विज्ञान

Chandrayaan 3 Launch: आज लॉन्च होगा चंद्रयान-3,पीएम मोदी बोले- आज का दिन सुनहरे अक्षरों में अंकित

आज लॉन्च होगा चंद्रयान-3 बेंगलुरु स्थित अंतरिक्ष केंद्र श्रीहरिकोटा में व्यू गैलरी से होगा आज लाइव प्रसारण ,पीएम मोदी बोले- आज का दिन सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा।

Chandrayaan 3 Launch: चंद्रयान-3 दोपहर ढाई बजे श्रीहरिकोटा से  होगा लॉन्च का लाइव प्रसारण, चंद्रयान-3 के साथ नहीं जाएगा ऑर्बिटर

Chandrayaan 3 Launch: चंद्रयान-3चंद्रयान-3 दोपहर ढाई बजे श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया जाएगा। 23-24 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग कराई जाएगी। अगर दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर की सॉफ्ट लैंडिग होती है, तो भारत दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला विश्व का पहला देश बन जाएगा। चंद्रयान-3 पर स्पेक्ट्रो-पोलारिमेट्री ऑफ़ विजेटेबल प्लैनेट अर्थ (एसएचएपीई) भी लगा होगा जिससे हमारे वैज्ञानिकों को चंद्रमा की कक्षा के छोटे ग्रहों और हमारे सौरमंडल के बाहर स्थित ऐसे अन्य ग्रहों के बारे में जानकारी इकट्ठा करने के लिए महत्वपूर्ण डेटा हासिल हो सकेगा जहां जीवन संभव है।

पीएम मोदी –

पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि आज का दिन सुनहरे अक्षरों में अंकित रहेगा। जहां तक भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र का सवाल है, तो 14 जुलाई 2023 का दिन हमेशा सुनहरे अक्षरों में अंकित रहेगा। चंद्रयान-3 हमारा तीसरा चंद्र मिशन, अपनी यात्रा पर निकलेगा। यह उल्लेखनीय मिशन हमारे राष्ट्र की आशाओं और सपनों को आगे बढ़ाएगा।

Chandrayaan 3 Launch

अनुपम खेर ने इसरो को दीं शुभकामनाएं दी है। उन्होंने इसरो को टैग करते हुए ट्विटर पर लिखा, भारत चंद्रमा पर अपने तीसरे मिशन के लिए पूरी तरह तैयार है। इसरो के हमारे वैज्ञानिकों को चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण के लिए शुभकामनाएं। झंडा ऊंचा रहे हमारा। जय हिंद!

Read more: MP News: सीएम शिवराज ने पेशाब कांड के पीड़ित को घर बुलाया, पैर धोए और मांगी माफी

चंद्रयान-3 के साथ नहीं जाएगा ऑर्बिटर –

चंद्रयान-2 की तरह ही चंद्रयान-3 में भी लैंडर और रोवर भेजा जाएगा, लेकिन इसमें ऑर्बिटर नहीं होगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि पिछले मून मिशन का ऑर्बिटर अभी भी अंतरिक्ष में काम कर रहा है।

Read more: Chandrayaan 3 Launching: बेंगलुरु स्थित अंतरिक्ष केंद्र श्रीहरिकोटा में व्यू गैलरी से होगा लाइव प्रसारण ,14 जुलाई को होगा लॉन्च चंद्रयान-3 एलवीएम-3 रॉकेट

चंद्रयान-3 को बनाने में 6 अरब रुपये 73 मिलियन डॉलर का उपयोग हुआ है। चंद्रमा पर सुरक्षित रूप से यान उतारने का भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ISRO का तीसरा प्रयास है। चंद्रयान-3 भारत के पूर्वी तट से दूर श्रीहरिकोटा के स्पेसपोर्ट से एक लैंडर और रोवर को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास एक साइट पर भेजेगा।चंद्रयान-3, 2008 में लॉन्च किए गए सफल चंद्र ऑर्बिटर चंद्रयान-1 और 2019 में आंशिक रूप से सफल चंद्रयान-2 का अनुसरण करता है। दूसरे मिशन ने आठ कार्यशील उपकरणों के साथ एक चंद्र ऑर्बिटर को सफलतापूर्वक लॉन्च किया, लेकिन रोवर को ले जाने वाला लैंडर चंद्रमा में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। सितंबर 2019 में अपने अवतरण के अंतिम क्षणों के दौरान।

अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com

Back to top button