Farmers Protest Again: किसान फिर करेंगे आंदोलन, टिकैत ने दी सरकार को धमकी
Farmers Protest Again: राकेश टिकैत ने कहा जमीन छीनने की हो रही है तैयारी
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- उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत हुई।
- . किसानों पर हुए मुकदमे वापस लेने आदि की मांगें जरूर हैं। लेकिन सबसे बड़ा मामला है MSP का।
- . महापंचायत में मंच से भाकियू के राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह के तेवर भी तीखे रहे।
Farmers Protest Again: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत हुई। जिसमें आसपास जिलों के किसान बड़ी संख्या में शामिल हुए। इस दौरान किसान नेता राकेश टिकैत ने ऐलान करते हुए कहा कि दिल्ली में 20 मार्च से किसान फिर आंदोलन करेंगे। महापंचायत में किसान नेताओं ने कहा कि किसानों की जमीनें छीनने की तैयारी हो रही है।
गौरतलब है कि किसान फिर आंदोलन की राह पर हैं। लगभग आठ महीने हो गए। सरकार ने विवादित विधेयक वापस लेते हुए किसानों की मांगों पर विचार कर जल्द से जल्द हल निकालने का वादा किया था। लेकिन कुछ नहीं हुआ। किसानों पर हुए मुकदमे वापस लेने आदि की मांगें जरूर हैं। लेकिन सबसे बड़ा मामला है MSP का।
MSP यानी मिनिमम सपोर्ट प्राइस, यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य। किसान चाहते हैं कि उनकी फसल MSP से कम पर कहीं भी नहीं खरीदी जाए। दरअसल, होता यह है कि सरकारी खरीद का कोटा पूरा होते ही मंडी और मंडी समितियां फसल खरीदना बंद कर देती हैं।
वहीं बची हुई फसल को किसान मजबूरी में व्यापारी को बेचता है। व्यापारी MSP जैसी किसी चीज को मानता ही नहीं। वह तो समय के हिसाब से अपना भाव तय रखता है। बेचना हो तो बेचो वर्ना घर जाओ। बेचारा किसान करे तो क्या करे?
आपको बता दें महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने केंद्र और राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने यूपी में गन्ने का भाव 450 रुपये क्विंटल करने की मांग की। भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि नलकूपों पर किसी भी कीमत पर बिजली के मीटर नहीं लगने देंगे और न ही पुराने ट्रैक्टर बंद होने देंगे। उन्होंने कहा कि नागपुर पॉलिसी चल रही है।
राकेश टिकैत ने कहा कि पीएसी नहीं, मिलिट्री बुलाओ, पर मीटर नहीं लगेगा। सरकार अपने मीटर की सुरक्षा करे, चोरी बढ़ रही है। बड़ी कंपनियों को बिजली बेची जा रही है। गरीबों का शोषण किया जा रहा है। यह कंपनियों की सरकार है। टिकैत ने ऐलान किया कि 26 जनवरी 2024 को पूरे देश में ट्रैक्टर परेड होगी। किसान संगठन किसी एक पार्टी के खिलाफ नहीं है। जहां सरकार किसान के खिलाफ फैसले करेगी, हम वहीं जाएंगे।
महापंचायत में मंच से भाकियू के राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह के तेवर भी तीखे रहे। उन्होंने कहा कि किसान सरकार के एजेंडे में नहीं हैं. बजट में किसान की आय पर कोई चर्चा नहीं हुई। सरकार ने छह साल पहले आय दोगुनी करने की बात कही थी, लेकिन आय घट गई। सरकार ने 2047 तक का झुनझुना दिया है और विश्वगुरु बनाने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार सरकारी संपत्तियों को बेच रही है।
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राकेश टिकैत ने किसानों को चेताया कि जमीन छीनने की तैयारी है। गलत तरीके से भूमि अधिग्रहण किया जाता है। हमारे आंदोलन का अगला पड़ाव फिर दिल्ली होगा। 20 मार्च से संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में दिल्ली में आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 20 साल तक की लड़ाई के लिए तैयार रहें।
उन्होंने कहा कि किसानों को फर्जी मुकदमों से डराया जाता है। टिकैत ने कहा कि ट्रैक्टर किसान का फाइटर विमान है। उन्होंने यह भी कहा कि जो किसान अपनी मर्जी से मीटर लगवाना चाहते हैं, वह लगवा सकते हैं।
वहीं पंचायत में राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि किसानों को बांटी जा रहीं पर्चियों पर गन्ने के रेट के स्थान पर शून्य लिखा जाता है। उन्होंने कहा कि गन्ने का दाम बढ़ाया जाए।