IPL 2023: 2023 के आईपीएल में आया है एक नया नियम, जानिए इस नियम से क्या होगें फायदे
इस सीजन से पहले आईपीएल में अब तक शुरू से लेकर अंत कर 11 खिलाड़ी खेलते थे। लेकिन इंपैक्ट प्लेयर नियम लागू करने से अब मैच में 11 की जगह 12 खिलाड़ी खेलेंगे।
IPL 2023: जानिए इंपैक्ट प्लेयर के नियम, आईपीएल में टीमें कैसे करेगी इसका इस्तेमाल
क्या बदलाव आया है?
इम्पैक्ट प्लेयर के आने से कुछ ज्यादा बदलाव नहीं दिख रहा है। पहली पारी के दौरान टीमें एक अतिरिक्त बल्लेबाज होने की वजह से जरूर थोड़ा ज्यादा रिस्क ले रही हैं। हालांकि ओवरऑल इसका असर ज्यादा नहीं है। इस सीजन में 12 मैच के बाद पहली पारी का औसतन 183 रन बन रहे हैं। यह आईपीएल इतिहास में शुरुआती 12 मैच बाद पहली पारी का सबसे ज्यादा औसतन स्कोर है। हालांकि बाद में बैटिंग करने वाली टीम को इस नियम का ज्यादा फायदा नहीं मिला है। अभी तक सीजन में किसी भी मुकाबले में टीम 180 से ज्यादा का टारगेट चेज नहीं कर पाई है।
कोई बड़ा फायदा नहीं
इम्पैक्ट प्लेयर रूल कोई नया नहीं है। 2005 में आईसीसी वनडे में सब्स्टीट्यूशन का रूल लेकर आई थी। तब भी मैच के दौरान टीम एक खिलाड़ी को बदल सकती है। यह नियम फुटबॉल से प्रेरित है। लेकिन क्रिकेट में यह नहीं चला। यह सफल नहीं हुआ और मार्च 2006 में आईसीसी ने इसे हटाने का फैसला किया। बिग बैश में भी इसे एक्स फैक्टर प्लेयर नियम से इस्तेमाल किया जा चुका है। वहां भी सफलता नहीं मिली।
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अभी तक जिन खिलाड़ियों का इस सीजन इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में इस्तेमाल हुआ है, उसमें सबसे बड़ी पारी केकेआर के लिए वेंकटेश अय्यर ने 34 रनों की खेली है। गेंदबाजी में भी सुयश शर्मा ने 30 रन देकर 3 विकेट लिये। 5 मैच में तो इम्पैक्ट प्लेयर को विकेट तक नहीं मिले हैं।
अब 12-12 का मुकाबला
इस सीजन से पहले आईपीएल में अब तक शुरू से लेकर अंत कर 11 खिलाड़ी खेलते थे। लेकिन इंपैक्ट प्लेयर नियम लागू करने से अब मैच में 11 की जगह 12 खिलाड़ी खेलेंगे। इसी साल बीबीसीआई ने घरेलू क्रिकेट में सैयद मु्श्ताक अली टूर्नामेंट में इंपैक्ट प्लेयर नियम लागू किया था। वहीं इस रूल को अब आईपीएल में भी शामिल किया गया है। इस नए नियम को लेकर सभी 10 फ्रेंचाइजी उत्साहित हैं। आईपीएल 2023 में कोच और कप्तान इंपैक्ट प्लेयर को इस तरह इस्तेमाल कर सकते हैं।
प्लेइंग 11 के अलावा 5 सब्सीट्यूट
टॉस होने के बाद प्रत्येक टीम प्लेइंग इलेवन के अलावा पांच सब्सीट्यूट खिलाड़ियों की लिस्ट देगी। लेकिन टीमों के लिए असली काम इम्पैक्ट प्लेयर का पूरा उपयोग करना है। टीमें पारी का 14वां ओवर शुरू होने से पहले इंपैक्ट प्लेयर का इस्तेमाल कर सकती हैं। अगर टीमें पहली पारी में इंपैक्ट प्लेयर का इस्तेमाल नहीं कर पाती हैं तो उन्हें बदलने का प्रावधान है।
इस नियम पर बात करते हुए मुंबई को कोच अमोल मजूमदार ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ‘इसे समझने की जरूरत है बहुत अभ्यास की आवश्यकता है। मुझे यह काफी पसंद आया। सच कहूं तो मुझे मजा आया। एनसीए में हमारा कैंप था जहां उभरते हुए भारतीय खिलाड़ियों के साथ प्रयोग किया. लेकिन इसके लिए खेल के प्रति जागरूकता की बहुत जरूरत है’।
उनके मुताबिक, ‘यह आवेग में लिया जाने वाला निर्णय है। इससे बहुत चिंता होती है। इसे वापस लेना है या किसी और का नाम लेना है। क्योंकि आपके पास 5 विकल्प हैं। आप अपनी समझदारी से इसे इस्तेमाल कर सकते हैं। आपको तय करना होगा कि टीम की जरूरत के मुताबिक, इंपैक्ट प्लेयर कौन साबित हो सकता है’।
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