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Himanta Biswa Sarma: हिमंता सरमा का विवादास्पद बयान – नए भारत को नहीं चाहिए मदरसे

Himanta Biswa Sarma: हिमंता सरमा ने कांग्रेस को बताया आज का नया ‘मुगल’

Highlights:

  • असम के सीएम हिमंता सरमा ने दिया विवादास्पद बयान
  • कांग्रेस को भी लिया निशाने पर
  • हिमंता ने कांग्रेस की तुलना मुगलों से की

असम के मुख्यमंत्री अपने बयानों के लिए खबरों में बने रहते हैं। हिमंता बिस्वा सरमा ने कर्नाटक में बड़ा बयान देते हुए कहा कि, ” हमें ऐसे व्यक्ति की जरूरत है जो गर्व से कह सके कि हम हिन्दू हैं।” हिमंता सरमा ने असम में होने वाले अवैध घुसपैठ का भी जिक्र किया। हिमंता ने राहुल गांधी को भी याद करते हुए कहा, ” राहुल गांधी ने लंदन में भारत को बदनाम करने की कोशिश की, लेकिन मैं उनसे कहना चाहता हूँ कि जब तक मोदी जी हैं आप कभी पीएम नहीं बन पाएंगे।” पीएम मोदी की तारीफ में सरमा ने कहा कि यदि पीएम मोदी अमेरिका या लंदन जाते हैं तो वह भारत की तारीफ करते हैं।

“I feel nothing but sorry for the so called secularists and leftists who harbour high hopes, expecting this man to defeat Hon PM Shri @narendramodi ji and become PM And Jairam seems to be playing the role of Chief Saboteur. Tutoring with mic on…strange”

वहीं, हिमंता बिस्वा सरमा कर्नाटक के बेलगाम में सम्बोधित करते हुए भवानी, शिवाजी और भारतमाता की जयकार लगाई। जयकार लगाने के बाद हिमंता ने आगे बेलगाम की भूमि को पवित्र कहते हुए कहा कि, ” यहां आकर मुझे ऐसा महसूस हो रहा है जैसे मैं एक तीर्थयात्रा पर निकला हूं।”

“जिस भूमि पर छत्रपति शिवाजी, स्वामी विवेकानंद और गांधीजी आये हों, वह भूमि कितनी पवित्र है, मैं ये भलीभांति समझ सकता हूं। यहां आकर मन को ऐसी अनुभूति हो रही है जैसे मैं एक तीर्थयात्रा पर निकला हूं।”

असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि उनकी सरकार ने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की, कि पिछले महीने प्रदेश में बाल विवाह को लेकर जो कार्रवाई हुई वो उसमें किसी भी तरह का कोई भेदभाव नहीं था। उन्होंने राज्य विधानसभा के बजट-सत्र में कहा कि ऐसी कार्रवाई आगे भी होती रहेगी। राज्य का लक्ष्य 2026 तक बाल विवाह को खत्म करना है। सीएम ने कहा कि कार्रवाई में मुसलमान और हिंदुओं के गिरफ्तारी का अनुपात 55:45 का है।

हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि, राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के आंकड़ों से पता चलता है कि समस्या धुबरी और दक्षिण सलमारा जिले में सबसे ज्यादा है, डिब्रुगढ़ और तिनसुकिया में नहीं। पर कुछ लोग हर बात को सांप्रदायिक बना देते हैं। उन्होंने कहा कि आंकड़े बताते हैं कि असम के निचले जिलों में कम उम्र में सबसे ज्यादा शादियां और बच्चे पैदा किए जाते हैं।

वहीं, कर्नाटक पहुंचे असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कांग्रेस और लेफ्ट पर आरोप मढ़े। दोनों पार्टियों ने हिंदुस्तान के इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि वो असम में सभी मदरसों को बंद करना चाहते हैं, क्योंकि नये भारत में इसकी आवश्यकता नहीं है। बता दें कि, हिमंता बिस्वा सरमा ने बीते दिन कर्नाटक में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि असम और देश को सेवा के लिए डॉक्टरों, इंजीनियरों तथा अन्य प्रोफेशनल लोगों को तैयार करने के लिए स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों की जरूरत है, न कि मदरसों की। हिमंता बिस्वा सरमा अपने बयानों के लिए चर्चा में रहते ही हैं। सरमा ने विजय संकल्प रैली में राहुल गांधी पर भी जमकर निशाना साधा था। सरमा ने कहा कि, वो भारत जोड़ो यात्रा के लिए कर्नाटक जाते हैं, पर लंदन में ‘भारत तोड़ने’ की बात भी करते हैं।

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विवादों में रहने वाले कौन हैं हिमंता बिस्वा सरमा?

हिमंता बिस्वा सरमा असम के वर्तमान मुख्यमंत्री हैं। इसके पूर्व वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य थे, पर 2015 में बीजेपी में शामिल होकर भाजपाई बन गए। वह पहली बार 2001 में विधायक बने। असम में इनका राजनीति रसूख बहुत बड़ा माना जाता है। सरमा का जन्म 1 फरवरी 1969 में, गुवाहाटी में हुआ था। सरमा ने गुवाहाटी से अपनी शिक्षा पूरी की और वह छात्र संघ से ही राजनीति में सक्रिय रहे। हिमंता बिस्वा सरमा ने वकालत की पढ़ाई की है। सरमा पहली बार 2001 में असम के जालुकबारी विधानसभा से विधायक के रुप में चुने गए। सरमा पुनः 2006 और फिर 2011 में विधायक के रूप में निर्वाचित हुए। इन्होंने इस दौरान महत्वपूर्ण पदों का निर्वाह भी किया।

हिमंता बिस्वा सरमा 2002 से 2004 तक असम सरकार में कृषि और विकास मंत्री थे। 2004 से 2006 तक वित्त, योजना और विकास राज्य मंत्री थे। फिर 2006 से 2011 तक असम सरकार में, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री बने। हिमंता बिस्वा सरमा 2011 से 2014 के असम सरकार में, वित्त, स्वास्थ्य, पीडब्ल्यूडी और विकास मंत्री बने।

2016 में सरमा ने लगातार चौथी बार बनकर असम की पहली बीजेपी सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लिया। फिर 2021 में, हिमंता बिस्वा सरमा को बीजेपी के कद्दावर नेता के रूप में सीएम पद की शपथ ग्रहण करने का मौका मिला।

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