Harshit Rana: कोच गंभीर का भरोसा या खास रणनीति? वायरल वीडियो में हर्षित राणा पर बड़ा खुलासा
Harshit Rana, भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच रांची में खेले गए पहले वनडे मैच में टीम इंडिया के युवा तेज़ गेंदबाज हर्षित राणा ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से सभी का ध्यान खींच लिया।
Harshit Rana : हर्षित राणा पर गंभीर का ‘स्पेशल ट्रस्ट’? वायरल वीडियो से समझें पूरा मामला
Harshit Rana, भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच रांची में खेले गए पहले वनडे मैच में टीम इंडिया के युवा तेज़ गेंदबाज हर्षित राणा ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से सभी का ध्यान खींच लिया। मात्र तीन विकेट नहीं, बल्कि मैच में उनके द्वारा झटके गए महत्वपूर्ण ब्रेकथ्रू भारत की जीत की असली नींव बने। लेकिन मैदान पर प्रदर्शन जितना चर्चा में रहा, उतना ही वायरल हुआ एक एक महीने पुराना पॉडकास्ट वीडियो, जिसमें अनुभवी पेसर संदीप शर्मा ने बताया था कि आखिर चयनकर्ता और कोच गौतम गंभीर हर्षित राणा पर इतना दांव क्यों लगा रहे हैं।
वायरल हुआ संदीप शर्मा का पॉडकास्ट—क्यों दिया जा रहा है राणा को लंबा रन?
यह क्लिप ‘टॉक विद मानवेंद्र’ नाम के पॉडकास्ट से सामने आई। रांची वनडे में राणा के शानदार प्रदर्शन के बाद जैसे ही आलोचकों ने यह सवाल उठाना शुरू किया कि “इतने युवा गेंदबाज को इतना मौका क्यों दिया जा रहा है?”, उसी दौरान यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से फैल गया। संदीप शर्मा ने उस पॉडकास्ट में हर्षित राणा को लेकर बेहद स्पष्ट और तकनीकी विश्लेषण दिया था। उनकी मानें तो“जब किसी खिलाड़ी में दुर्लभ क्षमता दिखती है, तो उसे समय देना जरूरी होता है।”
संदीप ने कहा था कि हर्षित में ऐसे गुण हैं जो बहुत कम तेज़ गेंदबाजों में देखने को मिलते हैं:
- वह लगातार 140+ की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकता है
- उसकी हाइट और स्ट्रेंथ दोनों बेहतरीन हैं
- बॉल में स्विंग कराने की क्षमता भी प्राकृतिक है
संदीप ने कहा कि ऐसे गेंदबाज बहुत मुश्किल से मिलते हैं, इसलिए उन पर समय और भरोसा निवेश करना ही पड़ता है।
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तेज गेंदबाजों पर निवेश: जोखिम भी बड़ा, इनाम भी बड़ा
संदीप शर्मा ने अपने अनुभव का हवाला देते हुए तेज गेंदबाजों को तैयार करने की मुश्किलों पर रोशनी डाली। उन्होंने कह “तेज गेंदबाजों में निवेश हमेशा जोखिम भरा होता है—20-40% ही सफल होते हैं।”
उनका मतलब यह था कि:
- पांच तेज़ गेंदबाजों पर अगर टीम दांव लगाती है
- तो उनमें से केवल एक या दो ही लंबे समय में स्टार बन पाते हैं
- बाकी चार पर किया गया निवेश ग़लत भी साबित हो सकता है
इसीलिए चयनकर्ताओं के लिए यह निर्णय लेना आसान नहीं होता कि किस युवा पर भरोसा किया जाए और किस पर नहीं।
