रुचि देख कर उनकी माता के आग्रह पर उनको फिर से क्रिकेट खेलने की परमिशन मिली।

इनके करियर के शुरुआती चरण

1. सबसे पहले 1997-1998 मे दिल्ली क्रिकेट में शामिल होकर अपने करियर की शुरुवात की।

2. 1998 मे इनका सिलेक्शन डुलेप ट्राफी के लिये नॉर्थ जोन क्रिकेट टीम से हुआ, तब इनका नाम कुल रनिंग लिस्ट मे पांचवे स्थान पर        था। कड़ी मेहनत के बाद अगले साल इनका नाम रनिंग लिस्ट मे चौथे स्थान पर आ गया, जिसमे इन्होंने 274 का स्कोर किया।

3. इसके बाद पंजाब के खिलाफ साऊथ जोन अगरतला मे 327 में 175 रनों मे रणजी ट्राफी खेला।

4. इसके बाद उनका चयन अंडर-19 टीम में किया गया, जो कि साऊथ अफ़्रीका के खिलाफ खेला गया।

खेलने का तरीका

यह मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के बहुत बड़े फेन थे तथा उनको फॉलो करते थे। उनके खेलने के तरीकों को बहुत हद तक अपनाया था यह राईट हेंड से खेलते थे। शुरूआत मे इनके तरीके को क्रिकेट खेलने के नियम के अनुसार गलत बताया गया क्योंकि यह शाट्स खेलते समय अपने आर्म्स का गलत तरीके से उपयोग करते थे। धीरे-धीरे प्रयास कर इतने निपूर्ण हो गये की इनका बेटिंग मे कोई तोड़ नही था जिसके लिये इनको सबसे रोमांचक बल्लेबाज भी कहा जाने लगा।

सहवाग ने भारत के लिए खेले हैं 374 इंटरनेशनल मैच

वीरेंद्र सहवाग ने अपने क्रिकेट करियर में 374 इंटरनेशनल मैच भारतीय टीम के लिए खेले हैं, जिसमें टेस्ट, वन डे और टी20 तीनों फॉर्मेट शामिल हैं। वीरेंद्र सहवाग के नाम पर 17 हजार 253 रन दर्ज हैं। इतना ही नहीं, वीरेंद्र सहवाग दुनिया के दूसरे ऐसे बल्लेबाज हैं, जिन्होंने वन डे क्रिकेट में दोहरा शतक लगाया था। पहले तो आपको पता ही हैं कि सचिन तेदुलकर थे और उसके बाद नाम वीरेंद्र सहवाग का आता है। वीरेंद्र सहवाग भारत के एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दो तिहरे शतक लगाए हैं। वीरेंद्र सहवाग से पहले किसी भारतीय ने सोचा भी नहीं था कि वे टेस्ट में 300 से ज्यादा रनों की पारी खेल सकता है, लेकिन सहवाग ने इसे सच करके दिखाया। टीम इंडिया ने तीन विश्व कप जीते हैं, पहला विश्व कप कपिल देव की कप्तानी में साल 1983 में जीता था, वहीं दूसरा विश्व कप साल 2007 में टी20 का जीता था। इस टीम के कप्तान एमएस धोनी थे और वीरेंद्र सहवाग भी इस टीम का अहम हिस्सा हुआ करते थे। इसके बाद जब साल 2011 में भारत ने फिर से वन डे विश्व कप जीता तो उस टीम में भी सहवाग अपनी महनती भूमिका निभा रहे थे। यानी वीरेंद्र सहवाग उन चुनिंदा खुशकिस्मत भारतीय खिलाड़ियों में शामिल हैं, जिन्होंने दो विश्व कप जीते हैं।

ब्रांड एम्बेसडर

यह FILA नाम की बहुत बड़ी स्पोर्ट्स कंपनी के ब्रांड एम्बेसडर है। जो कि सभी तरह के फुटवेयर तथा स्पोर्ट्स एसेसरीज रखते है। इन्होंने तीन साल के लिए इनको ब्रांड एम्बेसडर बनाया है जिसके लिये एक साल का लगभग 25 मिलियन से ज्यादा में इनको दिये गये है।

वीरेन्द्र सहवाग के अवार्ड्स

1. 2002 मे अर्जुन अवार्ड मिला था. 2008 मे वेस्डन लीडिंग क्रिकेटर इन दी वर्ल्ड अवार्ड मिला था।

2. 2010 में आईसीसी टेस्ट प्लेयर ऑफ दी ईयर अवार्ड मिला था. 2010 में पदमश्री अवार्ड मिला था।

वीरेन्द्र सहवाग के जीवन से जुड़े विवाद

2001 मे एलिजाबेथ में सेंट जार्ज पार्क जिसमे इंडिया और साउथ अफ्रीका के खिलाफ आईसीसी मैच चल रहा था, जिसमे रेफरी माइक डेनेस ने “एसिसिव अप्पलिंग” एक टेस्ट मैच मे प्रतिबंधित कर दिया। जिसमे पहले छ: खिलाडी के नाम थे जो कि बाद मे चार हुए जिसके लिये इन खिलाडियों को मैच के लिये प्रतिबंधित किया, जोकि बहुत बड़ा मुददा बना सारी जाँच होने के बाद माइक डेनेस को रेफरी के पद से हटा दिया गया। महेंद्र सिंह धोनी और इनमे भी मदभेद हुए जिसे इन्होंने समय के साथ सुलझा लिये थे। क्रिकेट के अलावा कुछ समय पहले केरल में किसी मुद्दे मे एक आदिवासी पुरुष की हत्या पर गलत ट्वीट कर दिया था, जिसके चलते यह विवादों मे घिर गये, तब इन्होंने अंत मे सोशल मिडिया पर माफी मांगी।

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वीरेन्द्र सहवाग की कुल संपत्ति

सहवाग का नाम 10 सबसे रहीस क्रिकेटरों की सूचि में शामिल है, प्राप्त आकड़ो के अनुसार इन कुल संपत्ति 2 सौ 65 करोड़ से अधिक है।

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