क्या होती है प्रोबेशन पीरियड की अवधि, इसमें रखें खास इन 3 बातों का ध्यान : Probation Period
इस दौरान कर्मचारियों को खुद को प्रूफ करना होता है। इस अवधि में बेहतर प्रदर्शन करने के बाद ही कंपनियां कैंडिडेट्स को कंफर्म करती हैं। यह केवल प्रोबेशन पीरियड की बात ही नहीं बल्कि कंफर्म होने के बाद भी वर्कप्लेस की पॉलिटिक्स से दूरी बनाकर रखें।
जॉब कंफर्म करने में करेंगी मदद, इसे सफलतापूर्वक पार करने के लिए अपनाएं ये सरल तरीके : Probation Period
इस दौरान कर्मचारियों को खुद को प्रूफ करना होता है। इस अवधि में बेहतर प्रदर्शन करने के बाद ही कंपनियां कैंडिडेट्स को कंफर्म करती हैं। यह केवल प्रोबेशन पीरियड की बात ही नहीं बल्कि कंफर्म होने के बाद भी वर्कप्लेस की पॉलिटिक्स से दूरी बनाकर रखें।
We’re now on WhatsApp. Click to join
प्रोबेशन पीरियड के दौरान –
आजकल के दौड़ में एक अच्छी जॉब मिलना आसान नहीं होता है। ऐसे में जॉब के लिए कैंडिडेट्स को इसके लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है। इसके बाद जाकर कहीं नौकरी मिलती है। हालांकि, उनका यह हार्डवर्क यहीं खत्म नहीं होता है, बल्कि इसके बाद एक अलग और हार्ड वर्क जर्नी शुरू हो जाती है और वह प्रोबेशन पीरियड का समय। किसी भी कंपनी में ज्वाइन करने के बाद अलग अलग सीमा का Probation Period होता है। ऐसे में अभ्यर्थी इस पीरियड को लेकर थोड़ा असमंजस में रहते हैं कि इस दौरान क्या करें और क्या नहीं करें। इसी मुश्किल को सुलझाने के लिए हम आपको कुछ टिप्स दिन जा रहे हैं, जो आपको जॉब कंफर्म करने में काफी मदद कर सकती है।
काम को टाइम पर पूरा करना –
यह बहुत ही अहम प्रोबेशन पीरियड का समय होता है। इस दौरान सभी कंपनी आपके काम और व्यवहार को परखती हैं और वह देखती हैं कि आप अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रहे हैं या नहीं निभा रहें है। इसलिए हर कैंडिडेट्स को सलाह दी जाती है कि वे अपने काम को पूरी ईमानदारी के साथ टाइम पर पूरा करें। इसके अलावा,आप अपना एक रिकॉर्ड भी मेंटेन करके चलें, जिससे अगर बॉस आपसे काम की डिटेल मांगे तो आपको ढूंढने में उस वक्त न बर्बाद करना पड़े। समय रहते आप उपलब्ध करा सकें।
वर्क कल्चर को समझें
कर्मचारी को काम के साथ-साथ कंपनी के वर्क कल्चर को भी समझना चाहिए। यह देखना चाहिए कि वहां काम करने के क्या तौर-तरीके होते हैं और इसके हिसाब से खुद को भी डालना चाहिए।
ऑफिस गॉसिप से रहें दूर
ये तो आपने सुना ही होगा कि कहते हैं न कि, जहां चार लोग होते हैं तो वहां चार बातें भी होती हैं इन सबसे ऑफिस भी इससे अछूता नहीं रह गया है। यहां भी कलीग्स के बीच में कई बातें होती हैं लेकिन कैंडिडेट्स इस बात का ध्यान रखें कि वे ऑफिस गॉसिप से दूर रहे। यह केवल प्रोबेशन पीरियड की बात ही नहीं बल्कि कंफर्म होने के बाद भी वर्कप्लेस की पॉलिटिक्स से दूरी बनाकर रखें।
अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com