लेकिन हर्षित राणा की क्षमता ऐसी है कि वह इस जोखिम के बावजूद लगातार मौके पाने के हकदार बनते हैं। संदीप ने आगे कहा “हर्षित अभी 23-24 साल के हैं। उन्हें खेलते रहना होगा, गलतियाँ करनी होंगी और उनसे सीखकर आगे बढ़ना होगा।” यानी, उनका कहना था कि युवा तेज गेंदबाज अनुभव के साथ ही मैच जीतने वाले खिलाड़ी बनते हैं। और हर्षित राणा को वही अनुभव अब मिल रहा है।
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रांची वनडे में राणा का कमाल—तीन विकेट जिन्होंने मैच का पासा पलट दिया
350 रन के बड़े स्कोर का बचाव करना आसान नहीं होता। लेकिन रांची वनडे में हर्षित राणा ने अपनी तीन विकेटों से खेल की दिशा बदल दी।
1. रेयान रिकेल्टन—अंदर आती गेंद पर बोल्ड
राणा ने शानदार इन-स्विंगर से रिकेल्टन की गिल्लियां बिखेर दीं।
यह मैच का पहला बड़ा झटका था, जिसने भारत को शुरुआती बढ़त दिलाई।
2. क्विंटन डिकॉक—बाहर जाती गेंद पर कैच
डिकॉक जैसे अनुभवी बल्लेबाज को आउट करना हमेशा मुश्किल होता है।
राणा ने बेहतरीन आउटस्विंगर डाली, जिसका किनारा लगकर गेंद विकेटकीपर के हाथों में चली गई।
यह विकेट निर्णायक था क्योंकि डिकॉक वनडे फॉर्मेट में मैच को नियंत्रण में लेने में माहिर हैं।
3. डेवाल्ड ब्रेविस—धीमी गेंद पर ऋतुराज का आसान कैच
ब्रेविस को लगातार गति बदलकर राणा ने परेशान किया और फिर धीमी गेंद पर उन्हें शॉर्ट-ऑफ लेंथ में फंसाया।
ऋतुराज ने आसान कैच पकड़कर राणा की योजना को सफल बनाया। इन तीन विकेटों ने दक्षिण अफ्रीका की रनचेज़ की कमर तोड़ दी।
राणा के प्रदर्शन से आलोचक शांत—गंभीर की रणनीति साबित हुई सही
हर्षित राणा को लगातार मौके देने को लेकर कई क्रिकेट प्रेमियों ने सोशल मीडिया पर सवाल उठाए थे।
उनका तर्क था कि इतने युवा और अनुभवहीन गेंदबाज को बार-बार मौका क्यों दिया जा रहा है जबकि टीम में अनुभवी गेंदबाज भी मौजूद हैं। लेकिन रांची वनडे के बाद तस्वीर बिल्कुल साफ हो गई गंभीर और चयनकर्ता राणा पर इसलिए भरोसा कर रहे हैं क्योंकि उनमें भविष्य का “मैच-विनिंग पेसर” बनने की क्षमता दिखाई देती है। वायरल पॉडकास्ट ने भी यही दिखाया कि हर्षित सिर्फ एक “प्रॉमिसिंग टैलेंट” नहीं, बल्कि एक प्रोजेक्ट बॉलर हैं, जिन पर लंबी अवधि के लिए दांव लगाया गया है।
भविष्य की उम्मीदें—हर्षित राणा भारत की तेज गेंदबाजी का नया चेहरा?
रांची में हर्षित राणा का प्रदर्शन उनकी क्षमता की पहली झलक नहीं था, बल्कि यह संकेत था कि वह भविष्य में भारत की तेज गेंदबाजी इकाई का महत्वपूर्ण हिस्सा बन सकते हैं।
उनकी:
- रफ्तार
- प्राकृतिक स्विंग
- ऊँचाई
- और साहसिक एटीट्यूड
उन्हें अगली पीढ़ी का मजबूत गेंदबाज बनाते हैं। फिलहाल इतने खास प्रदर्शन और वायरल हुए पॉडकास्ट ने यह साफ कर दिया है कि हर्षित राणा सिर्फ टीम में जगह भरने के लिए नहीं हैं—वे टीम इंडिया के लिए एक निवेश हैं।
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