चॉक एंड डस्टर फिल्म समीक्षा
हाल ही में रिलीज़ हुई फिल्म “चॉक एंड डस्टर” के डायरेक्ट जयंत गिलतर काबिले तारीफ है। उन्होंने फिल्म के माध्मय से बेहतरीन कहानी दिखाई जो आपको आपके स्कूल की किसी न किसी टीचर की याद जरूर दिला देगी। यह फिल्म आप अपने परिवार के साथ भी देख सकते है, क्योंकि आजकल साफ फिल्में कम ही बनती है।
आजकल सभी अपने खास दोस्त या पसंदीदा कलाकारों को जन्मदिन विश करना नहीं भूलते, लेकिन क्या आप अपने टीचर का जन्मदिन भी याद रखते हो? ऐसे ही कुछ सवालों का जबाव बेहद खूबसूरती से जयंत ने इस फिल्म में दिया है। फिल्म में एक मुम्बई के कांता बेन स्कूल की कहानी दिखाई गई है। जिसमें स्कूल को चलाने वाला ट्रस्टी का हेड इस स्कूल को शहर का नंबर वन और ऐसा स्कूल बनाना चाहता है, जहां सिलेब्रिटीज तक के बच्चे भी पढ़ने के लिए आएं। जहां टीचर्स के सम्मान और विद्या की कोई अहमियत नही है। ऐसें में ‘जूही चावला’ और एक चैनल की रिपोर्टर साथ मिलकर टीचर्स और विद्या के हक की लड़ाई लडती है।
भले ही इस फिल्म में बॉलिवुड के जाने माने स्टार और मंजे हुए कलाकार हैं, लेकिन बॉक्स आफिस पर ट्रेड एनालिस्ट फिल्म को आउटडेटेड ही मानते हैं। इसलियें फिल्म को लेकर कोई खास क्रेज नहीं देखने को मिल रहा है।